tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post9117761786114972839..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: GOD का लड़का ..ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-53704705797929515052013-02-21T21:55:34.281+05:302013-02-21T21:55:34.281+05:30दिव्या जी , कमेन्टकर्ता के सारगर्भित[?] कमेन्ट पढ...दिव्या जी , कमेन्टकर्ता के सारगर्भित[?] कमेन्ट पढ़ने से यह उपयोगी जानकारी मिली कि, " दरअसल, कुछ था ही नहीं, सिर्फ कहानियां हैं "! बेटा , तब तो ये कहना भी मुश्किल होगा कि सिद्दीकी नामक व्यक्ति भी आज कहीं है या नहीं ? और कल उनका कोई वजूद होगा या नहीं ?Dear, we should ignore remarks of so intelligent ?] a person.<br />अंकल आंटी Bhola-Krishnahttps://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-87199125223494516402013-02-21T19:07:44.455+05:302013-02-21T19:07:44.455+05:30सलीम अख्तर सिद्धीकी, तुम्हारे जैसे गुंडे -मुल्लों ...सलीम अख्तर सिद्धीकी, तुम्हारे जैसे गुंडे -मुल्लों को EXPOSE करना बहुत ज़रूरी है , इसलिए तुम्हारा कमेन्ट पब्लिश करना ज़रूरी है ! अगर तुम में थोड़ी सी भी गैरत होगी तो आगे से नहीं आओगे यहाँ अपनी नाक कटवाने!<br /><br />एक से नौटंकीबाज़ आये और चले गए खिसियाने बिलौटे की तरह ! आशा है अब तुम्हें भी अकल आ ही जायेगी. ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-58699878212004596472013-02-21T12:27:14.126+05:302013-02-21T12:27:14.126+05:30आपके दिव्य ज्ञान को सलाम दिव्याजी। आपने हमारी आंखे...आपके दिव्य ज्ञान को सलाम दिव्याजी। आपने हमारी आंखें खोल दीं, लेकिन अफसोस कुछ संभालकर नहीं रख पाए हम। अंग्रेजों की नकल पर उतर आए। देखिए न आप ब्लॉग का प्रयोग कर रही हैं, यह किसकी देन है? यह मत कह देना कि यह तो हम करकर छोड़ चुके हैं। दरअसल, कुछ था ही नहीं, सिर्फ कहानियां हैं, सुनाते रहिए और झूठी शान में जीते रहिए। जानता हूं यह कमेंट प्रकाशित नहीं होगा, क्योंकि आप सबकी जमात एकतरफा सोच वाली है, जो अंधेरे में बैठी है और रोशनी की किरण आना नहीं देना चाहते। आप और तालिबान एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हो। गलती हो गई हो, तो माफ कर देना।सलीम अख्तर सिद्दीकीhttps://www.blogger.com/profile/16353232432428018949noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-42030571281477216102013-02-21T12:27:06.166+05:302013-02-21T12:27:06.166+05:30आपके दिव्य ज्ञान को सलाम दिव्याजी। आपने हमारी आंखे...आपके दिव्य ज्ञान को सलाम दिव्याजी। आपने हमारी आंखें खोल दीं, लेकिन अफसोस कुछ संभालकर नहीं रख पाए हम। अंग्रेजों की नकल पर उतर आए। देखिए न आप ब्लॉग का प्रयोग कर रही हैं, यह किसकी देन है? यह मत कह देना कि यह तो हम करकर छोड़ चुके हैं। दरअसल, कुछ था ही नहीं, सिर्फ कहानियां हैं, सुनाते रहिए और झूठी शान में जीते रहिए। जानता हूं यह कमेंट प्रकाशित नहीं होगा, क्योंकि आप सबकी जमात एकतरफा सोच वाली है, जो अंधेरे में बैठी है और रोशनी की किरण आना नहीं देना चाहते। आप और तालिबान एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हो। गलती हो गई हो, तो माफ कर देना।सलीम अख्तर सिद्दीकीhttps://www.blogger.com/profile/16353232432428018949noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-34034796375328741692013-02-18T23:43:18.514+05:302013-02-18T23:43:18.514+05:30जील बेटा ,
