tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post5230917489629852183..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: क्या मच्छर के काटने से एड्स हो सकता है ?ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger64125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49980991026078584882015-09-17T19:47:24.553+05:302015-09-17T19:47:24.553+05:30Kya kisi vyakti ko naak se ya usake mouth ke madhy...Kya kisi vyakti ko naak se ya usake mouth ke madhyam se koi hiv Sankramit vyakti ko kata machchhar usake andar chala jaye to kya uss vyakti ko bhi hiv ka khatra ho sakta hai. Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-24545781398977330732015-07-27T23:32:41.157+05:302015-07-27T23:32:41.157+05:30Inspiring story there. What occurred after? Thanks...Inspiring story there. What occurred after? Thanks!<br /><br />My blog ... <a href="http://nord-pizza.ru/?option=com_k2&view=itemlist&task=user&id=123876" rel="nofollow">ChaeWWebbs</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-50116670641442861852015-07-24T12:38:17.331+05:302015-07-24T12:38:17.331+05:30When I initially commented I clicked the "Not...When I initially commented I clicked the "Notify me when new comments are added" checkbox <br />and now each time a comment is added I get several e-mails with the same comment.<br />Is there any way you can remove me from that service?<br />Thanks!<br /><br />my blog: <a href="http://ravhenzteam.fr/groups/x26-how-to-get-better-at-search-engine-optimization-by-shenika-b-covey/" rel="nofollow">ErvinXFontane</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-31484535700944476262015-07-13T19:14:11.136+05:302015-07-13T19:14:11.136+05:30Pretty! This was an extremely wonderful article.
...Pretty! This was an extremely wonderful article.<br /><br />Many thanks for supplying this info.<br /><br />My web site - <a href="http://www.mpo.net.br/?option=com_k2&view=itemlist&task=user&id=142174" rel="nofollow">WilberFNoorigian</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-9740522629788615412015-06-21T13:51:14.750+05:302015-06-21T13:51:14.750+05:30Hi there it's me, I am also visiting this web ...Hi there it's me, I am also visiting this web site on a regular basis, this web <br />page is genuinely fastidious and the visitors are actually <br />sharing nice thoughts.<br /><br />Also visit my web site <a href="https://www.youtube.com/watch?v=TlbQ0xbbpOQ" rel="nofollow">Paramotor hang gliding video - Paramotor Training</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-28555761214027190902015-06-19T16:08:42.213+05:302015-06-19T16:08:42.213+05:30Hey, I think your site might be having browser com...Hey, I think your site might be having browser compatibility issues.<br />When I look at your blog in Opera, it looks fine but when opening in Internet <br />Explorer, it has some overlapping. I just wanted to give you a quick <br />heads up! Other then that, fantastic blog!<br /><br />Feel free to surf to my website - <a href="https://www.youtube.com/watch?v=dFi4urWrBvA" rel="nofollow">Locksmith Camarillo - supply</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-29772970586165703672015-06-15T03:37:39.095+05:302015-06-15T03:37:39.095+05:30What's up to every , as I am truly keen of rea...What's up to every , as I am truly keen of reading this website's post to be updated daily.<br /><br />It consists of nice data.<br /><br />Here is my web-site - <a href="http://rigosautomotive.com/map-oxnard.htm" rel="nofollow">smog check - cheap auto repair shops oxnard</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-43981958108261637102011-07-01T18:13:58.264+05:302011-07-01T18:13:58.264+05:30मैंने तो आज यह पोस्ट देखी
अच्छा विमर्श हुआ
मै उत्...मैंने तो आज यह पोस्ट देखी <br />अच्छा विमर्श हुआ<br />मै उत्तर से सहमत हूँ.Darshan Lal Bawejahttps://www.blogger.com/profile/10949400799195504029noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49601108605319503642011-04-27T15:38:29.158+05:302011-04-27T15:38:29.158+05:30बहुत ही अच्छी एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुति ... आभार ...बहुत ही अच्छी एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुति ... आभार आपका ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-30627911603621854342011-04-27T12:08:32.174+05:302011-04-27T12:08:32.174+05:30ज-गण राममूर्ती जी,
बात तो आप सही कहते हैं. मुझे ह...ज-गण राममूर्ती जी, <br />बात तो आप सही कहते हैं. मुझे हर चीज़ पुरानी ही लगती है, <br />केवल एक बात को छोड़कर. 'जनहितैषी कार्यों में दुकानदारी' वाली बात मुझे नयी प्रतीत होती है. <br />मैं हर बात को अपने सांचे में ढालकर समझता हूँ. शायद यही मेरी गलती है. <br />लेकिन मुझे समझ ही इस तरीके से आता है हर विषय...<br />कई विषय मेरी रुचि के नहीं होते फिर भी केवल उनमें इसलिये रुचि लेता हूँ क्योंकि वे जनहितैषी कार्यों से जुड़े होते हैं. तब मैं अपने सनातन सांस्कृतिक साँचे को निकाल लेता हूँ. <br />अभी फिलहाल विकिपीडिया से AIDS के बारे में दी जानकारी का लाभ लेने का सोचा है.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-58958793738066388102011-04-27T11:35:13.116+05:302011-04-27T11:35:13.116+05:30This comment has been removed by the author.Maestro-2011https://www.blogger.com/profile/05958566984303999766noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-39855876125445048012011-04-27T11:05:20.352+05:302011-04-27T11:05:20.352+05:30.
