tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post4000481631220439789..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: अडवानी, उमा भारती तुझे सलाम --- थोड़े तेरे -थोड़े मेरे !ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger72125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-63405951492724320082013-04-29T05:16:17.142+05:302013-04-29T05:16:17.142+05:30The best thing to do is to go to a tattoo shop and...The best thing to do is to go to a tattoo shop and ask for their advice, since they have <br />experience tattooing many different types of skin tones.<br />They offer a variety of symbols and designs, providing universal meanings for everyone.<br />Both of these design elements were taken from Gothic dingbats, which were then resized to fit the page.<br /><br /><br />My site; <a href="http://www.rbalaw.org/index.php/member/58942/" rel="nofollow">fire Tattoo Designs</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-56725373260528619292013-04-15T08:34:44.373+05:302013-04-15T08:34:44.373+05:30Link exchange is nothing else except it is
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जब दो तिहाई हिन्दुओं का खून ठंडा ही है , तो एक-....<br /><br />जब दो तिहाई हिन्दुओं का खून ठंडा ही है , तो एक-तिहाई रोटी फेंकने पर वो राल टपकाते हुए दौड़ेंगे ही । <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-18360625551989528692010-10-04T09:00:36.718+05:302010-10-04T09:00:36.718+05:30.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी-द....<br /><br />राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी-दोनों ने ही जोर दिया है कि यह निर्णय देश में लाखों लोगों के इस विश्वास को मान्यता देता है कि जहां वर्तमान में रामलला विराजमान हैं-वही राम का जन्म स्थान है।<br /><br />अब स्थिति आस्था बनाम कानून नहीं बल्कि कानून द्वारा आस्था की अनुमोदन करने वाली है।<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-48406327554193269332010-10-04T08:54:28.404+05:302010-10-04T08:54:28.404+05:30.
भारत सरकार ने डा. के0 एम0 मुंशी को सोमनाथ मंदिर....<br /><br />भारत सरकार ने डा. के0 एम0 मुंशी को सोमनाथ मंदिर निर्माण सम्बंधी परामर्शदात्री समिति का चेयरमैन नियुक्त किया। डा. मुंशी ने तय किया कि सरदार पटेल से मंदिर का लोकार्पण करवाया जाएगा। परन्तु जब तक निर्माण कार्य पूरा हुआ, सरदार पटेल का निधन हो गया।<br /><br />अपनी पुस्तक ‘पिलग्रिमेज टू फ्रीडम‘ में मुंशी लिखते हैं:<br /><br /> ”जब मंदिर में मूर्ति प्रतिष्ठापना का समय आया तो डा. राजेन्द्र प्रसाद से सम्पर्क कर पूछा कि वे समारोह में आएं लेकिन साथ ही यह शर्त भी लगाई कि वे तभी निमंत्रण स्वीकारें जब वे किसी भी हालत में आने को तैयार हों।<br /><br />डा. राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि वे मूर्ति प्रतिष्ठापना के लिए आएंगे चाहे प्रधानमंत्री का रवैया कैसा भी हो और उन्होंने जोड़ा ‘मुझे अगर मस्जिद या गिरजाघर के लिए भी आमंत्रित किया जाता तो भी मैं उसे स्वीकार ही करता। यही भारतीय पंथनिरपेक्षवाद का मूल तत्व है। हमारा देश न अधार्मिक है और न ही धर्म-विरोधी।<br /><br />अंदेशा सही निकला। जब यह घोषणा हुई कि राजेन्द्र प्रसाद सोमनाथ मंदिर के उदघाटन करेंगे तो पंडित जवाहर लाल ने उनके वहां जाने का जोरदार विरोध किया। लेकिन राजेंद्र बाबू ने अपने वचन का पालन किया।”<br /><br />****ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-70452939027651366252010-10-04T08:50:50.671+05:302010-10-04T08:50:50.671+05:30.
