tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post3450447698477578907..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: चोरी, ऊपर से सीनाजोरी ? -- कुछ शर्म कीजियेZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger62125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-44749072760590062452012-01-11T14:28:15.913+05:302012-01-11T14:28:15.913+05:30aap ka priyas sarahniy hai ..aap hamesha hi sartha...aap ka priyas sarahniy hai ..aap hamesha hi sarthak or vicharniiy lekh likhti hai ...exceelent ,<br />aap jaise logon ki aaj is desh ko sakht jarurat hai .निर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-36884892319359448122012-01-09T07:26:28.158+05:302012-01-09T07:26:28.158+05:30मेरा स्वास्थ्य अब पहले से बहुत अच्छा है. आपका आभार...मेरा स्वास्थ्य अब पहले से बहुत अच्छा है. आपका आभार दिव्या जी.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-18407367375336062372012-01-09T07:24:35.342+05:302012-01-09T07:24:35.342+05:30बौद्धिक संपदा के नियम विदेशों में पहले बने और हमार...बौद्धिक संपदा के नियम विदेशों में पहले बने और हमारी सरकारें बाद में जागीं जब नीम का पेटेंट हो गया. अब पहले के मुकाबले जागरूकता अधिक है. तथापि अंतर्राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल कंपनियों काफी चालाक हैं और चुपचाप विभिन्न औषधियों के मिक्सचर तैयार करके उनका पेटेंट करा लेती हैं चाहे उनके उपचार क्षमता कितनी ही सामित क्यों न हो और उनकी दवाएँ बेचने की क्षमता तो है ही. WHO और कई देशों की सरकारें इन कंपनियों के लिए ही नियम बनाती हैं. हम अपनी रक्षा करने में कामयाब हों उसके लिए प्रयास सशक्त होने चाहिएँ. हम जाग गए तो अरबों डालर देश के बचेंगे. <br />बहुत ही बढ़िया और सामयिक पोस्ट के लिए बधाई.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-17570567423945056822012-01-09T06:33:04.502+05:302012-01-09T06:33:04.502+05:30यही तो हो रहा है आजकल!यही तो हो रहा है आजकल!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-28707361136295762052012-01-09T03:18:59.745+05:302012-01-09T03:18:59.745+05:30दिव्या जी आपको नव वर्ष की देर से बधाई ...माफी चाहू...दिव्या जी आपको नव वर्ष की देर से बधाई ...माफी चाहूंगा देर से आने के लिए.....बात आपने एकदम दुरुस्त कही है......अपने लोग धीरे धीरे जड़ों की ओर लौट रहे हैं...पर अभी बहुत काम बाकी है....पर एक बात की खुशी है कि सरकार का एक विभाग अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी धरोहर की लड़ाई लड़ रहा है। इसमें लगे अधिकारी सराहना के पात्र हैं.....हालांकि बहुत कुछ करना बाकी है....Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-41584803655001953342012-01-08T19:19:04.273+05:302012-01-08T19:19:04.273+05:30भावनात्मक दृष्टिकोण तो अपनी जगह ठीक है, किंतु आज क...भावनात्मक दृष्टिकोण तो अपनी जगह ठीक है, किंतु आज के अंतर्राष्ट्रीय इंटेलेक्टुअल प्रापर्टी राइट्स की अपनी जटिलतायें व बाध्यतायें हैं। जब तक इनका कानूनी रूप से कुशल प्रबंधन हम नहीं कर पाते हमारे ज्ञान के धरोहर इसी तरह दूसरे ज्यादा सक्षम देशों द्वारा हथियाते जाते रहेंगे।देवेन्द्रnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-42703290373915402232012-01-07T22:48:35.291+05:302012-01-07T22:48:35.291+05:30zaroori hai.....zaroori hai.....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-17980463893258514392012-01-07T18:18:57.252+05:302012-01-07T18:18:57.252+05:30शादियों से भारत लूटता रहा है और आज हमारे अपने ही ल...शादियों से भारत लूटता रहा है और आज हमारे अपने ही लूटने में व्यस्त है ! भला वे धरोहर की सुरक्षा कैसे करेंगे ! चिंताजनक स्थिति उतपन्न हो गयी है !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-23193401042248498472012-01-07T15:49:45.623+05:302012-01-07T15:49:45.623+05:30राष्ट्रप्रेम से भरा , स्वाभिमान से परिपूर्ण यथार्थ...राष्ट्रप्रेम से भरा , स्वाभिमान से परिपूर्ण यथार्थपरक लेख के लिए साधुवाद दिव्या जी !<br />आपसे पूर्णतया सहमत हूँ |सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-73210759595966285822012-01-07T13:52:43.467+05:302012-01-07T13:52:43.467+05:30हमारे आयुर्वेद में सबके कल्याण के लिए प्रयास किया ...हमारे आयुर्वेद में सबके कल्याण के लिए प्रयास किया गया है। जिसकी जैसी ज़रूरत हो, वह आयुर्वेद से अपनी ज़रूरत पूरी कर सकता है। दुख की बात यह है कि आयुर्वेद पर हमें जैसे ध्यान देना चाहिए, हम नहीं दे पा रहे हैं और अंग्रेज़ हम से बढ़कर इस पर रिसर्च कर रहे हैं।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-87937675678745854062012-01-06T22:52:08.927+05:302012-01-06T22:52:08.927+05:30hello divya ji...