Pratul ji ,
Below is the link for you . Nothi....<br /><br />Pratul ji , <br /><br />Below is the link for you . Nothing left to say , I give up.<br /><br />http://en.wikipedia.org/wiki/AIDS<br /><br />Thanks.<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-88873770182632481802011-04-27T10:56:40.972+05:302011-04-27T10:56:40.972+05:30दिव्या जी, शायद विरोध के पीछे छिपे मेरे मंतव्य को ...दिव्या जी, शायद विरोध के पीछे छिपे मेरे मंतव्य को आप पहचान पाये हों?प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-53952644618591263662011-04-27T10:54:20.542+05:302011-04-27T10:54:20.542+05:30मुझे लगता है कि 'या तो उनके प्रचार का तरीका ठी...मुझे लगता है कि 'या तो उनके प्रचार का तरीका ठीक नहीं, या फिर मंशा ठीक नहीं.'प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-15660268513035875212011-04-27T10:51:57.081+05:302011-04-27T10:51:57.081+05:30जितना धन इन जैसे अभियानों में खर्च किया जाता है उस...जितना धन इन जैसे अभियानों में खर्च किया जाता है उसका आधा भी गरीबी और बेरोजगारी के लिये व्यय हो तो वह सच्चा परोपकार माना जाएगा. <br />लेकिन नहीं इन अभियानों से विलासिता की संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है. 'अनैतिक शारीरिक संबंध' बनाना सामान्य घटना करार दिया जा रहा है तो <br />बालाओं के दैहिक शोषण और स्त्री को भोगवादी कल्चर की सिम्बोलिक बनने से कैसे रोका जाएगा?प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-65833802086027108382011-04-27T10:42:23.599+05:302011-04-27T10:42:23.599+05:30किसी जन हितैषी प्रचार का कार्य किसके द्वारा शुरू क...किसी जन हितैषी प्रचार का कार्य किसके द्वारा शुरू किया जा रहा है... अब इसपर ध्यान देने लगा हूँ. <br />पहले नहीं देता था.... जबसे सक्षम और ताकतवर सरकारों के कार्य (छिछली राजनीति) समझ में आने लगे हैं या कहूँ कि चिपलूनकर जैसे जागरूक पत्रकार अपने लेखों से सजग कर रहे हैं... मेरा विश्वास विश्व स्वास्थ्य संगठन तक से उठ गया है. जो लेख मैंने अपने ब्लॉग 'भारत भारती वैभवं' में दिया है वह किस सज्जन का है मुझे अब ज्ञात नहीं, लेकिन मेरे आचार्य का केवल एक कथन ही उसमें है अतः यह एड्स विरोधी अभियान उनका नहीं है. <br /><br />कुछ संशय उठना स्वाभाविक हैं : <br />— क्या एड्स का प्रचार करके व उसके प्रति जागरुकता फैलाकर वे 'सुरक्षित यौन संबंधों' को बढ़ावा नहीं दे रहे अर्थात ब्रह्मचर्य, संयम आदि के प्रति उदासीनता लाकर अपना 'कंडोम उपाय' विकल्प के रूप में रख रहे हैं. <br />— मनुष्य का स्वभाव बामुश्किल बदल पाता है..... इसलिये 'काम का लती' वे सब उपचार करेगा जो एड्स के प्रचारक बताते हैं लेकिन उन उपचारों को नहीं अपनाएगा जो 'आयुर्वेद' बताता है. <br />— यदि रोगी से ये कह दिया जाये कि "आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता' आपके खान-पान और संयमित जीवन को अपनाकर सुधर सकती है... HIV वायरस नया नहीं है यह तो दुष्कर्मों से हुआ दूषित रक्त ही है. <br />जो जैसे कर्म करता है उसका रक्त भी वैसा ही हो जाता है. यह 'अदृश्य संस्कारों' की ही तरह संतानों में या अत्यंत सानिध्य में आये लोगों में स्थानांतरित हो जाता है" .... तब क्या ठीक न होगा. लेकिन नहीं एड्स अभियान कुछ और प्रचार कर रहा है.... जैसे कि यह 'छूने से नहीं फैलता', 'सुरक्षित यौन संबंध करिये' आदि ... <br />........ मुझे तो पल्स पोलियो जैसे अभियानों पर भी संदेह होता है.... क्या ऐसे अभियान दूसरे देश की सरकारें भी आयोजित करती हैं. क्या विकसित देशों में ऐसे अभियान हो रहे हैं?... यदि नहीं हो रहे तो क्यों नहीं हो रहे? मेरे संदेह करने का कारण 'एक चिंता विशेष' है कि कहीं भारतीयों के रक्त में कुछ ऐसा रसायन न मिलाया जा रहा हो जो उनकी बौद्धिक क्षमता को घटा दे, वैदिक धर्म और संस्कृति के प्रति आस्था को शून्य कर दे.<br /><br />"है एड्स किवा टीके का है विज्ञापन, <br />चित्रों से ही समझा देता है शासन.<br />अब यत्र-तत्र-सर्वत्र ज्ञान की गंगा <br />बहती है, डुबकी लेता भूखा नंगा."प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-32220412867828165742011-04-27T09:57:40.571+05:302011-04-27T09:57:40.571+05:30.
@--मैंने भी आपके ज्ञान को मिथ्या प्रचार कह कर ठ....<br /><br />@--मैंने भी आपके ज्ञान को मिथ्या प्रचार कह कर ठीक नहीं किया। वैसे मुझे वास्तविकता का बोध नहीं है. ...<br /><br />-----<br /><br />आपने इतना स्वीकार कर लिया , इतना काफी है। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-36292308315557901982011-04-27T09:56:55.434+05:302011-04-27T09:56:55.434+05:30.
@--आपने अचानक मुझे ही घेरे में ले लिया. क्या प्....<br /><br />@--आपने अचानक मुझे ही घेरे में ले लिया. क्या प्रश्नों के उत्तर आक्रामकता लिये होने चाहिए....<br /><br />-----------<br /><br />यदि प्रश्नों के उत्तर देने को आप आक्रामकता कहते हैं , और डरते हैं तो प्रश्न ही नहीं करना चाहिए। एक तो मैं गंभीरता से लोगों के प्रश्न का उत्तर देती हूँ , फिर आक्रामक होने का भी आरोप भी सहती हूँ। दुखद है ।<br /><br />प्रतुल जी , मैं ऐसी ही हूँ। कभी भी अच्छा बनने की कोशिश नहीं की , न ही कभी बन सकूँगी , क्यूंकि अच्छे लोगों की कदर करने वाले हैं ही नहीं इस दुनिया में।<br /><br />मैं आक्रामक ही ठीक हूँ, शायद इसी तरह खुद की रक्षा करती हूँ इस cruel दुनिया से। इसे मेरा defense mechanism समझिये। किसी से उम्मीद नहीं रखती की कोई समाज के लिए मेरे निस्वार्थ, शुभ एवं पवित्र मंतव्य को कभी समझ भी सकेगा।<br /><br />जिनके प्रश्नों के उत्तर दिए , उनमें से किसी ने भी acknowledge करना जरूरी नहीं समझा । मुझे पता ही नहीं चलता की मेरे उत्तर उन तक पहुंचे अथवा नहीं।<br /><br />पिछली कई पोस्टों पर ( चिकित्सा से जुडी) पर लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया है , लेकिन लोग शिष्टाचार वश भी आकर यह नहीं कहते की " उत्तर पढ़ लिया" ।<br /><br />दर्शन जी के प्रश्न पर यह छोटी सी जानकारी दी थी , लेकिन दर्शन जी के भी दर्शन नहीं हुए। मुझे नहीं लगता की मैंने इस पोस्ट पर कोई दुषप्रचार किया है।<br /><br />यदि मेरे मंतव्यों पर किसी को शक है तो मैं 'सीताजी' की तरह 'अग्नि-परीक्षा' नहीं दे सकती , न ही उसकी ज़रुरत समझती हूँ। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-84720748464994047222011-04-27T09:54:52.863+05:302011-04-27T09:54:52.863+05:30.