जूनागढ़ के भारत में विलय के बाद सरदार पटेल ने 9 ....<br /><br />जूनागढ़ के भारत में विलय के बाद सरदार पटेल ने 9 नवम्बर, 1947 को सौराष्ट्र का दौरा किया। उनके साथ नेहरु मंत्रिमंडल में तत्कालीन लोकनिर्माण एवं शरणार्थियों के पुर्नवास मंत्री एन0वी0 गाडगिल भी थे। जूनागढ़ की जनता ने दोनों का गर्मजोशी से स्वागत किया। अपने सम्मान में आयोजित जनसभा में सरदार पटेल ने एक अत्यंत महत्वपूर्ण घोषणा की: स्वतंत्र भारत की सरकार ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर का उसी स्थान पर पुनरुध्दार करेगी, जहां प्राचीन काल में वह स्थित रहा था और उसमें ज्योतिर्लिंगम पुन: स्थापित किया जाएगा। <br /><br /> <br /><br /> जूनागढ़ से सरदार पटेल के लौटने के तुरंत पश्चात् प्रधानमंत्री नेहरु ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाकर पटेल की घोषणा की औपचारिक पुष्टि की। उस शाम जब पटेल और मुंशी गांधीजी को मिले तो उन्होंने भी इस प्रयास को अपना आशीर्वाद दिया लेकिन साथ ही बताया कि निर्माण की लागत जनता उठाए न कि सरकार। इसलिए सोमनाथ ट्रस्ट गठित करने का निर्णय लिया गया।<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-42431483374004223492010-10-04T08:49:51.543+05:302010-10-04T08:49:51.543+05:30.
ऐसी ही स्थिति गुजरात में सौराष्ट्र के जूनागढ़ रि....<br /><br />ऐसी ही स्थिति गुजरात में सौराष्ट्र के जूनागढ़ रियासत में उत्पन्न हुई थी, जहां सोमनाथ का मंदिर स्थित है। जूनागढ़ की 80 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या हिंदू थी, लेकिन रियासत का नवाब मुसलमान था। स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर नवाब ने अपनी रियासत को पाकिस्तान में मिलाने की घोषणा कर दी। इससे रियासत के हिन्दू भड़क उठे और उन्होंने विद्रोह कर दिया। परिणामस्वरुप एक स्थानीय कांग्रेसी नेता सामलदास गांधी के नेतृत्व में एक समानांतर सरकार बनायी गई। नवाब तो स्वाभाव से ही विलासिताप्रिय और लापरवाह शासक था, रियासत की जनता उसे बिलकुल पसंद नहीं करती थी, ने पाकिस्तान से मदद मांगी। परन्तु उसकी कोई भी युक्ति सफल नहीं हुई और अंतत: एक रात वह चुपचाप पाकिस्तान भाग गया ।<br /><br /> <br /><br />सामलदास गांधी और रियासत के दिवान सर शाह नवाज भुट्टो- जो जुल्फिकार अली भुट्टो के पिता थे- ने भारत को संदेश भेजा कि जूनागढ़ रियासत भारत में विलय करने वाली है। अपनी पुस्तक ”पिलग्रिमेज टु फ्रीडम” में के0एम0 मुंशी ने उस समय को याद करते हुए लिखा है कि सरदार वल्लभभाई पटेल -जो उस समय भारत के गृहमंत्री थे और जिन्हें देशी रियासतों को भारतीय संघ में मिलाने का श्रेय जाता है-ने उन्हें (के0एम0 मुंशी) विलय की सूचना वाला तार सौंपते हुए बड़े स्वाभिमान के साथ उद्धोष किया: ‘जय सोमनाथ‘।<br /><br /> .ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49816918650298682282010-10-04T08:48:20.113+05:302010-10-04T08:48:20.113+05:30.
स्वामी विवेकानन्द समग्र साहित्य में ‘भारत का भव....<br /><br />स्वामी विवेकानन्द समग्र साहित्य में ‘भारत का भविष्य‘ शीर्षक के अंतर्गत प्रकाशित एक लेख में स्वामीजी लिखते हैं:<br /><br /> ”विदेशी आक्रमणकारी एक के बाद एक मंदिर तोड़ता रहा; लेकिन जैसे ही वह वापस जाता, फिर से वहां उसी भव्य रुप में मंदिर खड़ा हो जाता। दक्षिण भारत के इन मंदिरों में से कुछ मंदिर और गुजरात के सोमनाथ जैसे अन्य मंदिर आपको भारतवर्ष के इतिहास के बारे में इतना कुछ बता सकते हैं, जो आपको पुस्तकों के भंडार से भी जानने को नहीं मिलेगा। सोचिए, इन मंदिरों पर विध्वंस औेर पुनर्निर्माण के सैकड़ों निशान मौजूद हैं-लगातार बार-बार टूटते रहे और ध्वंसाशेषों से ही फिर बार बार खड़े होते रहे, पहले से भी ज्यादा भव्यता के साथ! यही है राष्ट्रीय भावना, राष्ट्रीय जीवनधारा। इस धारा के साथ चलिए, यह आपको गौरव की ओर ले जाएगी।” <br /><br /> <br /><br />ऐसे में यह स्वभाविक ही है कि वर्ष 1947 में जब भारत स्वतंत्र हुआ तो अनेक हिंदुओं को लगा कि यह न केवल अंग्रेजी राज्य से मुक्ति है, बल्कि पूर्व-ब्रिटिश भारतीय इतिहास के उन पहलुओं से भी मुक्ति है, जिन्हें मूर्ति-भंजन, हिन्दू मंदिरों के विध्वंस और वंशीय पराभव तथा श्रेष्ठ सांस्कृतिक परंपराओं के उल्लंघन जैसी दुष्प्रवृत्तियों के रुप में देखा जाता रहा है। <br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-43641515066565171202010-10-03T13:00:56.526+05:302010-10-03T13:00:56.526+05:30कितनी सहजता से इतना अच्छा व्यंग्य लिखा है आपने!कितनी सहजता से इतना अच्छा व्यंग्य लिखा है आपने!Anu Singh Choudharyhttps://www.blogger.com/profile/00504515079548811550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-52880743795297944322010-10-03T09:20:31.561+05:302010-10-03T09:20:31.561+05:30Dearest ZEAL:
