tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post4127798355019515702..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: सुखों की अतिशयता बनी बोरियत का कारण -- Beat your boredom.ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger67125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-75538746533256372662010-12-08T17:07:45.259+05:302010-12-08T17:07:45.259+05:30आप ने अपनी सासु मां की नब्ज को ठीक पहचाना दिव्या ज...आप ने अपनी सासु मां की नब्ज को ठीक पहचाना दिव्या जी!....वैसे किसी भी काम को अहम बना कर या मन लगा कर करते रहने से बोरियत पास फट्कती नही है!....वैसे कई बार अपना घर छोड कर दुसरी जगह पर ज्यादा समय तक रहना पडे...तो भी बोरियत महसूस होती है!....कई लोगों का तो तकिया कलाम ही होता है कि...मै तो बोर हो गया!' ...बहुत महत्वपूर्ण विषय पर आप ने प्रकाश डाला है...शुभेच्छा!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-67856987681256662732010-12-08T14:18:38.821+05:302010-12-08T14:18:38.821+05:30.
@-तुम इसे आराम से डिलीट कर सकती हो ।
डॉ अमर ,
....<br /><br />@-तुम इसे आराम से डिलीट कर सकती हो ।<br /><br />डॉ अमर ,<br /><br />डिलीट क्यूँ करुँगी। आपके विचारों से बहुत लोग लाभान्वित होंगे। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-42338428353349905322010-12-08T14:14:17.472+05:302010-12-08T14:14:17.472+05:30.
डॉ अमर ,
अच्छा लगा ये जानकार की आप अपनी अम्मा ....<br /><br />डॉ अमर ,<br /><br />अच्छा लगा ये जानकार की आप अपनी अम्मा के साथ रोज दो घंटे बैठते हैं। जारी रखियेगा। मैं भी समीर जी से कहूँगी की वो सुबह सात बजे घर से निकल जाते हैं और रात्रि दस बजे घर आकर टीवी देखकर और भोजन पश्चात निद्रा देवी के आगोश में चले जाते हैं , उन्हें भी माताजी के साथ ११ से रात्रि एक बजे तक अपनी अम्मा जी के साथ बैठना चाहिए। आखिर इस डेली रूटीन में पति सहयोग कर दे तो अच्छी बात होगी ना।<br /><br />वैसे आजकल के पुरुष , पत्नियों के लिए तो समय निकालते नहीं, बच्चों की पढाई लिखाई से कोई मतलब नहीं रखते , बहुत से पिताओं को तो ये भी नहीं पता होता की उनका बच्चा किस कक्षा में पढ़ रहा है। बस पत्नियों को उपदेश देंगे की अम्मा के साथ दो घंटे बैठा करो ।<br /><br />अरे एक तो ८० फीसदी महिलाएं वैसे ही समाज हित में कुछ नहीं करती , और जो अपने समय का सदुपयोग समाज और देश हित में सार्थक रूप से करना चाहती हैं, उनको भी यही उपदेश की दो घंटे रोज़ अम्मा जी के साथ बैठो। अरे भाई जब आप जैसे बेटे दो घंटे बैठते ही हैं तो भाग्यशाली बहुएं भी बच जाती हैं इस दुरूह कार्य से। वो भी बूढी होने से पहले कुछ वक़्त अपनी रूचि का करके गुज़ार कर सकती हैं।<br /><br />डॉ अमर , कभी गौर से सोचियेगा की महिला के पास कितना वक़्त होता है और वो किस तह से टाइम मनेजमेंट करती है।<br /><br />आपका पिटा-पिटाया dialogue तो सदियों से सुनते आ रहे हैं। एक व्यस्त महिला होने के नाते मैंने अपनी सास को एक व्यवहारिक उपाय बताया है। आपके जितना इफरात समय मेरे पास होता तो मैं और भी बहुत से समाजोपयोगी कार्यों में खुद को busy रखती।<br /><br />हर किसी की अपनी परिस्थियाँ होती हैं। मैंने कभी अपनी परिस्थितियों की शिकायक करना नहीं सीखा , बल्कि मुझे लगता है मेरे बहुमूल्य दो घंटों से लाखों लोग लाभ उठा सकते हैं।<br /><br />फिर उस कीमती समय को किसी की बोरियत दूर करने में व्यर्थ कर दूँ ?<br /><br />जी नहीं, मैं किसी को ये राय नहीं दूंगी की किसी की बोरियत दूर करने का सामान बनो। इंसान को चाहिए की वो खुद को सक्षम और समाजोपयोगी बनाए। न की सास की बोरियत दूर करने में समय गवाए फिर अपनी बहु से वही अपेक्षा रखे , फिर वही क्रम....