tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post5901098472417264457..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: सीनाजोरी.ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-36965826849476032422012-05-24T18:25:46.390+05:302012-05-24T18:25:46.390+05:30आयु प्रदाता है आयुर्वेदआयु प्रदाता है आयुर्वेदM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-52106592112431060952012-05-24T11:10:07.394+05:302012-05-24T11:10:07.394+05:30.
ललित जी, जो लिंक आपने दिया है , उसमें भी यही लि....<br /><br />ललित जी, जो लिंक आपने दिया है , उसमें भी यही लिखा है की चरक, सुश्रुत आदि विद्वानों ने 'आयुर्वेद' को अथर्वेद का ही उपवेद माना है। जब आयुर्वेदाचार्य भी यही मान रहे हैं तो विवाद कैसा ? वैसे आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के पाठ्यक्रम में समाविष्ट "आयुर्वेद का इतिहास" में भी आयुर्वेद को अथर्वेद का ही उपवेद कहा गया है।<br /><br /><br />वैसे आपका विषय पर क्या विचार है ? आयुर्वेद का अंग "योग" को और चरक संहिता को अलोपैथी में शामिल कर लिया। कुछ दिनों बाद 'सुश्रुत संहिता' और "अष्टांग योग" को भी चुरा लेंगे। सब इनका हो जाएगा फिर आयुर्वेद का क्या बचेगा ?<br /><br />इस तरह चोरी करना और अपनी धरोहर आयुर्वेद के साथ सौतेला व्यवहार कहाँ तक उचित है ? <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-9932217062093774002012-05-24T10:53:28.898+05:302012-05-24T10:53:28.898+05:30सार्थक लेख.....सार्थक लेख.....Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-3289873776318133132012-05-24T10:15:17.688+05:302012-05-24T10:15:17.688+05:30@ललित शर्मा
एक व्यक्ति ने किसी की हत्या कर दी। हत...@ललित शर्मा <br />एक व्यक्ति ने किसी की हत्या कर दी। हत्या करने में उसने बन्दूक और तलवार दोनों का उपयोग किया। अब क्या फर्क पड़ता है कि पहले गोली मारी या तलवार चलाई? हत्या तो कर दी न। उस पर ध्यान दीजिये।<br />यहाँ चर्चा आयुर्वेद के इतिहास की नहीं अपितु उसके अधिकारों के हनन पर हो रही है। क्या आपको मंज़ूर है कि आयुर्वेद की हत्या हो जाए और हम उसके इतिहास पर बहस करें? क्या MBBS में इन विषयों को डालकर आयुर्वेद के अधिकारों का हनन आपको दिखाई नहीं देता?दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-86474748267873729942012-05-24T09:51:04.127+05:302012-05-24T09:51:04.127+05:30दिव्या जी, प्रामाणिक रुप से ॠग्वेद का उपवेद आयुर्व...दिव्या जी, प्रामाणिक रुप से ॠग्वेद का उपवेद आयुर्वेद ही है। कुछ आयुर्वेदाचार्य इसे अथर्ववेद का उपवेद मानते हैं।<br /><br />इसकी जानकारी यहाँ भी है - http://hindi.webdunia.com/वेदों-इतिहास-जानें/वेदों-का-इतिहास-जानें-1090902128_1.htmब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-5895830698004160892012-05-24T07:28:03.221+05:302012-05-24T07:28:03.221+05:30पोस्ट का विषय है भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्ध...पोस्ट का विषय है भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के साथ सौतेला व्यवहार और एलोपैथिक पद्धति में लगातार होती चोरी और ऊपर से सीनाजोरी। कृपया विषयांतर करने से बचें।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-90156669170311695302012-05-24T07:12:26.059+05:302012-05-24T07:12:26.059+05:30.
Atharvaved: This is the last ved consists 6000 ....<br /><br />Atharvaved: This is the last ved consists 6000 Shlokas. It mainly contains various information about god/goddess, magic and Ayurvedic therapy. It has nine branches - Paipal, Dant, Pradant, Snaat, Saul, Bramhadal, Shaunak, Devdarshan and Charanvidh. Atharvaved is most famous for having information about Black Magic.<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-63845998227170316362012-05-24T06:46:11.583+05:302012-05-24T06:46:11.583+05:30.
