tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post8890357645315304144..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: भोपाल त्रासदी (MIC)ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-26784562690888054072012-12-04T21:27:51.779+05:302012-12-04T21:27:51.779+05:30भूली हुई त्रासदी को याद किया,धन्यवाद.भूली हुई त्रासदी को याद किया,धन्यवाद.मन के - मनकेhttps://www.blogger.com/profile/16069507939984536132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-91416258175537369742012-12-04T12:20:21.368+05:302012-12-04T12:20:21.368+05:30अमरीकी कम्पनी युनियन कार्बाइड को भारत सरकार (राजिव...अमरीकी कम्पनी युनियन कार्बाइड को भारत सरकार (राजिव गांधी) ने उस समय एक परिक्षण की अनुमति दी थी। युनियन कार्बाइड एक बम बनाने वाली कम्पनी है। राजिव गांधी ने हजारों भारतीयों की जान की कीमत पर यह परिक्षण करवाया। और बहाना बनाया कि एनर्जी प्लांट में गैस का रिसाव हो गया। गैस भी कौनसी , मिथाइल आइसो सायनेट...<br />अब बताएं, कि यह कौनसी सुधरी हुई कम्पनी थी जो मिथाइल आइसो सायनेट का उपयोग कर रही थी? यह तो एक जहरीली गैस है जो सिर्फ विस्फोटक बनाने के काम आती है। तो क्या हम भारतीयों की जान इतनी सस्ती है कि गोरी चमड़ी के विदेशियों को और अमीर बनाने के लिए हमे ही बलि का बकरा बनाया जाएगा? और नीचता की हद तब हो गयी जब चुप्ले से वारेन एंडरसन को प्लेन से भगा दिया।<br />राजिव गांधी को उसके किये की सजा भगवन ने दे दी। कुत्ते की मौत मारा, और पीछे छोड़ गया एक विदेशी पत्नी जो देश के साथ-साथ उसके अपने परिवार को भी खा गयी।दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-23236701292819578982012-12-03T20:12:30.990+05:302012-12-03T20:12:30.990+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल 4/12/12को ...आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल 4/12/12को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका स्वागत है Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-90080234193507661602012-12-03T14:57:44.043+05:302012-12-03T14:57:44.043+05:30जाके पांव न फटी बेवाई
सो का जाने पीर पराई
सत्ता क...जाके पांव न फटी बेवाई <br />सो का जाने पीर पराई<br />सत्ता के सगे तो मौज मे है देश और जनता जाये चूल्हे मेPAWAN VIJAYhttps://www.blogger.com/profile/14648578581549077487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-63367075581716442432012-12-03T12:55:03.085+05:302012-12-03T12:55:03.085+05:30सुन्दर प्रस्तुति !!सुन्दर प्रस्तुति !!रजनीश के झा (Rajneesh K Jha)http://www.liveaaryaavart.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-39786681163981890502012-12-03T12:53:58.076+05:302012-12-03T12:53:58.076+05:30घाव अब भी हरे हैं...हमने तो भोगा है स्वयं.
श्रद्ध...घाव अब भी हरे हैं...हमने तो भोगा है स्वयं.<br /><br />श्रद्धासुमन..<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-45411817411277974182012-12-03T12:49:09.469+05:302012-12-03T12:49:09.469+05:30"भारत तरक्की कर रहा है |
कैसे ?
अरे भाई , यह..."भारत तरक्की कर रहा है | <br />कैसे ?<br />अरे भाई , यहाँ अमीर और अमीर हो रहा है (और गरीब उससे भी ज्यादा तेजी से और गरीब हो रहा है )"<br />डार्विन का सिद्धांत पूरी तरह अपने देश पर लागू होता है , बड़ा जीव छोटे जीव को मारकर जिन्दा है |<br />और साथ ही साथ इंसानियत भी मर रही है |<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-57462750773540767642012-12-03T11:08:08.620+05:302012-12-03T11:08:08.620+05:30आम जनता में इसका दर्द आज भी है लेकिन सरकार वोट बटो...आम जनता में इसका दर्द आज भी है लेकिन सरकार वोट बटोरने की निति में मशगुल है .. <br /><br />हमें ऐसी सरकार की आवश्यकता नही जो जनता का दर्द न समझे।Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-90601743152778568572012-12-03T11:07:56.382+05:302012-12-03T11:07:56.382+05:30आम जनता में इसका दर्द आज भी है लेकिन सरकार वोट बटो...आम जनता में इसका दर्द आज भी है लेकिन सरकार वोट बटोरने की निति में मशगुल है .. <br /><br />हमें ऐसी सरकार की आवश्यकता नही जो जनता का दर्द न समझे।Rohitas Ghorelahttps://www.blogger.com/profile/02550123629120698541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-883580977048297742012-12-03T10:39:03.457+05:302012-12-03T10:39:03.457+05:30इन सब कामो के लिए सरकारों को फुर्सत नहीं-----!इन सब कामो के लिए सरकारों को फुर्सत नहीं-----!सूबेदारhttps://www.blogger.com/profile/15985123712684138142noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-21675109080808371292012-12-03T10:34:07.054+05:302012-12-03T10:34:07.054+05:30क्या कहें , एंडरसन को मेहमान की तरह देश से विदा क...क्या कहें , एंडरसन को मेहमान की तरह देश से विदा करने वाले राज कर रहे है उसी बेवकूफ जनता पर जिसने दर्द सहे ! पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-15552069062667102322012-12-03T10:18:33.759+05:302012-12-03T10:18:33.759+05:30kisi ki bhool, kisi ko sazaa. lekin ye santrast lo...kisi ki bhool, kisi ko sazaa. lekin ye santrast logon ko ek inaam hai ki itne samay baad bhi aapne unka dukh yaad kiya. Prabodh Kumar Govilhttps://www.blogger.com/profile/12839366183996594801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-13614228093467447292012-12-03T10:08:38.056+05:302012-12-03T10:08:38.056+05:30मार्मिक -
सत्ता सुख के आगे-
बेबस हैं बेचारे-
इन्हे...मार्मिक -<br />सत्ता सुख के आगे-<br />बेबस हैं बेचारे-<br />इन्हें कौन मारे-रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com