Aap achcha likhti rahe
isi kamn...hello divya ji...<br />Aap achcha likhti rahe <br />isi kamna ke saath <br />main aapko ek achchi post ke liye <br />dhanywaad deta hun...Manish..https://www.blogger.com/profile/04388675797442177895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-60029292171845889452012-01-06T22:34:10.108+05:302012-01-06T22:34:10.108+05:30अच्छी रचना...
सच है..बासमती चावल का किस्सा भी हम ज...अच्छी रचना...<br />सच है..बासमती चावल का किस्सा भी हम जानते हैं...<br />दुखद है.vidyahttps://www.blogger.com/profile/07319211419560198769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49665699389733184752012-01-06T20:46:34.366+05:302012-01-06T20:46:34.366+05:30desh so raha hai divya ji. hamre karndharon ko son...desh so raha hai divya ji. hamre karndharon ko sone dijiye.inhen apni tijori bharne se fursat kahn.ye sonyege aur aur vo lutenge . yahi is desh ka bhavisya hai............उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-30619703153162445092012-01-06T16:48:07.917+05:302012-01-06T16:48:07.917+05:30हम अपने पूर्वजों की महान विरासत की रक्षा ढंग से नह...हम अपने पूर्वजों की महान विरासत की रक्षा ढंग से नहीं कर पा रहे हैं। हम तब जागते हैं जबकि दूसरा हमारी चीज़ों पर अपना क़ब्ज़ा जमा चुका होता है। हमारी कई जड़ी बूटियों को पश्चिमी वैज्ञानिक अपने नाम से पेटेंट करा चुके हैं। ताज़ा ख़बर के मुताबिक़ ब्रिटेन की नज़र हमारे अदरक और कुटकी पर है। उसने इनके ज़रिये नज़ले ज़ुकाम का इलाज ढूंढने का दावा किया है। यह लम्हा हमारे लिए आत्मविश्लेषण का है।<br /><br />अभिमान वास्तव में ही बहुत बुरा होता है। ज्ञान का हो तो और भी ज़्यादा बुरा होता है। इन लोगों से भी बढ़कर नुक्सान देने वाले वे तत्व होते हैं जो कि अपने इतिहास और अपनी परंपराओं को जानने के बावजूद भी भुला देना चाहते हैं। ऐसे लोगों के कारण ही आज प्राचीन पूर्वजों के बहुत से कारनामे भुला दिए गए हैं।<br />Please see<br />http://aryabhojan.blogspot.com/2012/01/impotency.htmlPragya Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17674774126694104489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-27995499774179030052012-01-06T15:23:30.270+05:302012-01-06T15:23:30.270+05:30sahmat.sahmat.Pragya Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17674774126694104489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-38607785088009888262012-01-06T14:28:23.765+05:302012-01-06T14:28:23.765+05:30achchhi jaankari!!achchhi jaankari!!मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-1513824868592885382012-01-06T14:03:25.131+05:302012-01-06T14:03:25.131+05:30बहुत बढ़िया प्रस्तुति,प्रेरक सुंदर रचना......
