tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post6705603725987341312..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: जात-पात का जिम्मेदार कौन ?ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-9854681766089909482012-05-22T20:12:09.397+05:302012-05-22T20:12:09.397+05:30ये जन गिनती नरेश तो तुलसी बाबा के भी बाप निकले ,.....ये जन गिनती नरेश तो तुलसी बाबा के भी बाप निकले ,...नारी जाती एक है उसे खानों में बांटना नारी जाती का अपमान है .निठ्ठ्ल्ले बैठना उसके नसीब में कहाँ हैं ये बुद्धि गणेश जो कहदें सो कम ....कृपया यहाँ भी पधारें -<br />भ्रूण जीवी स्वान <br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_22.html<br />ram ram bhai .कृपया यहाँ भी पधारें -<br />मंगलवार, 22 मई 2012<br />ये बोम्बे मेरी जान (भाग -5)<br />http://veerubhai1947.blogspot.in/<br />यह बोम्बे मेरी जान (चौथा भाग )http://veerubhai1947.blogspot.in/<br /><br /><br /><br /><br />कृपया यहाँ भी पधारें -<br />दमे में व्यायाम क्यों ?<br /> दमे में व्यायाम क्यों ?<br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_5948.htmlvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-74789186924783306472012-05-22T20:11:48.149+05:302012-05-22T20:11:48.149+05:30ये जन गिनती नरेश तो तुलसी बाबा के भी बाप निकले ,.....ये जन गिनती नरेश तो तुलसी बाबा के भी बाप निकले ,...नारी जाती एक है उसे खानों में बांटना नारी जाती का अपमान है .निठ्ठ्ल्ले बैठना उसके नसीब में कहाँ हैं ये बुद्धि गणेश जो कहदें सो कम ....कृपया यहाँ भी पधारें -<br />भ्रूण जीवी स्वान <br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_22.html<br />ram ram bhai .कृपया यहाँ भी पधारें -<br />मंगलवार, 22 मई 2012<br />ये बोम्बे मेरी जान (भाग -5)<br />http://veerubhai1947.blogspot.in/<br />यह बोम्बे मेरी जान (चौथा भाग )http://veerubhai1947.blogspot.in/<br /><br /><br /><br /><br />कृपया यहाँ भी पधारें -<br />दमे में व्यायाम क्यों ?<br /> दमे में व्यायाम क्यों ?<br />http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_5948.htmlvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-60821750090881224682012-05-12T13:09:50.312+05:302012-05-12T13:09:50.312+05:30घर के काम संभालना कोई छोटी बात नहीं है। किसी समय ग...घर के काम संभालना कोई छोटी बात नहीं है। किसी समय गृहणियों को समाज में सम्मान की नजर से देखा जाता था, किन्तु उदारीकरण, निजीकरण व भूमंडलीकरण के इस दौर ने तो जैसे भावनाएं ही मार दीं। जो माल कमाए वही सम्मान का अधिकारी है। जबकि घर में माता का दर्जा पिता से भी उछ समझा जाता है। ऐसे में अन्नपूर्णा किसी कमासूत से कहीं अधिक सम्मान की पात्र है।दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-90357791639424436202012-05-12T13:07:19.383+05:302012-05-12T13:07:19.383+05:30यह हरकत निहायत ही घटिया है। यदि अन्नपूर्णा को भिखा...यह हरकत निहायत ही घटिया है। यदि अन्नपूर्णा को भिखारी, वैश्या अथवा कैदी कहा जाए तो क्या हो इस समाज का? Economically non-productive? तो क्या केवल दूध देने वाली भैंसें ही भैंस कहलाई जाएंगी, शेष का क्या होगा? इंसानों की गिनती हो रही है, कोई नोट छापने की मशीनों की नहीं। गृहणियों को इस प्रकार की श्रेणियों में रख उनका अपमान सीधे-सीधे जनानी जाती का अपमान है। इस प्रकार बाँट-बाँट कर गिनती करने के आवश्यकता ही क्या है? सीधे-सीधे गिनती नहीं आती क्या?<br />आपका यह लेख बिलकुल वाजिब है। इसकी जितनी सराहना की जाए वह कम है। बहुत-बहुत धन्यवाद।दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-46002185019668687142012-05-12T09:25:28.067+05:302012-05-12T09:25:28.067+05:30हो सकता हो कुछ महिलाये शिकार हो
पर सब परशान हो ...हो सकता हो कुछ महिलाये शिकार हो <br /><br />पर सब परशान हो ऐसा तो बिलकुल भी नही है <br /><br />पुरुष अगर बाहर का काम करता है तो महिलाये घर सवारती हैAnonymousnoreply@blogger.com