आपके लेख का एक एक शब्द सत्य है ! '...जील बेटा , <br /><br />आपके लेख का एक एक शब्द सत्य है ! 'रोग' सैकड़ों वर्ष पुराना है ! उपचार हो जाएगा लेकिन समय तो लगेगा ही ! आप सक्षम हैं, आम जनता के लिए लिख भी रहीं हैं और स्वयम अपने परिवार में जागरूकता भी फैला रही हैं ! बधाई बेटा !<br /><br />यदि ऐसे ही प्रत्येक हिंदू परिवार अपने बच्चों को प्रशिक्षित करे तो परिवार से पडोस, पडोस से नगर , नगर से देश में जागरूकता आयेगी और कल्याण हो जायेगा सब का ! Bhola-Krishnahttps://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-35105586928660678652013-02-18T03:18:18.562+05:302013-02-18T03:18:18.562+05:30अकर्मण्यता और दिमाग़ी-दिवालियापन और क्या-क्या दिखा...अकर्मण्यता और दिमाग़ी-दिवालियापन और क्या-क्या दिखायेगा!प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-37380341104483991682013-02-17T22:56:08.059+05:302013-02-17T22:56:08.059+05:30बिल्कुल सही कहा...बिल्कुल सही कहा...रश्मि शर्माhttps://www.blogger.com/profile/04434992559047189301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49399083848267240712013-02-17T20:53:35.116+05:302013-02-17T20:53:35.116+05:30हम पिछड़ गए या वे आगे बढ़ गए ,यह सोचनेवाली बात है ...हम पिछड़ गए या वे आगे बढ़ गए ,यह सोचनेवाली बात है <br />latest post<a href="http://vichar-anubhuti.blogspot.in/2013/02/blog-post_16.html#links" rel="nofollow">अनुभूति : प्रेम,विरह,ईर्षा</a><br />atest post<a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/02/blog-post_12.html#links" rel="nofollow"> हे माँ वीणा वादिनी शारदे !</a><br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-31205854027642092392013-02-17T19:53:47.567+05:302013-02-17T19:53:47.567+05:30एकदम सही और सार्थक लिखा है आपने दिव्याजी
हमारी...एकदम सही और सार्थक लिखा है आपने दिव्याजी <br /> हमारी संस्कृति और परम्पराएं <br /> कोई मुकाबला नहीं इनका!!<br /> साभार !!<br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br /><br />Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-63291697710599075152013-02-16T22:05:45.517+05:302013-02-16T22:05:45.517+05:30sahi kaha sahi kaha Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-42770848251175696452013-02-16T19:21:51.811+05:302013-02-16T19:21:51.811+05:30बेहतरीन रचना ....बेहतरीन रचना ....शिवाhttps://www.blogger.com/profile/14464825742991036132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-45796950175703019732013-02-16T14:08:05.138+05:302013-02-16T14:08:05.138+05:30बहुत ही सार्थक एवं विचारणीय रचना.बहुत ही सार्थक एवं विचारणीय रचना.Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-65331309349467601722013-02-16T11:02:11.897+05:302013-02-16T11:02:11.897+05:30ekdam sahi baat hai-indian citizen.ekdam sahi baat hai-indian citizen.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-17526707404015649742013-02-16T10:21:35.356+05:302013-02-16T10:21:35.356+05:30एकदम सही। विद्वता से मुर्खता की ओर पलायन क्यों कर ...एकदम सही। विद्वता से मुर्खता की ओर पलायन क्यों कर रहे हैं हम? सारी दुनिया ने हमसे विद्वता सीखी और हम उस दुनिया से मुर्खता सीख रहे हैं। <br />वेलेंटाइन क्या आया मानो उससे पहले प्रेम होता ही नहीं था।<br />क्षमा चाहता हूँ एक बेहद अफसोसजनक बात कहने के लिए कि पायजामे में नाड़ा बांधना हमने उन्हें सिखाया किन्तु आज उनसे नाड़े खोलना सीख रहे हैं।दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-77454167876637798802013-02-16T09:58:23.784+05:302013-02-16T09:58:23.784+05:30Yes,our ancestors had discovered that a long time ...Yes,our ancestors had discovered that a long time ago and we must not lose that.Others have a lot to learn from Hinduism and we must not shy away from the great opportunity to present our great faith from an advantageous position. पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com