@--वस्तुतः आयुर्वेद में जिसे 'ओजःक्षय' ....<br /><br />@--वस्तुतः आयुर्वेद में जिसे 'ओजःक्षय' कहा है जिसके लक्षण वर्तमान में एड्स से मिलते हैं।..<br /><br />----------<br /><br />आयुर्वेद में क्या उल्लिखित है नहीं जानती लेकिन एड्स का पूरा नाम है -- Acquired immuno deficiency syndrome -- इस रोग में व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। तथा किसी भी अन्य बिमारी चाहे वो मलेरिया ही क्यूँ न हो , आदि के attack होने पर मरीज रोगों से लड़ने में असक्षम होता है। यह रोगों का समूह (syndrome)है।<br /><br />immunity = प्रतिरोधक क्षमता =(ओज क्षय)<br />deficiency= कमी होना (क्षय होना)<br /><br />इसमें Virus का संक्रमण है , यह तो ELISA आदि टेस्ट द्वारा सत्यापित है फिर आपका भ्रम क्या है समझ नहीं आया और दुष्प्रचार क्या हो रहा है यह भी ज्ञात नहीं हो सका अब ही तक । कृपया स्पष्ट करें । <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-20347354766329565222011-04-27T09:53:36.509+05:302011-04-27T09:53:36.509+05:30.
प्रतुल जी ,
इस विषय पर विज्ञान इतना कुछ जान च....<br /><br />प्रतुल जी ,<br /><br /> इस विषय पर विज्ञान इतना कुछ जान चुका है और ढूंढ चुका है उसे मैं एक लेख अथवा टिप्पणी में लिख ही नहीं सकती , प्रमाण उपलब्ध है , दिनों दिन HIV संक्रमित रोगियों की संख्या भी बढ़ रही है , मुंबई में एक HIV संक्रमित महिला प्रतिशोध वश तकरीबन ३०० लोगों को ये संक्रमण दे चुकी है जो अब पुलिस की हिरासत में है । देश विदेश में HIV संक्रमण से ग्रसित लोगों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है और इसका कोई इलाज भी नहीं है अभी तक और आप 'देवव्रत' जी के अभियान में शामिल हैं इस प्रचार में की एड्स जैसा कुछ नहीं है ?<br /><br />आश्चर्य है , की आप बिना इस रोग के बारे में पूरी जानकारी रक्खे कैसे इस विषय को नकार सकते हैं। और क्यूँ ? लोगों को जागरूक रहने की अपील की जाती है और आप लोगों को निश्चिन्त रहने के लिए कह रहे हैं। आपका उद्देश्य समझ नहीं आया आपके वक्तव्य के पीछे। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-21096626730044755452011-04-27T09:17:09.253+05:302011-04-27T09:17:09.253+05:30मेरे आचार्य 'स्वामी देवव्रत सरस्वती' ने एड...मेरे आचार्य 'स्वामी देवव्रत सरस्वती' ने एड्स के सन्दर्भ में कहा था : <br /><br />..वस्तुतः आयुर्वेद में जिसे 'ओजःक्षय' कहा है जिसके लक्षण वर्तमान में एड्स से मिलते हैं।... सुरक्षित वीर्य का अंतिम रूपांतरण ओज के रूप में होता है जिसका परिमाण अंजलीभर बतलाया गया है।... अनियंत्रित योनाचार, असंयम, अव्यवस्थित दिनचर्या, खान-पान, चिंता आदि के कारण ओज का क्षय हो जाता है।..प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-1111656704844786812011-04-27T09:12:05.448+05:302011-04-27T09:12:05.448+05:30आदरणीय दिव्या जी,
