tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post1409738016253999211..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: हमारा गणतंत्र - क्या संविधान में बदलाव की ज़रुरत है ?ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-62301591202661112272012-01-30T20:37:47.365+05:302012-01-30T20:37:47.365+05:30wakayee.....wakayee.....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-38103746073579875842012-01-30T18:07:23.887+05:302012-01-30T18:07:23.887+05:30सही कहा.. .विचारणीय आलेख,...सही कहा.. .विचारणीय आलेख,...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-23565327028528421382012-01-29T16:28:13.392+05:302012-01-29T16:28:13.392+05:30तरक्की तो की है हिन्दुस्तान ने -मुंबई में 'एन्...तरक्की तो की है हिन्दुस्तान ने -मुंबई में 'एन्तिला 'अब उससे भी बड़ी इमारत बन रही है .गंदा घिनौना मच्छी बाड़ा भी यहीं हैं .प्रधान मंत्री की नींद भी उडती है लेकिन तब जब कोई डॉ करीम (नाम फर्जी )आतंकी होने के जुर्म में विदेश में धर लिया जाता है .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-38249100762907405242012-01-29T15:45:13.424+05:302012-01-29T15:45:13.424+05:30जी मै सहमत हूँजी मै सहमत हूँViralhttps://www.blogger.com/profile/08141316200456711008noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-91999308929384443492012-01-29T13:49:01.692+05:302012-01-29T13:49:01.692+05:30बिलकुल सही चिंतन ! मेरी नयी पोस्ट आपके विचार के लि...बिलकुल सही चिंतन ! मेरी नयी पोस्ट आपके विचार के लिए उत्सुक हैG.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-81990341216600622422012-01-27T12:02:40.458+05:302012-01-27T12:02:40.458+05:30...सही में संविधान में बदलाव की जरुरत है!...महत्वप......सही में संविधान में बदलाव की जरुरत है!...महत्वपूर्ण विषय!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-15286155559920537752012-01-27T11:47:45.917+05:302012-01-27T11:47:45.917+05:30स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस क्या मनाये जाने चा...स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस क्या मनाये जाने चाहिए? यदि ये दोनों मनाये भी जाएँ तो किस रूप में मनाये जाने चाहिए? <br />क्या अखंड भारत के समय कोई पर्व ऐसा था जब हम (राष्ट्र) अपना शक्ति-प्रदर्शन करता था?.... ये सभी प्रश्न विचारणीय हैं...<br />इस संबंध में मेरा विचार है - <br />राष्ट्र के प्रमुख नागरिकों को चाहिए कि आम नागरिक खुशहाल हो, देश के स्वाभिमान के लिये 'गुलामी' को याद रखने वाला दिवस न मनाकर 'वीरता' का गान करने वाला वार पर्व अर्थात 'दशहरा पर्व' मनाये... लेकिन उस पर्व को भी कुरूपता दी जा चुकी है.... 'रावण दहन' तक सीमित करके उसे बाल मनोरंजन से जोड़ दिया गया है... जबकि यह पर्व कभी देश के युवाओं और युवराजों की वीरता के प्रदर्शन हेतु हुआ करता था.<br />'परशुराम जयंती' जिसे अक्षय तृतीया के रूप में आज मनाया जाता है.... वह कभी प्रजातंत्र स्थापना के रूप में मनाया जाता था... जिसे आज हम 'गणतंत्र-दिवस' के रूप में मनाते हैं.... उसका सनातन रूप 'परशुराम जयन्ती' के रूप में रहा था... लेकिन आज वह भी एक वर्ग-विशेष का सिकुड़ा हुआ 'पर्व' मात्र बन कर रह गया है....प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-13457485810808681262012-01-27T08:56:38.784+05:302012-01-27T08:56:38.784+05:30भारत की आज़ादी यहाँ की ग़रीब जनता की शिक्षा के पीछ...भारत की आज़ादी यहाँ की ग़रीब जनता की शिक्षा के पीछे-पीछे है. जैसे-जैसे शिक्षा का प्रसार होगा लोग स्वतंत्रता का अर्थ समझने लगेंगे. इसके पीछे दो महत्वपूर्ण फैक्टर कार्य करेंगे. सरकार उन्हें क्या पढ़ाती है और पढ़ाने का कितना शुल्क वसूल करती है. आज की तारीख में ये दोनों फैक्टर ग़रीब के पक्ष में नहीं जाते और उसके मानवाधिकारों का हनन आसान है. इसी लिए आपसे सहमत हूँ कि हम अभी आज़ादी का अर्थ तक नहीं जानते हैं.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-39491560534384008242012-01-27T08:32:28.842+05:302012-01-27T08:32:28.842+05:30आज के चर्चा मंच पर आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति
का अवलो...आज के चर्चा मंच पर आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति<br />का अवलोकन किया ||<br />बहुत बहुत बधाई ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-70979398142977427232012-01-26T22:27:26.705+05:302012-01-26T22:27:26.705+05:30कब तक भुगते देश, इन नेताओं के कारनामों को
जनता मौक़...कब तक भुगते देश, इन नेताओं के कारनामों को<br />जनता मौक़ा देख रही है,अबकी सबक सिखाने को<br /><br />बहुत सुंदर प्रस्तुति,विचारणीय आलेख,....<br />WELCOME TO NEW POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.com/2012/01/26.html" rel="nofollow">--26 जनवरी आया है....</a><br /><br />गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाए.....धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-53762547769205221312012-01-26T22:00:12.613+05:302012-01-26T22:00:12.613+05:3063वें गणतन्त्रदिवस की शुभकामनाएँ!63वें गणतन्त्रदिवस की शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-12654044960493261502012-01-26T20:51:08.757+05:302012-01-26T20:51:08.757+05:30संस्कृति पर तो गर्व कर सकते हैं, वर्तमान देख क्षोभ...संस्कृति पर तो गर्व कर सकते हैं, वर्तमान देख क्षोभ होता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-32783047511931393022012-01-26T20:23:35.862+05:302012-01-26T20:23:35.862+05:30its ridiculous we won freedom from british only to...its ridiculous we won freedom from british only to be taken over by another set of looters and cheats. <br /><br />WE need another revolution and throw these people out of our nation again or rather maybe we shud ask the british to come back.. at least we knew who the enemy is .. now we dont know as our own are raping us each day and all we do is TALK.<br /><br /><a href="http://mannbikram.wordpress.com" rel="nofollow">Bikram's</a>Bikramjit Singh Mannhttps://www.blogger.com/profile/18313466956044935335noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-4708014319754523342012-01-26T20:02:32.824+05:302012-01-26T20:02:32.824+05:30there must be change according to positive lable.
...there must be change according to positive lable.<br />YESTERDAY TODAY AND TOMORROW are <br />variable so each moment we need change to be positive.thanksRamakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-82694297575242376932012-01-26T19:56:37.914+05:302012-01-26T19:56:37.914+05:30Aderneeya divya jee.. dawa fayada karti hai magar ...Aderneeya divya jee.. dawa fayada karti hai magar kadwi hoti hai...lekin ant me wahi kaam aati hai...aapka prayas vyjarth nahi bjaayega...sacchi baat ,,sacche sawal..sadar badhayee aaur aamantran ke sathDr.Ashutosh Mishra "Ashu"https://www.blogger.com/profile/06488429624376922144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-71203692659536315442012-01-26T18:46:08.221+05:302012-01-26T18:46:08.221+05:30जब तक धर्म और राजनीति देश से ऊपर होगी...देश पीछे ह...जब तक धर्म और राजनीति देश से ऊपर होगी...देश पीछे ही जायेगा...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-40421603528939501182012-01-26T17:18:20.259+05:302012-01-26T17:18:20.259+05:30गणतंत्र तो कहीं नहीं दिखता, यहां तो केवल नेतातंत्र...गणतंत्र तो कहीं नहीं दिखता, यहां तो केवल नेतातंत्र है या अफसरतंत्र । इन्हें नियंत्रित करने के लिए संविधान में बस ये संशोधन करने की जरूरत है कि चुने गए नेताओं और अफसरों को वापस बुलाने और अमान्य करने का अधिकार जनता को दे दिए जाएं, तभी सच्चे अर्थों में जनतंत्र स्थापित हो सकेगा।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49599474495859921392012-01-26T16:43:26.330+05:302012-01-26T16:43:26.330+05:30सोचते तो सभी हैं पर कर कुछ नहीं कर सकते... हज़ारे ...