tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post7832565546693778599..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: वतन की माटी ..ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger39125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-87314413325634108762011-11-24T16:41:53.710+05:302011-11-24T16:41:53.710+05:30आप सत्य कहती हैं....एक भारतीय कहीं भी रहे वह भारती...आप सत्य कहती हैं....एक भारतीय कहीं भी रहे वह भारतीय ही है और अपनी मातृभूमि की चिनता करने से उसे कोई कैसे रोक सकता है....<br />जय भारत.S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-72395233444105494432011-11-24T16:22:22.733+05:302011-11-24T16:22:22.733+05:30Uttam Vichar .Uttam Vichar .PARAM ARYAhttps://www.blogger.com/profile/07013544056473438992noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-40104661614726713662011-11-24T15:36:28.175+05:302011-11-24T15:36:28.175+05:30लगे रहो जी . फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी . गायब तो ...लगे रहो जी . फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी . गायब तो हम भी थे लेकिन मुद्दे पर साथ है .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-75961303989328912782011-11-24T10:29:41.580+05:302011-11-24T10:29:41.580+05:30अपनी मिट्टी अपना देस,
अपनी खुश्बू अपना भेस,
रास कब...अपनी मिट्टी अपना देस,<br />अपनी खुश्बू अपना भेस,<br />रास कबहुँ न आये बिदेस ।amit kumar srivastavahttps://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-77954110747680727732011-11-24T09:42:24.854+05:302011-11-24T09:42:24.854+05:30जिसके दिल में अपने देश के लिए प्रेम बसा है | उस अह...जिसके दिल में अपने देश के लिए प्रेम बसा है | उस अहसास को कोई दूसरा कैसे जान सकता है | इस का अहसास तो वही कर सकता है जो इस खुद इस अहसास से ओतप्रोत हो |<br /><br /><a href="http://cityjalalabad.blogspot.com/2011/11/blog-post_23.html" rel="nofollow">टिप्स हिंदी में </a>tips hindi mehttps://www.blogger.com/profile/01058993784424803727noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-235418604223257262011-11-24T09:23:36.012+05:302011-11-24T09:23:36.012+05:30भारत में जो रहते हैं,वे भारत की बाते न करें
देश क...भारत में जो रहते हैं,वे भारत की बाते न करें <br />देश के साथ गद्दारी करें,विदेशों में काला धन <br />जमा कराएँ तो कोई बात नही.पर विदेश में <br />रहने वाले को अपने वतन से प्यार हो,वतन <br />की चिंता हो ,वह वतन के लिए जज्बा रख <br />कुछ करें तो आपत्ति ?<br /><br />धिक्कार है ऐसे लोगो को.<br /><br />सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार,दिव्या जी.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-47687725197803527562011-11-24T00:30:53.981+05:302011-11-24T00:30:53.981+05:30बचपना नहीं ओछापन है उसका जो विदेश में रहने वाले भ...बचपना नहीं ओछापन है उसका जो विदेश में रहने वाले भारतवासियों से भारत के विषय में सोचने का अधिकार भी छीनना चाहते हैं ! उनकी दृष्टि में वे असंख्य भारतीय गुणीजन जिन्होंने विदेशियों में भारतीय ज्ञान विज्ञानंमय समग्र चिंतन का प्रचार प्रसार किया और आज भी कर रहे हैं , अपराधी हैं तथा उनकी ऐसी सभी चेष्टाएं अनुचित और अनाधिकारिक थीं / हैं ! वास्तविकता से सर्वथा अनिभिग्य हैं ऐसे लोग ! उनके कथन से ह्म भी दुखी हुए क्यूंकि वे तो हमारा भी अधिकार छीनने वाले हैं ! हम प्रार्थना करते हैं कि ऐसे विचार वाले महापुरुषों को सुबुद्धि मिले !Bhola-Krishnahttps://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-68097933244143696632011-11-23T17:24:18.105+05:302011-11-23T17:24:18.105+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति ||