<br /><br />आज इतनी महिलाएं ब्लॉग जगत में समाजोपायोगी लेख लिख रही हैं और अपनी बहु की खुशियों का भी ख़याल रख रही हैं, वे न तो बोर होती हैं। न ही बोर करती हैं। <br /><br />जो महिलाएं अपने बेटे बहु और पोते-पोती से स्नेह नहीं रखतीं, वही बोर होती हैं, वरना जहाँ हर प्रकार का सुख है, साथ घुमने आ जा रहे हैं, भरा पूरा परिवार है, वहां भी सासें बोर क्यूँ हो रही हैं ? क्या चाहिए उन्हें ? क्या ऐसे लोगों को समय चाहिए किसी का ? नहीं ! कुछ लोग खुश रहना ही नहीं जानते ।<br /><br />कम से कम मेरे पास तो और भी बहुत से गम हैं जमाने में इस बोरियत भगाने के सिवा । जब तक जीवित हूँ , समाज के लिए ही कुछ करती रहूंगी। मेरा परिवार बहुत बड़ा है। भ्रष्टाचार ख़तम करने , चिकित्सा व्यवस्था बेहतर करने और विकास की दिशा में कुछ सकारात्मक कर लूँ उसके बाद किसी व्यक्ति विशेष की बोरियत भगाने के विषय में सोचूंगी।<br /><br />इश्वर ने एक ही जीवन दिया है , उसकी कीमत समझती हूँ। और वक़्त कितना कीमती है , ये बहुत अच्छी तरह समझती हूँ। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-68507255746569250172010-12-08T13:30:47.494+05:302010-12-08T13:30:47.494+05:30.
हद है,
जिस मँच के विचार विमर्श, हिन्दी में दुन....<i><br />हद है, <br />जिस मँच के विचार विमर्श, हिन्दी में दुनियावी सँदर्भों के एक मज़बूत डाटाबेस तैयार करने एवँ सँरचनात्मक सृजनात्मक की अपार सँभावनायें मौज़ूद हैं, वहाँ इसे एक नशे का प्रतिमान बना कर झूमने की होड़ मची है । <br />बेहतर होता कि माता जी को दो घँटे दिये जाते, पुरानी पीढ़ी के सँस्मरण और अनुभव हमें अतीत में जाने की अँतरदृष्टि देती है ।<br />साँघातिक अस्वस्थता की अपनी वर्तमान स्थिति में भी मैं अम्मा के पास दो घँटे अवश्य बैठता हूँ । उन्हें लगता है कि वह बताना भूल गयी हैं, इसलिये वही सुनी सुनायी बातें बार बार सुनता हूँ और उनके चेहरे पर उतराती तृप्ति को निखारने के लिये किसी सीरियल के ताज़ा इपिसोड की कहानी सुनाने का आग्रह कर देता हूँ, वह ऎसे खिल उठती हैं, जैसे इसी से अपने जीवन को सार्थक कर रही हों । <br />ब्लॉगिंग को नशे का प्रतिमान मानना ग़वारा नहीं हुआ, इसलिये अनिच्छा से टिप्पणी दे दी । तुम इसे आराम से डिलीट कर सकती हो । जब मै स्वयँ ही दुनिया से डिलीट होने के कगार पर हूँ, सो कोई वाँदा नहीं ।<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-33785743788673392302010-12-08T12:05:53.898+05:302010-12-08T12:05:53.898+05:30दिव्याजी
कभी कभी मिलनसार व्यक्ति भी बोर होने लगता ...दिव्याजी<br />कभी कभी मिलनसार व्यक्ति भी बोर होने लगता है |असल में बोर होना भी "कहना "एक टेक बन गया है |खैर !अपने जो सासु माँ को सुझाव बताया है बहुत अच्छा है इसी सुझाव पर तो मै भी अमल कर रही हूँ जो मेरी बहू ने मेरे बंगलौर में रहने पर बताया था |नशा का नशा और इतने लोगो से घर बैठे मिलना |<br />वाकई ब्लाग लेखन बड़े काम की चीज है |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-72067363140763127902010-12-07T10:16:54.204+05:302010-12-07T10:16:54.204+05:30बहुत अच्छा इलाज ढूंढा है डॉक्साब, मैने भी यही अपना...बहुत अच्छा इलाज ढूंढा है डॉक्साब, मैने भी यही अपना रखा है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49327145769607236272010-12-07T10:13:36.113+05:302010-12-07T10:13:36.113+05:30डा. दिव्या जी ,