welc...बहुत बढ़िया प्रस्तुति,प्रेरक सुंदर रचना......<br />welcome to new post<a href="http://dheerendra11.blogspot.com/2012/01/blog-post.html#links" rel="nofollow">--जिन्दगीं--</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-80086221537203146882012-01-06T09:29:01.488+05:302012-01-06T09:29:01.488+05:30आपने चिंतनीय विषय पर एक अच्छा आलेख
लिखकर,पाठकों को...आपने चिंतनीय विषय पर एक अच्छा आलेख<br />लिखकर,पाठकों को जागृत करने का जो प्रयास<br />किया, वो निश्चित ही अत्यधिक सराहनीय है।<br />काश आपके आलेख की तरफ हमारे राजनेताओं<br />का ध्यान आकर्षित होता। किन्तु उन्हें कहाँ<br />फरसत है भ्रष्टाचार करने से।dinesh aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/18216221541613478194noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-15198356963966411732012-01-06T07:37:42.751+05:302012-01-06T07:37:42.751+05:30आयुर्वेद प्राचीन भारत की समृद्ध वैज्ञानिक धरोहर है...आयुर्वेद प्राचीन भारत की समृद्ध वैज्ञानिक धरोहर है। प्लास्टिक सर्जरी भी भारत की ही देन है।<br />औषधिशास्त्र और शल्यचिकित्सा के अतिरिक्त प्लास्टिक सर्जरी अर्थात अंगसंधान भी यूरोपीय देशों ने भारत से ही सीखीं। सुश्रुत ने नाक , कान आदि की प्लास्टिक सर्जरी का विस्तृत वर्णन सुश्रुत संहिता में किया है।<br />पश्चिमी देशों के तथाकथित वैज्ञानिकों ने न केवल चिकित्सा शास्त्र बल्कि रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, वनस्पतिशास्त्र, गणित आदि विषयों के बहुत से महत्वपूर्ण तथ्यों और सिद्धांतों की चोरी की है। <br /><br />आपका लेखन केवल स्वांतः सुखाय नहीं बल्कि देशहित और जनहित से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित होता है। इसकी आवश्यकता भी है।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-46386867888234797792012-01-06T00:51:49.009+05:302012-01-06T00:51:49.009+05:30आपने एक जाग्रतिप्रेरक विषय उठाया है, हमारी धरोहर क...आपने एक जाग्रतिप्रेरक विषय उठाया है, हमारी धरोहर की रक्षा अब अनिवार्य है।<br /><br /><br /><a href="http://niraamish.blogspot.com/2012/01/vegetarian-shakahar-quiz-contest-1_6032.html" rel="nofollow"> निरामिष शाकाहार प्रहेलिका 2012</a>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04417160102685951067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-64105643840278135252012-01-05T21:44:48.107+05:302012-01-05T21:44:48.107+05:30समस्या तो यही है कि कब होंगे एकजुट???
जय हिन्द,...समस्या तो यही है कि कब होंगे एकजुट???<br /><br /> <b>जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड</b>राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-2799734303960625382012-01-05T19:40:39.764+05:302012-01-05T19:40:39.764+05:30अपनी धरोहर के प्रति उदासीनता के कारण ही इस प्रकार ...अपनी धरोहर के प्रति उदासीनता के कारण ही इस प्रकार के बहुत से महत्वपूर्ण और उपयोगी इलाज जो हमारी वन-संपदा पर आधारित और अति सुगम हैं विस्मृत होते जा रहे हैं ,उन्हें भी खोजने और संकलित करने की आवश्यकता है .प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-17833240758954409482012-01-05T18:36:00.062+05:302012-01-05T18:36:00.062+05:30sharm ?
chhodo yaar..
sharm hi hoti toh
ye chori ...sharm ?<br />chhodo yaar..<br />sharm hi hoti toh <br />ye chori karte hi kyon ?<br /><br />sharm aur chori me <br />36 ka aankda hai ji zeal ji !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-72903701422748207242012-01-05T18:05:46.122+05:302012-01-05T18:05:46.122+05:30वन्देमातरम दीदी ,
विडम्बना और कंही नही विडम्बना यं...वन्देमातरम दीदी ,<br />विडम्बना और कंही नही विडम्बना यंही हे @मेकाले की शिक्षा के प्रभाव से उसे तब ही सच मना जाता हे जब उस पर पश्चिम की सील लगे और उसे इन देशो में मान्यता मिलेManhttps://www.blogger.com/profile/04207741457433540498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-39978019517760505192012-01-05T17:09:10.125+05:302012-01-05T17:09:10.125+05:30पुरानी सम्पदा हमारी धरोहर है उसे हर हाल में सुरक्ष...पुरानी सम्पदा हमारी धरोहर है उसे हर हाल में सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है <br /><br />नई रचना <a href="http://dheerendra11.blogspot.com/2012/01/blog-post.html#links" rel="nofollow">--जिन्दगीं--</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com