बधाई ||
dcgpthravikar...बहुत सुन्दर प्रस्तुति ||<br /><br />बधाई ||<br /><br />dcgpthravikar.blogspot.comरविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-49877450936213463902011-11-23T12:49:03.220+05:302011-11-23T12:49:03.220+05:30dur rhkr adhik yad aate hain vtan n vtan ke log.dur rhkr adhik yad aate hain vtan n vtan ke log.Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-55057075648209927552011-11-23T10:25:35.505+05:302011-11-23T10:25:35.505+05:30बढिया जवाब।
इंसान कहीं भी रहे...उसका मन, उसका दिल...बढिया जवाब। <br />इंसान कहीं भी रहे...उसका मन, उसका दिल, उसका दिमाग मां से जुडा ही रहता है और रहना भी चाहिए.... फिर मां पर चर्चा क्यों न करे......Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-7207195321399297802011-11-23T10:15:08.563+05:302011-11-23T10:15:08.563+05:30MERA EKDAM NIJI VICHAR HAI KI BHARAT MAIN RAHANE V...MERA EKDAM NIJI VICHAR HAI KI BHARAT MAIN RAHANE VALE KE BAJAY VIDES MAI RAHANE VALE BHARTIY RASTRA KO ADHIK SAMMAN DETE HAI.DUSK-DRIZZLEhttps://www.blogger.com/profile/16442887153699718280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-87467049125437942672011-11-23T06:51:15.911+05:302011-11-23T06:51:15.911+05:30बहुत बढ़िया जबाब दिया है बकवासियों को आपने
Gyan D...बहुत बढ़िया जबाब दिया है बकवासियों को आपने <br /><br /><a href="http://www.gyandarpan.com/2009/11/about.html" rel="nofollow">Gyan Darpan</a><br /><a href="http://rajputmatrimonial.in" rel="nofollow">Matrimonial Site</a>Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-15346176109914345272011-11-22T23:44:58.229+05:302011-11-22T23:44:58.229+05:30Very good answer :))) Great postVery good answer :))) Great postAmrithttps://www.blogger.com/profile/16023510703283897521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-31461569718273788232011-11-22T22:25:09.324+05:302011-11-22T22:25:09.324+05:30वतन के माटी की सोंधी सुगंध तो सदा अतीत की ओर खींचत...वतन के माटी की सोंधी सुगंध तो सदा अतीत की ओर खींचती ही है॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-26322851145038892642011-11-22T22:24:00.578+05:302011-11-22T22:24:00.578+05:30हम दुनिया में कहीं भी जा बसें, जिसकी की माटी से यह...हम दुनिया में कहीं भी जा बसें, जिसकी की माटी से यह देह रची है उस देश से कैसे उदासीन हो सकते हैं !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-50428860273408156412011-11-22T22:22:22.354+05:302011-11-22T22:22:22.354+05:30सही कहा, इस बकवास सोच का क्या जवाब दिया जाए।सही कहा, इस बकवास सोच का क्या जवाब दिया जाए।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-19727914014485954662011-11-22T21:42:24.245+05:302011-11-22T21:42:24.245+05:30.माँ तो माँ ही रहेगी चाहें बेटा या बेटी कहीं भी रह....माँ तो माँ ही रहेगी चाहें बेटा या बेटी कहीं भी रहें दोनों का प्यार कम नहीं हो सकता ....Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-33306416197932518982011-11-22T21:38:50.408+05:302011-11-22T21:38:50.408+05:30आपक़े पोस्ट से भारत माँ के प्रति आपकी व्याकुलता सह...आपक़े पोस्ट से भारत माँ के प्रति आपकी व्याकुलता सहज जाहिर होती है...कौन रोकता है आपको मिट्टी के प्रति समर्पित होने से...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-60123325087778765672011-11-22T20:55:37.768+05:302011-11-22T20:55:37.768+05:30कुछ लोगों ने विदेश में रह कर वतन परस्ती खोई है. वे...कुछ लोगों ने विदेश में रह कर वतन परस्ती खोई है. वे बुरे उदाहरण हैं. अधिकतर लोग अपनी जडों को नहीं भूलते और अपने देश का अहंकार रखते हैं. वे अच्छे उदाहरण हैं.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-56743211932679922842011-11-22T20:53:51.552+05:302011-11-22T20:53:51.552+05:30रचना जी