आपने जो रास्ता अपनी सासू माँ को सु...डा. दिव्या जी ,<br />आपने जो रास्ता अपनी सासू माँ को सुझाया है निश्चय ही अब वो कभी बोर नहीं होंगी !<br />आपका यह लेख बहुत सारे लोगों के लिए हितकारी होगा !<br />-ज्ञानचंद मर्मज्ञज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-33857034802553929002010-12-07T01:37:22.880+05:302010-12-07T01:37:22.880+05:30आप तो gr8 हो। आपके ब्लोग पर मेरा यह प्रथम आगमन है।...आप तो gr8 हो। आपके ब्लोग पर मेरा यह प्रथम आगमन है। अच्छा लगा अब लगातार आना पडेगा।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-43437498422517531832010-12-06T21:50:45.451+05:302010-12-06T21:50:45.451+05:30सुन्दर लेख के लिए आपका साधुवाद.सुन्दर लेख के लिए आपका साधुवाद.अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-54764001276104036142010-12-06T21:38:50.058+05:302010-12-06T21:38:50.058+05:30अच्छी सोच, नेकी की बात .
हम हैं सदा आपके साथ .अच्छी सोच, नेकी की बात .<br />हम हैं सदा आपके साथ .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-18467077991953287312010-12-06T21:33:39.696+05:302010-12-06T21:33:39.696+05:30ब्लोगिंग अच्छा नशा है। माँ को टॉपिक decide करने दी...ब्लोगिंग अच्छा नशा है। माँ को टॉपिक decide करने दीजिये।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-33761386805341124172010-12-06T19:12:14.612+05:302010-12-06T19:12:14.612+05:30ये एक नशा ही है जो सर चढ़्कर बोलता हैये एक नशा ही है जो सर चढ़्कर बोलता हैSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-68573039905290590192010-12-06T18:52:32.449+05:302010-12-06T18:52:32.449+05:30Very Nice......Very Nice......वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17461991763603646384noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-29262558565419074872010-12-06T17:53:10.561+05:302010-12-06T17:53:10.561+05:30उपरोक्त में बहुत कहा गया सिर्फ इतन कहूँगा कि डा...उपरोक्त में बहुत कहा गया सिर्फ इतन कहूँगा कि डाक्टर ने मर्ज भी पहचाना और इलाज भी सही किया माता जी एवं आपके पिताजी को हार्दिक चरण स्पर्शगिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-83058495552321501522010-12-06T16:13:26.487+05:302010-12-06T16:13:26.487+05:30बहुत ही रोचक पोस्ट . बुजुर्गों को स्वयं को व्यस्त ...बहुत ही रोचक पोस्ट . बुजुर्गों को स्वयं को व्यस्त रखने की प्रयास भी करना होगा.मेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-47467433750436033872010-12-06T15:02:21.406+05:302010-12-06T15:02:21.406+05:30तुम्हारी इस बात ने भावुक कर दिया--लेकिन उनके पास त...तुम्हारी इस बात ने भावुक कर दिया--लेकिन उनके पास तो तीन बेटियां हैं जो परदेस में रहकर उनका ख़याल भी नहीं रख सकतीं। बेटी वालों को तो बेटियों के जन्म लेते ही मन बना लेना पडता है। मै भी तो तभी ब्लागिन्ग करने लगी। तीनो बेटियाँ अपने मे मस्त रहें।<br />आपने सही काम किया एक बार आपकी सासू जी को ब्लागिग का नशा लग गया तो बस बोरियत गायब। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-77501215317078159982010-12-06T13:53:55.018+05:302010-12-06T13:53:55.018+05:30mujhe bahut khushi he ki aapne apni saas ko aur un...mujhe bahut khushi he ki aapne apni saas ko aur unki pareshani ko samjha or use suljhya bhi or likhne ke liye unhe prerit kiya kionki apni bat ko dusron ke sath share bhi ho jati he or dusron aap smpark me bhi rahte jo ki boriyet ko bagane bahut hi sahi upaye he aapko hamari puri team ki tarph se shubhkamnayen....................Pahal a milestonehttps://www.blogger.com/profile/05203529305290024269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-82803776999196010602010-12-06T13:03:33.758+05:302010-12-06T13:03:33.758+05:30@--But just a question i have, When does one live ...