The charade of secularism continues...Dearest ZEAL:<br /><br />The charade of secularism continues even in the judiciary.<br /><br />The Lucknow Bench of Allahabad High Court knew there was an upper option available to the plaintiffs and hence gave a diffused judgment. <br /><br />Naturally, all will go now to the Supreme Court which will takes its own sweet time - may be another 60 years - to arrive at a judgment.<br /><br />Deferment of decision is the judiciary's understanding of a way to avoid communal strife.<br /><br />If they were to be so socially skewed, they ought not to have carried out the whole pretense of legal proceedings.<br /><br />As such muslims [in general] have all over the world always usurped place and position on the power of the sword, so talking rationale and sense to them is never going to yeild any good outcome. Wherever the muslims are in the world, they are thought of to be trouble-mongers. Not all accusers could be wrong. There has to be some truth in it.<br /><br />The judgment serves them right. Even if they erect a mosque [and they will, given their obtuse nature] besides the Rightful Place Of The Temple, for all times to come they will know that this adjacent plot was given as a 'bhikh' to the beggars. It will never be at the place they ingloriously and deceitfully claimed as theirs.<br /><br /><br />Arth Desaiethereal_infiniahttps://www.blogger.com/profile/04329983874928045371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-4420627787003960192010-10-02T23:53:23.918+05:302010-10-02T23:53:23.918+05:30निर्णय से पहले की रचना :
___________________
मेरे ...निर्णय से पहले की रचना :<br />___________________<br />मेरे ह्रदय में<br />पुण्य भी है पाप भी<br />वरदान भी है शाप भी<br />बिलकुल अवध के एक ढाँचे सा।<br /><br />सोचता<br />सब नष्ट कर दूँ।<br />फिर से बनाऊं 'एक मंदिर'<br />शुद्ध, सुन्दर, पुण्य-संचित<br />यही बालक मन की मेरी<br />आखिरी जिद।<br /><br />एक राखूँ<br />एक अर्पित।<br />हाथ मेरे <br />है खिलौना <br />'श्री राम भूमि बाबरी मस्जिद'।<br />______________<br /> <br />निर्णय के बाद की नयी रचना :<br />_____________________<br />मेरे ह्रदय में<br />अर्घ भी है अजान भी<br />भीख भी है दान भी<br />बिलकुल ऊँची अदालत के रुके डिसिजन सा. <br /><br />सोचता <br />अब दे ही दूँ. <br />फिर से कराऊँ 'धर्म दंगा' <br />फ़कीर बनाम साधु भिक्षुक <br />यही नेता मन की मेरी <br />अवसरी जिद. <br /><br />एक मुद्दा <br />एक निर्णय. <br />हूँ अदालत <br />बिलकुल निर्भय. <br />हाथ मेरे <br />है हथोड़ा <br />'ध्वंसकर्ता'<br />ऑर्डर-ऑर्डर पीटने को.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-9907068194021077052010-10-02T21:49:14.633+05:302010-10-02T21:49:14.633+05:30वाह वाह वाह
अच्छा लेखवाह वाह वाह<br />अच्छा लेखपी के शर्माhttps://www.blogger.com/profile/02419277158229138144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-14976987121397399112010-10-02T20:59:22.398+05:302010-10-02T20:59:22.398+05:30पोस्ट तो उम्दा है ही किन्तु आपने प्रतिक्रियाओं के ...पोस्ट तो उम्दा है ही किन्तु आपने प्रतिक्रियाओं के बीच में जो धारदार तड़का लगाया है वो लाजवाब है और संग्रहणीय भी !<br />-<br />पता नहीं आप मुझसे छोटी हैं कि बड़ी लेकिन आपको आशीर्वाद देने को मन हो रहा है<br />-<br />काश ये तेवर एक तिहाई लोगों में भी देख पाता. <br />-<br />सच्ची, सटीक और सार्थक ब्लोगिंग <br />साधुवादप्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-61952933939950313242010-10-02T19:30:43.624+05:302010-10-02T19:30:43.624+05:30मुस्लिम तो अब बहुत खुश होंगे
"हस के लिया है ...मुस्लिम तो अब बहुत खुश होंगे<br /><br />"हस के लिया है एक तिहाई लड़ कर लेंगे दो तिहाई" के नारे लगने वाले हैंअंकित कुमार पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/02401207097587117827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-3281606952035803612010-10-02T18:00:19.266+05:302010-10-02T18:00:19.266+05:30ये अंदाज अलग है ,पर अच्छा है ।
राह आसान नहीं है ,...ये अंदाज अलग है ,पर अच्छा है । <br />राह आसान नहीं है ,जरा मुल्ला यम को भी सुनिये ।अजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-75823250023309196102010-10-02T15:29:09.434+05:302010-10-02T15:29:09.434+05:30.