ललित जी ,
आयुर्वेद, अथर्व-वेद का उपवेद है। यह ज....<br /><br />ललित जी ,<br />आयुर्वेद, अथर्व-वेद का उपवेद है। यह जानकारी १०० प्रतिशत सही है। धन्यवाद। <br /><br />You can go through 'History of Ayurveda' for more details. <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-68067960998168141942012-05-24T02:11:23.011+05:302012-05-24T02:11:23.011+05:30दिव्या जी, अथर्ववेद का उपवेद आयुर्वेद नहीं है। कृप...दिव्या जी, अथर्ववेद का उपवेद आयुर्वेद नहीं है। कृपया सुधार कर लें।<br /><br />वेद उप वेद<br /><br />ॠग्वेद आयुर्वेद<br />सामवेद गंधर्ववेद<br />यजुर्वेद धनुर्वेद<br />अथर्ववेद अर्थवेदब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-83512596382027930632012-05-24T00:18:28.805+05:302012-05-24T00:18:28.805+05:30MBBS में योग और चरक संहिता को जोड़ना और उसकी कमाई ...MBBS में योग और चरक संहिता को जोड़ना और उसकी कमाई अलोपित को खिलाना, सरासर चोरी है।<br /><br />आपने बिलकुल सही कहा,...<br /><br />MY RECENT POST,,,,,<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/05/blog-post_23.html" rel="nofollow">काव्यान्जलि,,,,,सुनहरा कल,,,,,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-46220420413108358512012-05-23T23:00:40.113+05:302012-05-23T23:00:40.113+05:30आयुर्वेद का महत्व सबको समझ आ रहा है।आयुर्वेद का महत्व सबको समझ आ रहा है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-38076027843754335552012-05-23T21:44:42.799+05:302012-05-23T21:44:42.799+05:30दोष हमारा भी है, जो अपनी अमूल्य धरोहरों से उदासीन ...दोष हमारा भी है, जो अपनी अमूल्य धरोहरों से उदासीन रह कर उन्हें लुटाये दे रहे हैं .प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-17692596949786409022012-05-23T21:39:35.935+05:302012-05-23T21:39:35.935+05:30भारत में सदियों से प्रचलित चिकित्सा पद्धतियों का ...भारत में सदियों से प्रचलित चिकित्सा पद्धतियों का मेल एक समग्र चिकित्सा पद्धति है।<br />सच है, भारतीय चिकित्सा परम्पराओं का यथोचित सम्मान मिलना चाहिए।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-48038752998663234912012-05-23T18:54:14.164+05:302012-05-23T18:54:14.164+05:30सीनाज़ोरी नहीं जी, ये छीनाज़ोरी है . और इसमें कोई...सीनाज़ोरी नहीं जी, ये छीनाज़ोरी है . और इसमें कोई बुराई भी नहीं है. जब घर के लोग सोये पड़े हों तो चोर तो माल ले जायेंगे ही.....ज़रूरत है घर के लोगों को जागने की .......जय हिन्द !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-83268506895049312642012-05-23T18:36:47.951+05:302012-05-23T18:36:47.951+05:30absolutely you are right , but for the sake of hum...absolutely you are right , but for the sake of humanity positive approaches are always required ... thanks .udaya veer singhhttps://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-50742628326118865992012-05-23T18:27:40.298+05:302012-05-23T18:27:40.298+05:30दिल की बात
आसान अल्फ़ाजदिल की बात <br />आसान अल्फ़ाजDR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-84813914338419967212012-05-23T18:13:51.442+05:302012-05-23T18:13:51.442+05:30बहुत सही फटकार लगाई है आपने!बहुत सही फटकार लगाई है आपने!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-91804662763791122862012-05-23T17:31:58.630+05:302012-05-23T17:31:58.630+05:30बिल्कुल सही कहा है आपने ...बिल्कुल सही कहा है आपने ...सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-20248077918444501392012-05-23T17:23:44.641+05:302012-05-23T17:23:44.641+05:30कहते हैं कि एलोपैथी ने आरोग्य के बजाय रोग ही अधिक ...कहते हैं कि एलोपैथी ने आरोग्य के बजाय रोग ही अधिक दिए हैं. बहुराष्ट्रीय दवा कंपनिया दुनिया पर राज कर रही हैं. ये चोरी भी करती हैं और चोरी के नियम भी निर्धारित करती हैं.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-20386617345658297732012-05-23T17:15:19.767+05:302012-05-23T17:15:19.767+05:30सही कहा....
सार्थक लेख....
आडू की तस्वीर प्यारी है...सही कहा....<br />सार्थक लेख....<br />आडू की तस्वीर प्यारी है..(आडू ही है ना ?)<br /><br />सादर.ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-36079047128519276172012-05-23T17:10:39.649+05:302012-05-23T17:10:39.649+05:30जब सब कुछ आयुर्वेद का मटीरियल ही अपनाना है तो अलोप...जब सब कुछ आयुर्वेद का मटीरियल ही अपनाना है तो अलोपैथी बंद ही कर दो न। कंटेंट हमारा और नाम तुम्हारा, यह तो सरासर नाइंसाफी है। आयुर्वेद की कमाई खाने वाले, यदि श्रेय अलोपैथ को देंगे तो इसे सहन नहीं किया जाएगा। योग और चरक संहिता आयुर्वेद की देन है। इन्हें एलोपैथी की दूकान पर बेचना आयुर्वेद का अधिकार मारना है। अलोपैथी डॉक्टर यह क्यों नहीं मान लेते कि उनकी पद्धति में कोई दम नहीं है? जब नुस्खा हमारा आयुर्वेदिक है तो पद्धति अलोपैथी कैसे हो सकती है?<br />MBBS में योग और चरक संहिता को जोड़ना और उसकी कमाई अलोपित को खिलाना, सरासर चोरी है।दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.com