tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post4643568382978085501..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: तुम कान्हा हो मैं मीरा हूँ, हर युग में तुमको अपना मानूँ...ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger37125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-11145081535531789832011-12-03T09:14:54.981+05:302011-12-03T09:14:54.981+05:30बहुत ही भाव और भक्तिपूर्ण प्रस्तुति.
पढकर भाव विभो...बहुत ही भाव और भक्तिपूर्ण प्रस्तुति.<br />पढकर भाव विभोर हो गया है मन.<br />बहुत बहुत आभार.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-59165347094779179962011-11-30T15:01:57.456+05:302011-11-30T15:01:57.456+05:30बहुत ही बढ़िया।
सादरबहुत ही बढ़िया। <br /><br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-34688739428931383692011-11-30T09:06:03.311+05:302011-11-30T09:06:03.311+05:30बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति....
सादर बधाई....बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति....<br />सादर बधाई....S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-76711890864240993802011-11-28T16:36:11.573+05:302011-11-28T16:36:11.573+05:30.
@ Ak Sir,
There is no man on earth like King K....<br /><br />@ Ak Sir,<br /><br />There is no man on earth like King Krishna. Any girl may fall in love with him. No matter what the 'Yuga' is or the 'Era' is. <br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-21805599882600514052011-11-28T15:12:10.701+05:302011-11-28T15:12:10.701+05:30I LOVE THIS POST!!!
From everything is canvasI LOVE THIS POST!!! <br /><br />From <a href="http://unlucky-unwanted.blogspot.com/2011/11/everything-is-canvas_21.html" rel="nofollow">everything is canvas</a>Always Unluckyhttps://www.blogger.com/profile/15784767245238881738noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-66079407919273599572011-11-28T10:54:37.429+05:302011-11-28T10:54:37.429+05:30बहुत ही सुन्दर.बहुत ही सुन्दर.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-74354849748682257642011-11-28T08:08:41.767+05:302011-11-28T08:08:41.767+05:30'प्रेम तो प्रेम ही है' आपकी बात से सहमत.
...'प्रेम तो प्रेम ही है' आपकी बात से सहमत.<br /><br />पद्य में अभिव्यक्ति निर्मल और पावन ही होती है,इसी विधा को जारी रख कर प्रेम निर्झर ही प्रवाहित करती रहे.<br />जैसा कि भाई राजेन्द्र स्वर्णकार जी ने कहा, काव्य सर्जन सुखद ही होता है.<br />http://aatm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-89049480037211607082011-11-28T00:14:15.520+05:302011-11-28T00:14:15.520+05:30निस्संदेह कृष्ण का चरित्र अत्यंत ही विविध है . सबर...निस्संदेह कृष्ण का चरित्र अत्यंत ही विविध है . सबरंग सर्व भाव . बाल गोपाल. बाल बल गोपाल . बाल सखा . बाल योद्धा . चंचल किशोर . अद्भुत अलौकिक प्रेम भाव . रन छोड़ की कूटनीति . दिव्य चिन्तक और विचारक. क्या आश्चर्य है कि कलियुग में मीरा को श्री कृष्ण ही भाए. राधा तो एक प्रतीक मात्र है - वह तो एक शाश्वत परंपरा है , प्रेम में विलीन हो सब पा लेने की. <br /><br />दरया प्रेम का , उलटी व की धार , <br />जो उतरा सो डूब गया , जो डूबा सो पार <br /><br />बस इस रंग में डूबने की जरूरत है , फिर तर्क वितर्क , प्रश्न उत्तर , शक शुबहा , शंका आशंका कुछ भी शेष नहीं रहता . कान्हा नाम सच्चाAKhttps://www.blogger.com/profile/02449364030415248479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-72824967993834073692011-11-27T22:28:24.991+05:302011-11-27T22:28:24.991+05:30बहुत सुन्दर ,,्सच कहा प्रेम तो प्रेम होता है...बहुत सुन्दर ,,्सच कहा प्रेम तो प्रेम होता है...Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-51606631843148533792011-11-27T20:13:37.421+05:302011-11-27T20:13:37.421+05:30@ चन्द्र मौलेश्वर जी ,
प्रेम तो प्रेम ही है. ..रा...@ चन्द्र मौलेश्वर जी , <br />प्रेम तो प्रेम ही है. ..राधा हो या मीरा , या फिर कोई गोपिका अथवा कृष्ण से प्रेम करने वाली आज की दिव्या.....कहीं कोई अंतर नहीं है...हाँ देखने वाले की दृष्टि पृथक-पृथक हो सकती है ...ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-54170106178215421342011-11-27T18:43:56.803+05:302011-11-27T18:43:56.803+05:30मीरा और राधा के प्रेंम में अंतर है !मीरा और राधा के प्रेंम में अंतर है !चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-13254093724696969142011-11-27T13:51:48.791+05:302011-11-27T13:51:48.791+05:30bahut khoobbahut khoobAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-32596267383578554742011-11-27T11:54:40.186+05:302011-11-27T11:54:40.186+05:30बहुत सुन्दर भावो को संजोया है।बहुत सुन्दर भावो को संजोया है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-50012797109225926632011-11-27T11:33:31.479+05:302011-11-27T11:33:31.479+05:30♥
दिव्या जी
सादर जय श्री कृष्ण !
