tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post699688813201785458..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: एक अमीर बलात्कारी --ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-75826132285149596642013-01-11T00:57:23.408+05:302013-01-11T00:57:23.408+05:30ये तो गुरु भी आँधला ,चेला खरा निरंध,
अँधा-अँधू ठेल...ये तो गुरु भी आँधला ,चेला खरा निरंध,<br />अँधा-अँधू ठेलिया ,दोन्यू कूप परंत !<br />-यही हाल है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-71833471851677285082013-01-09T17:13:37.569+05:302013-01-09T17:13:37.569+05:30aasaram abhi aatm mugdhta ki sthiti me hai unka ku...aasaram abhi aatm mugdhta ki sthiti me hai unka kuchh nahi ho sakta..kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-37994344095835545272013-01-09T13:06:31.450+05:302013-01-09T13:06:31.450+05:30इस विषय पर आसाराम क्या बोलेगा?
पाकिस्तानी आतंकियो...इस विषय पर आसाराम क्या बोलेगा?<br /><br />पाकिस्तानी आतंकियों ने भारतीय सीमा में घुसकर हमारे दो जवानों को मार डाला। एक जवान का सर काट कर ले गए।<br /><br />अब शायद आसाराम बोलेगा कि इसमें भारतीय जवानों की ही गलती है। वे यदि पाकिस्तानियों के सामने गिडगिडा कर उन्हें अपना भाई बोलकर अपनी जान की भीख मांगते तो बच जाते। <br />किसने कहा था उन्हें फ़ौज में भर्ती होने के लिए? किसने कहा था उन्हें भारतीय सीमाओं की रक्षा करने के लिए? अपने घर पर बैठते आराम से। वे भारीतय जवान अपनी मौत के ज़िम्मेदार स्वयं हैं।<br />अत: पाकिस्तान के खिलाफ कोई कड़ी कार्यवाही नहीं होनी चाहिए, जैसे बलात्कारियों के लिए कोई कडा क़ानून नहीं होना चाहिए।<br /><br />आसाराम का बयान निश्चित ही घटियापन की श्रेणी में आता है। ऐसे प्रवचन यदि आसाराम उन दरिन्दे बलात्कारियों को झाड़ता तो उसे धर्म गुरु मान भी लिया जाता। किन्तु उसे कहाँ समझा आने वाला है?<br />मेरे एक परिचित ने दिल्ली में उसका व्याख्यान रखवाया था। किन्तु पेमेंट मिलने में थोड़ी डेरी होने पर आसाराम ने मंच पर आने से मना कर दिया। अब ऐसे लोग अमीर औरत जैसे शब्द कहने का अधिकार नहीं रखते जो अप्पने प्रवचनों को पैसों से बेचते हैं।दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-80927530721097372752013-01-09T00:43:58.577+05:302013-01-09T00:43:58.577+05:30हे राम, मूर्ख आसाराम
(सारी मूर्ख नहीं धूर्त आसारा...हे राम, मूर्ख आसाराम<br /><br />(सारी मूर्ख नहीं धूर्त आसाराम)महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-33349451969176927312013-01-08T22:19:56.094+05:302013-01-08T22:19:56.094+05:30
शुक्रिया आपकी ताज़ा टिपण्णी का .आशा राम और भी हैं...<br />शुक्रिया आपकी ताज़ा टिपण्णी का .आशा राम और भी हैं एक ढूंढों दस मिलेंगे .मुद्दे से ध्यान नहीं हटाना हैं इन बे -हूदा बातों पर हौसला और गुस्से को बचाके रख्खों .<br /><br />अभी तो और भी रातें सफर में आयेंगी चरागे शब मेरे महबूब ,संभाल के रख .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-26894909692169813112013-01-08T19:50:20.529+05:302013-01-08T19:50:20.529+05:30ऐसे लोग काहे के संत हैं ऐसे संतो के कारण ही तो लोग...ऐसे लोग काहे के संत हैं ऐसे संतो के कारण ही तो लोगों का संतो पर से विश्वास उठता जा रहा है !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-3517200144298507672013-01-08T19:05:05.525+05:302013-01-08T19:05:05.525+05:30इन स्वम्भू भगवान हैं, इनसे और क्या उम्मीद किया जा ...इन स्वम्भू भगवान हैं, इनसे और क्या उम्मीद किया जा सकता है. M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-27989098787669875912013-01-08T18:30:52.726+05:302013-01-08T18:30:52.726+05:30shrm ki baat hai..
shrm ki baat hai..<br />Arshad Alihttps://www.blogger.com/profile/00741578153298460528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-6018116173629774302013-01-08T15:27:40.342+05:302013-01-08T15:27:40.342+05:30दुखद और शर्मनाक |दुखद और शर्मनाक |Akash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-88752922451590992272013-01-08T15:00:22.106+05:302013-01-08T15:00:22.106+05:30आपका आक्रोष बिल्कुल उचित है....इसको बापू कहना ही ग...आपका आक्रोष बिल्कुल उचित है....इसको बापू कहना ही गलत है...इसका पूरा खानदान भगवान के नाम पर लोगों को मूर्ख बना कर ही प्रसिद्धी पा रहा है....बस कमी हममें ये है कि, हमलोग इसके ऊलजुलूल वकत्व्यों को कुछ अधिक ही तवज्जो दे देते हैं...<br />यदि हमलोग ऐसा ना करें तो इसके धूर्ततापूर्ण विचारों का प्रचार नही होने पाएगा।राजेन्द्र अवस्थीhttp://harkand.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-29249939004121000522013-01-08T14:34:14.530+05:302013-01-08T14:34:14.530+05:30हरेक आदमी अपनी अपनी समझ के अनुसार बलात्कार से बचने...हरेक आदमी अपनी अपनी समझ के अनुसार बलात्कार से बचने के उपाय बताने के लिए आज़ाद है। आसाराम जी बदमाशों को भोला आदमी समझ रहे हैं। इसीलिए उन्होंने ऐसी बात कह दी वर्ना बदमाशों के अत्याचार सहने वाला क्या उनसे गिड़गिड़ा कर छोड़ने के लिए कहता नहीं है ?DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-12261458886688794402013-01-08T13:45:38.449+05:302013-01-08T13:45:38.449+05:30बहुत ख़ूब वाह!बहुत ख़ूब वाह!चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-3737913170176759432013-01-08T11:48:02.635+05:302013-01-08T11:48:02.635+05:30ये कलयुगी बापू ही समाज के असली कलंक हैं ..,ये कलयुगी बापू ही समाज के असली कलंक हैं ..,अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-37944751419710365062013-01-08T11:03:19.961+05:302013-01-08T11:03:19.961+05:30 छी छी छी दारुण वचन, दारू पीकर संत ।
बार बार बकवा... छी छी छी दारुण वचन, दारू पीकर संत ।<br /><br />बार बार बकवास कर, करते पाप अनंत ।<br /><br />करते पाप अनंत, कथा जीवन पर्यन्तम ।<br /><br />लक्ष भक्त श्रीमन्त, अनुसरण करते पन्थम ।<br /><br />रविकर बोलो भक्त, निगलते कैसे मच्छी । <br /><br />आशा उगले राम, रोज खा कर जो छिच्छी ।। रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com