सरकार क्यूँ डर रही थी , और क्यूँ इतना सैन्य बल....<br /><br />सरकार क्यूँ डर रही थी , और क्यूँ इतना सैन्य बल लगाने की क्या ज़रुरत थी जब सभी बच्चों को लोलीपोप ही पकडाना था। सबको बहका दिया, सब बहक गए। लेकिन निश्चिन्त मत होइए , एक कर करके सब जागेंगे।<br /><br />और शीला जी, ज़रा संभल के। वहां ज्यादा ज़रुरत है सैन्य बल की।<br /><br />हिन्दू जागो ---पहले आधा हिन्दुस्तान गया, कश्मीर पे नज़र है ही। आसाम, तिब्बत चाहिए चीन को। अयोध्या की महिमा एक तिहाई हुई। एक दिन सब चला जायेगा। वो दिन दूर नहीं जब सुबहे बनारस और शामे अवध नहीं होगी। बल्कि जब आँख खुलेगी तो करांची में अजान हो रही होगी।<br /><br />मुस्लिम जागो--- एक-तिहाई में संतोष मत करो , नहीं तो तुम्हारी आदत बिगड़ जायेगी और तुम माँगना भूल जाओगे। हक से मांगो हिन्दुस्तान, कर लो मुट्ठी में ये जहान ॥<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-70805099213946147862010-10-02T14:10:28.843+05:302010-10-02T14:10:28.843+05:30देश की गति कुछ अच्छी नहीं है...देश की गति कुछ अच्छी नहीं है...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-47253944354340711122010-10-02T13:11:31.994+05:302010-10-02T13:11:31.994+05:30no comment...no comment...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-17853515474063126992010-10-02T13:10:59.788+05:302010-10-02T13:10:59.788+05:30आपका व्यंग बहुत अच्छा है ... और मुझे खुशी है की हम...आपका व्यंग बहुत अच्छा है ... और मुझे खुशी है की हम लोग इतने सहनशील है की अपनी कमियों और अपने करे पर भी हास्य और आलोचना कर पाते हैं और कोई बुरा नही मानता ..... पर इस ऐतिहासिक फैंसले के सम्मान में भी ज़रूर कहना चाहिए ... न की जल्दी में तुष्टिकरण की बात करनी चाहिए ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-55698546679775005192010-10-02T12:34:07.927+05:302010-10-02T12:34:07.927+05:30आपने सही मसला उठाया लेकिन अर्थ अपने-अपने मत से निक...आपने सही मसला उठाया लेकिन अर्थ अपने-अपने मत से निकल आयेंगे..जिसकी जैसी प्रीति वैसी मूरत वाल बात...<br /><br />मेरे ब्लागस पर आप आती है इसके लिए तहे दिल से शुक्रिया<br /><br />डा.अजीत <br />एक नया ब्लाग लिख रहा हूं आजकल यहाँ पर आकर देखिए एक बार <br />पता है<br /><br />www.meajeet.blogspot.com<br />Dr.AjeetDr.Ajithttps://www.blogger.com/profile/17632123454222628758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-19104309789193525882010-10-02T12:31:05.037+05:302010-10-02T12:31:05.037+05:30...brought smile on my face.
Thanks for visiting ......brought smile on my face.<br /><br />Thanks for visiting my blog.Harshad Mehtahttps://www.blogger.com/profile/10747054432059631577noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-27462964008164803752010-10-02T12:14:41.193+05:302010-10-02T12:14:41.193+05:30विचारणीय लेख के लिए बधाईविचारणीय लेख के लिए बधाईसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com