आप गीतों...<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />♥</a></b><br /><br /><br /><br /><b><i> दिव्या जी </i></b> <br />सादर जय श्री कृष्ण !<br /><br /><b> </b>आप गीतों सहित छंदबद्ध काव्य-सृजन की ओर उन्मुख हो रही हैं … यह बहुत सुखद है … <br /><b> </b>छंद-सृजन का सुख रचनाकार ही अनुभव करता है … <br /> बहुत बहुत शुभकामनाएं हैं ।<br /><br />प्रस्तुत गीत अच्छा लगा -<br /><br /><b>मैं गोपी हूं , मैं मीरा हूं , मैं राधा भी , मैं मुरली भी </b><br />अति सुंदर !<br /><br /><b> बधाई और मंगलकामनाओं सहित…</b> <br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49532540808819003732011-11-27T06:57:23.504+05:302011-11-27T06:57:23.504+05:30मनभावन रचनामनभावन रचनाVandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-80396365786323875892011-11-27T00:39:11.860+05:302011-11-27T00:39:11.860+05:30बहुत सुंदर भक्ती गीत,
आपकी रचनाओ में दिन प्रतिदिन ...बहुत सुंदर भक्ती गीत,<br />आपकी रचनाओ में दिन प्रतिदिन निखार आ रहा है.... <br />लिखने की कोशिश नियमित जारी रखें...<br />मेरे नए पोस्ट पर इंतज़ार है....धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-14412205884216719542011-11-26T22:52:50.019+05:302011-11-26T22:52:50.019+05:30सुंदर रचना।सुंदर रचना।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-51394928878328831042011-11-26T21:14:37.712+05:302011-11-26T21:14:37.712+05:30निर्मल-पावन भाव,शब्दों का कलकल प्रवाहित निर्झर,
वा...निर्मल-पावन भाव,शब्दों का कलकल प्रवाहित निर्झर,<br />वाह!!!! कान्हा का अभिषेक हो गया.<br />प्रवीण जी ने ठीक ही कहा है,नियमित कविता लिखा करेंअरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-37258555679915280432011-11-26T19:54:34.353+05:302011-11-26T19:54:34.353+05:30बहुत मगन-मन से रची हैं आपने ये पंक्तियाँ - साधु !बहुत मगन-मन से रची हैं आपने ये पंक्तियाँ - साधु !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-73036670319146883812011-11-26T19:49:56.221+05:302011-11-26T19:49:56.221+05:30भक्तिभाव से आगे की कविता है यह. बहुत ही सुंदर.भक्तिभाव से आगे की कविता है यह. बहुत ही सुंदर.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49753785321806055222011-11-26T18:33:56.953+05:302011-11-26T18:33:56.953+05:30सतयुग के हो या द्वापर के, तुम किस युग के हो, मैं क...सतयुग के हो या द्वापर के, तुम किस युग के हो, मैं क्या जानूं,<br />तुम कान्हा हो मैं मीरा हूं, बस तुमको ही अपना मानूं।<br /><br />एक पवित्र हृदय में ही ऐसी भक्ति-भावना का वास हो सकता है।<br />बार-बार पढ़ने और गाने योग्य सुंदर गीत।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-12734832911629106102011-11-26T14:51:53.282+05:302011-11-26T14:51:53.282+05:30बहुत खूब ||
अद्भुत ||बहुत खूब ||<br /><br />अद्भुत ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-62091596480562840932011-11-26T13:58:05.960+05:302011-11-26T13:58:05.960+05:30भक्ति भाव से ओतप्रोत अप्रतिम प्रस्तुति...भक्ति भाव से ओतप्रोत अप्रतिम प्रस्तुति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-35088461296683607852011-11-26T11:48:55.249+05:302011-11-26T11:48:55.249+05:30सोलह कला परिपूर्ण भगवान श्री कृष्ण की भक्ति से ओत...सोलह कला परिपूर्ण भगवान श्री कृष्ण की भक्ति से ओत-प्रोत आपकी यह रचना मन को छू गई.aarkayhttps://www.blogger.com/profile/04245016911166409040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-81301954517690579492011-11-26T11:09:30.332+05:302011-11-26T11:09:30.332+05:30वाह ... बहुत बढि़या .. ।वाह ... बहुत बढि़या .. ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com