@--But just a question i have, When does one live for oneself?<br /><br />Dear AS, <br /><br />You already have given the right answer of your question. <br /><br />This is how we continue living our lives. Living for others is the right way of living life. It gives us peace and satisfaction. <br /><br />Those who live for themselves only , they end up complaining everytime. <br /><br />Above all living life wonderfully is an art. We ought to apply our knowledge, experiences wits and common sense in all our endeavors to achieve peace , happiness and satisfaction. <br /><br />regards, <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-46042794837943397732010-12-06T10:43:00.461+05:302010-12-06T10:43:00.461+05:30आपने एक बार फिर इस लेख के माध्यम से बहुत कुछ कहा ...आपने एक बार फिर इस लेख के माध्यम से बहुत कुछ कहा है ...समझा है मां जी को..एक नई दिशा दी ...शुभकामनायें ...।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-7717369669855980382010-12-06T10:42:57.210+05:302010-12-06T10:42:57.210+05:30डाक्टर साहिबा! सही सलाह की दवा दी है, सासू माँ क़ॉ।...डाक्टर साहिबा! सही सलाह की दवा दी है, सासू माँ क़ॉ। <br /><br />ब्लोगिंग वो नशा है जो सर चढ़्कर बोलता है!सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-30936888801398554702010-12-06T10:00:27.928+05:302010-12-06T10:00:27.928+05:30... kyaa baat hai ... rochak post !!!... kyaa baat hai ... rochak post !!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-89681918841490361062010-12-06T08:50:05.940+05:302010-12-06T08:50:05.940+05:30Divya Ji,
Firstly i learnt that my Hindi has gone ...Divya Ji,<br />Firstly i learnt that my Hindi has gone really bad in the years. I had not realized it.<br />Todays materialistic world, no one thinks about others. You do, thats evident. There is that other thing i see, you address a problem when the other is looking for a solution. But just a question i have, When does one live for oneself? Or is living for others, life of self?AShttps://www.blogger.com/profile/10892518932463927338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-78519584786412311582010-12-06T08:23:01.547+05:302010-12-06T08:23:01.547+05:30bahut hi achhe dhang se bahut kuch kah diyabahut hi achhe dhang se bahut kuch kah diyaरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-38431629966641009552010-12-06T07:59:52.120+05:302010-12-06T07:59:52.120+05:30सच कहा आपने...
मैंने भी कनाडा आने के बाद ही ब्लॉग ...सच कहा आपने...<br />मैंने भी कनाडा आने के बाद ही ब्लॉग लिखना शुरू किया और आप लोगो का स्नेह भी खूब मिला. लिखकर अच्छा लगता है.....<br />मुझे तो अन्य social websites से अच्छा ब्लॉग लिखना लगता है.....<br />ये जरूर जानना पड़ेगा की पहला टोपिक कौन सा आया आपकी माताजी के जहन में?Rajesh Kumar 'Nachiketa'https://www.blogger.com/profile/14561203959655518033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-29484418916503909332010-12-06T07:58:11.596+05:302010-12-06T07:58:11.596+05:30क्या उनका एक अलग ब्लॉग शुरू किया जा रहा है या आपके...क्या उनका एक अलग ब्लॉग शुरू किया जा रहा है या आपके ब्लॉग में ही वो अपना लेख देंगे ?<br />खैरत, जो भी हो, बुजुर्गों के लिए अच्छा है ... उनका मन भी लगा रहेगा और हमें भी उनके तजुर्बे से कुछ सीखने को मिलेगा ..Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.com