tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post7057140493686191020..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: तेज तम अंश पर , कान्हा जिमी कंस पर..ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-19877709689022600182021-05-15T14:21:19.198+05:302021-05-15T14:21:19.198+05:30कृपा कर के इस ओजमय छंद का हिंदी में अर्थ बताएँ🙏🏼...कृपा कर के इस ओजमय छंद का हिंदी में अर्थ बताएँ🙏🏼Sushma Varmahttps://www.blogger.com/profile/01241522794518054504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-14007086443502076202013-01-29T17:53:43.565+05:302013-01-29T17:53:43.565+05:30school me padhi kavita yaad kara di.....school me padhi kavita yaad kara di.....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-73689772028897501752013-01-26T13:51:56.671+05:302013-01-26T13:51:56.671+05:30दिव्या जी, मैं दूसरी बार टिप्पणी कर रही हूँ । पहले...दिव्या जी, मैं दूसरी बार टिप्पणी कर रही हूँ । पहले वाली पता नहीं कहाँ हैं । यह ओजमय छन्द रीतिकालीन वीररस के कवि भूषण का है जो उन्होंने शिवाजी के शौर्य और वीरता के वर्णन के लिये लिखा था । <br />छन्द की पहली पंक्ति मे बाडव सुअम्ब करलें ताकि अर्थ आसान हो । भूषण ने शिवा और छत्रसाल की वीरता में जो काव्य रचा है वह सचमुच साहित्य की अमूल्य निधि है । गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-42008378355139410172013-01-26T10:15:57.964+05:302013-01-26T10:15:57.964+05:30बहुत बढ़िया -
शुभकामनायें-
गणतंत्र दिवस की -बहुत बढ़िया -<br /> <br />शुभकामनायें-<br />गणतंत्र दिवस की -रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-13951573188427116062013-01-26T10:15:04.761+05:302013-01-26T10:15:04.761+05:30सच ही कहें हैं भारतेन्दुजी।सच ही कहें हैं भारतेन्दुजी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-5813121566336134822013-01-26T09:34:08.743+05:302013-01-26T09:34:08.743+05:30अच्छे को आज नहीं हुये, वरना कोई न कोई मुकदमा कायम ...अच्छे को आज नहीं हुये, वरना कोई न कोई मुकदमा कायम करा देता भारतेन्दु जी के खिलाफ.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-71402368244320353102013-01-26T09:34:06.712+05:302013-01-26T09:34:06.712+05:30अच्छे को आज नहीं हुये, वरना कोई न कोई मुकदमा कायम ...अच्छे को आज नहीं हुये, वरना कोई न कोई मुकदमा कायम करा देता भारतेन्दु जी के खिलाफ.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-42129427420302376932013-01-26T09:33:11.508+05:302013-01-26T09:33:11.508+05:30अच्छे को आज नहीं हुये, वरना कोई न कोई मुकदमा कायम ...अच्छे को आज नहीं हुये, वरना कोई न कोई मुकदमा कायम करा देता भारतेन्दु जी के खिलाफ.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-33236616238346842242013-01-26T00:40:02.214+05:302013-01-26T00:40:02.214+05:30जहाँ तक मैंने पढा है , अर्थ को समझने के लिये इस छन...जहाँ तक मैंने पढा है , अर्थ को समझने के लिये इस छन्द का सही पाठ यह है---<br /><br />इन्द्र जिमि जम्भ पर , बाडव सुअम्ब पर <br />रावण सदम्भ पर रघुकुल राज हैं ।<br />पौन वारिवाह पर सम्भु रतिनाह पर <br />ज्यों सहस्रबाहु पर राम द्विजराज हैं ।<br />दावा द्रुमदंड पर चीता मृगझुण्ड पर<br />भूषण वितुण्ड पर जैसे मृगराज हैं ।<br />तेज तम अंस पर ,कान्ह जिमि कंस पर <br />त्यों म्लेच्छ वंश पर सेर सिवराज हैं । गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-38366099989542832952013-01-26T00:29:34.803+05:302013-01-26T00:29:34.803+05:30 बहुत ही ओजमय ।.... लेकिन दिव्या जी वीर रस से आप्ल... बहुत ही ओजमय ।.... लेकिन दिव्या जी वीर रस से आप्लावित यह छन्द भारतेन्दु का नही भूषण का है ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-82234240600190197092013-01-26T00:29:25.324+05:302013-01-26T00:29:25.324+05:30 बहुत ही ओजमय ।.... लेकिन दिव्या जी वीर रस से आप्ल... बहुत ही ओजमय ।.... लेकिन दिव्या जी वीर रस से आप्लावित यह छन्द भारतेन्दु का नही भूषण का है ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-27980617009610304782013-01-26T00:28:58.686+05:302013-01-26T00:28:58.686+05:30 बहुत ही ओजमय ।.... लेकिन दिव्या जी वीर रस से आप्ल... बहुत ही ओजमय ।.... लेकिन दिव्या जी वीर रस से आप्लावित यह छन्द भारतेन्दु का नही भूषण का है ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.com