मेरा प्रश्न केवल प्रतिक्रियावश ...आदरणीय दिव्या जी, <br />मेरा प्रश्न केवल प्रतिक्रियावश किया गया. आपसे पूछना चाहा था कि एड्स नाम का रोग क्या वास्तव में नया है? या फिर ये किसी पुराने रोग का ही नाम है? आपने अचानक मुझे ही घेरे में ले लिया. क्या प्रश्नों के उत्तर आक्रामकता लिये होने चाहिए. मैंने भी आपके ज्ञान को मिथ्या प्रचार कह कर ठीक नहीं किया. वैसे मुझे वास्तविकता का बोध नहीं है. इसलिये आपसे पूछा था. मैंने तो किसी सज्जन का लेख प्रकाशित किया है और उसके संबंध में वास्तविकता जाननी चाही है. जो कि वहाँ शुरू में ही स्पष्ट है. यदि यह वास्तव में संक्रमित रोग है तो एड्स विरोधी अभियान के दावों को आप नकार सकती हैं. मैं तो चिकित्साशास्त्रियों के मज़बूत पाले में ही अपना मत दूँगा. <br />आपसे द्वेष नहीं आप अपने पक्ष को अच्छे से व्याख्यायित कर पाते हैं इसलिये आपसे प्रश्न कर लेता हूँ. यदि समर्थन अथवा विरोध के एक-दो शब्द भर कह दूँ तो वह आपकी पोस्ट से न्याय न होगा.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-58199104554476353862011-04-27T07:15:39.269+05:302011-04-27T07:15:39.269+05:30.
@ प्रतुल वशिष्ट ,
पहली बात तो ये आप ये आरोप न ....<br /><br />@ प्रतुल वशिष्ट ,<br /><br />पहली बात तो ये आप ये आरोप न लगायें की मैं कुछ मिथ्या प्रचार कर रही हूँ। किसी भी प्रकार का मिथ्या प्रचार करना मेरी आदत नहीं है । जो व्यक्ति समाज में सुधार लाना चाहता है और लोगों को जागरूक करना चाहता है , वो मिथ्या प्रचार करने जैसे घृणित कार्यों में लिप्त नहीं होता।<br /><br />दर्शन लाल जी ने और सुज्ञ जी ने अपने मन की शंका पूछी , जिसका मैंने यथा शक्ति जवाब दिया । मेरा ज्ञान निश्चय ही सीमित है , जिसको इस विषय में अधिक जानकारी हो वो पाठकों के लाभ के लिए निसंदेह यहाँ अपना ज्ञान बाँट सकता है । मेरा भी लाभ होगा।<br /><br />आपको लगता है की एड्स जैसा कुछ नहीं होता , तो आप मेरे दुष्प्रचार को रोकने के लिए एक सु-प्रचार करती हुई पोस्ट अवश्य लगायें की --<br /><br /> * संक्रमित नीडिल का इस्तेमाल करने में कोई हर्ज नहीं है।<br /> * असुरक्षित यौन संबंधों से कोई नुकसान नहीं है।<br /> * रक्त को बिना HIV की जांच किये दुसरे मरीजों को चढ़ा देना चाहिए।<br /><br />आदि आदि --आभार। <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-84178475074410374552011-04-26T23:27:17.160+05:302011-04-26T23:27:17.160+05:30हाँ जरूर, इस परीक्षण के लिये मैं जरूर तैयार रहूँगा...हाँ जरूर, इस परीक्षण के लिये मैं जरूर तैयार रहूँगा. यदि मुझे कुछ न हुआ तो आप इस मिथ्या प्रचार को क्या त्याग देंगे? कहाँ मिलेगा ऐसा रोगी? कब करना है यह परीक्षण? <br />वैसे भी मेरे प्रश्न सुलझने के लिये थे न कि उलझने के लिये.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-44421471981949434112011-04-26T21:38:29.559+05:302011-04-26T21:38:29.559+05:30जो लोग प्रश्न पूछते हैं , वे यदि उत्तर मिलने के बा...जो लोग प्रश्न पूछते हैं , वे यदि उत्तर मिलने के बाद acknowledge भी करें तो बेहतर लगेगा।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.com