सोचते तो सभी हैं पर कर कुछ नहीं कर सकते... हज़ारे जी और रामदेव जी की हालत तो देख ही रहे हैं :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-64804102477916183072012-01-26T15:49:57.875+05:302012-01-26T15:49:57.875+05:30कानून भले ही कितने मज़बूत हो उन्हें लागू करने वालो...कानून भले ही कितने मज़बूत हो उन्हें लागू करने वालों का भी मज़बूत होना ज़रूरी है. वैसे 1973 से तय हो गया था कि संविधान को मूलत: नहीं बदला जा सकता. यूं भी संविधान में कमियां कहां है...हों भी तो संशोधन हैं नKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-48813582721441342552012-01-26T15:37:09.477+05:302012-01-26T15:37:09.477+05:3062 साल का हो गया है गणतंत्र पर आजादी के दीवानों ने...62 साल का हो गया है गणतंत्र पर आजादी के दीवानों ने देश के लिए जो ख्वाब देखा था वो यकीनन पूरा नहीं हो पाया है... गणतंत्र अधूरा सा है पर फिर भी देशभक्ति का जज्बा कुछ हद तक तो कायम है वरना क्या हो जाता इसकी कल्पना की जा सकती है। <br />बहरहाल, सार्थक और विचारणीय पोस्ट। <br /><br />गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं....<br /><br />जय हिंद... वंदे मातरम्।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-85268529901753078792012-01-26T15:34:19.056+05:302012-01-26T15:34:19.056+05:30मुझे कोई मतलब नहीं इस 26 जनवरी से, न ही 15 अगस्त स...मुझे कोई मतलब नहीं इस 26 जनवरी से, न ही 15 अगस्त से। मुझे दुःख होता है यह कहते हुए कि भारत न तो स्वतंत्र है और न ही गणतंत्र। <br />इससे अच्छी परिस्थितियाँ तो अंग्रेजों के समय थीं। कम से कम भारतीय एक तो थे। कहाँ जा रहा है ये देश? हमारा तिरंगा जलाया जा रहा है, फिर कैसा गणतंत्र? फेसबुक व ब्लॉग पर हमारे विचारों पर प्रतिबन्ध लगाया जा रहा है, फिर कौन है स्वतंत्र? हम सरकार की चापलूसी करते रहें, उनकी हाँ में हाँ मिला लें, क्या इतनी ही स्वतंत्रता के लिए शहीद हुए थे हमारे वीर? हमे आवाज़ उठाने तक का अधिकार नहीं तो क्या अंतर है अंग्रेज़ और कांग्रेस में? एक साला आम भारतीय मानसिक रूप से गुलाम बन चूका है। अरे अंग्रेजों ने तो हमारे शरीर को गुलाम बनाया था, विचारों पर वे फतह नहीं कर पाए, किन्तु उनकी योजना को पूर्ण किया उनकी नाजायज़ औलाद कांग्रेस ने। कितने कम समय में उसने भारतीयों को अपना गुलाम बना लिया। दुनिया के बड़े से बड़े तानाशाह भी इनके सामने छोटे लगते हैं। चाहे हिटलर हो या मुसोलिनी, सद्दाम हो या गद्दाफी, इन्होने खुद को तानाशाह कहकर तानाशाही की। किन्तु ये कांग्रेस ज़मात तो लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही रचा रही है।<br />जा जाओ, मूर्खों, इससे पहले कि हमेशा के लिए सोना पड़े।<br />जब तक अखंड भारत नहीं बनेगा, जब तक भारत सही अर्थों में स्वतन्त्र नहीं होता, जब तक भारत गणतंत्र नहीं हो जाता, तब तक न कोई स्वतंत्र दिवस, न ही कोई गणतंत्र दिवस, न ही कोई 15 अगस्त, न ही कोई 26 जनवरी।दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-25942492738151397092012-01-26T14:30:17.752+05:302012-01-26T14:30:17.752+05:30Badlav ki jagah isko theek se laagoo karne ki jaro...Badlav ki jagah isko theek se laagoo karne ki jaroorat hai ... aur maansik badlaav laane ki jaroorat hai ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-3832250506760792582012-01-26T14:21:53.565+05:302012-01-26T14:21:53.565+05:30स्वतंत्रता का दुरुपयोग सब कर रहे हैं - ऊपर से ले क...स्वतंत्रता का दुरुपयोग सब कर रहे हैं - ऊपर से ले कर नीचे तक !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-64213201781140262992012-01-26T13:20:28.676+05:302012-01-26T13:20:28.676+05:30अयाज़ अहमद...तुम्हारी गन्दगी पब्लिश नहीं की गयी है...अयाज़ अहमद...तुम्हारी गन्दगी पब्लिश नहीं की गयी है । यहाँ व्यर्थ आते हो तुम। बेशर्मों और सिरफिरों के कमेंट्स मॉडरेट कर दिए जाते हैं ।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-7700322231433139992012-01-26T13:12:11.540+05:302012-01-26T13:12:11.540+05:30कुछ प्रोविजन्स में तो अत्यंत आवश्यक हो गए हैं बदला...कुछ प्रोविजन्स में तो अत्यंत आवश्यक हो गए हैं बदलाव.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com