सबसे पहले तो मुझे यही लगा कि आप दोनों पालो...रचना जी<br />सबसे पहले तो मुझे यही लगा कि आप दोनों पालों की बातें कह रही हैं| आपको किसी से objection क्या है? मैंने यह देखा कि आप दिव्या दीदी की पिछली दो महत्वपूर्ण पोस्ट पर नदारद थीं| जहां कम से कम मैं तो आपकी बेबाकी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था| मुझे लगा कि यहाँ आपके विचारों से कुछ मार्गदर्शन मिलेगा| वैसे यह आपकी व्यक्तिगत इच्छा है कि आप जहां चाहें वहाँ टिपण्णी करें| किन्तु ऐसा क्यों होता है कि आप विषय ढूंढ-ढूंढ कर टिप्पणियाँ करती हैं?<br /><br />सबसे पहले तो क्या देश में सबसे बड़ी समस्या नारी समस्या ही है? क्या इनसे इतर कोई समस्या नहीं रह गयी? <br />आपने कहा कि कुछ भारतीय पैसों के लिए विदेश में स्थाई हो जाते हैं| <br />क्यों हमेशा उनके पैसों पर ही नज़र मारी जाती है? कोई यह क्यों नहीं देखता कि अगला एक प्राइवेट कंपनी का नौकर है| कंपनी उसे जहां भेजेगी, उसे वहां जाना पड़ेगा? कोई यह क्यों नहीं देखता कि उसे भी अपने स्वजनों से बिछड़ने का दुःख होगा? मुझे तो यही लगता है कि नौकरी करने वालों को वहां भी उसी स्तर का पैसा मिलता है जितना वे यहाँ भारत में कमा लेते हैं? फिर देश विदेश के मुद्दे पर पैसा कहाँ से बीच में आ गया? पैसे पर नज़र है किन्तु कोई उनके जज्बे को क्यों भूल जाता है? क्या आपको लगता है कि देश की बड़ी-बड़ी समस्याओं पर डॉ.दिव्या श्रीवास्तव के अलावा कोई और हिंदी ब्लॉगर इतनी बेबाकी से अपनी कलम चला सकता है?<br /><br />यदि कोई व्यक्ति किसी कारणवश विदेश में रह कर भी देश की समस्याओं पर चिंतित है तो क्यों नहीं उसे प्रोत्साहित किया जाता? किन्तु जब कभी थोडा विवाद होता है तो आक्षेप लगाने में कोई पीछे नहीं रहता?<br /><br />आप ही सोचिये क्या दिव्या दीदी को ये सब भारी भरकम समस्याएँ (जिन पर लेख लिखने तो दूर टिपण्णी करने में ही कथित जागरूक लोगों की रूहें काँप जाती हैं) छोड़कर चाँद-सितारों पर लिखना शुरू कर देना चाहिए? या ज्यादा से ज्यादा कोई समस्या उठानी है तो नारी प्रधान समस्याओं के अतिरिक्त किसी भी समस्या को नहीं उठाना चाहिए? <br /><br />काश आपने इसी ऊर्जा के साथ अपने विचार पिछली दो पोस्ट पर भी लिखे होते तो कुछ बात होती|<br /><br />जब भी देश की कोई समस्या की बात हो तो हमारे नेतागण अमरीका का मूंह ताकते हैं कि शायद वह कोई सहायता करे| किन्तु जब कोई भारतीय विदेश में रहता है तो उस पर शंका जताई जाती है| क्या विदेशों रहने वाले भारतीय भारत में कहीं बम बरसा रहे हैं? और वे अमरीकी तो भारतीय भी नहीं हैं, फिर उनसे अपेक्षाएं क्यों रखी जाती हैं| ये अपेक्षाएं यदि विदेशों में रह रहे भारतीयों से ही रख ली जाए तो अधिक सार्थक होगा|<br /><br />रचना जी, मुझे तो यही लगता है कि दिव्या दीदी की बेबाकी और देश की समस्याओं पर ऐसे आलेख लिखना जिन पर टिपण्णी मारने में भी लोग कतराते हैं, उनके विदेश में रहने को नकार देता है| हिंदी ब्लॉग जगत में बहुत से ब्लॉगर हैं, जो विदेशों में रहते हैं| क्या उनमे इतना दम है कि वे इन समस्याओं पर इतनी बेबाकी से कलम चला सकें? <br />तब क्यों नहीं उन्हें कुछ शिक्षा दी जाती? <br /><br />रचना जी, एक बात बताएं, विदेशों में रह रहे भारतीयों से क्या अपेक्षा रखती हैं आप? यदि वे देश की समस्याओं पर लिखें तो उन्हें इग्नोर कर दिया जाता है| फिर वे क्या करें, क्या जिस देश में रह रहे हैं, वहां की समस्याओं पर लिखना शुरू क़र दें?<br />भला वे कैसे अपना योगदान दें?<br /><br />रचना जी, कभी किसी की प्रशंसा करना भी सीखिए|दिवसhttps://www.blogger.com/profile/07981168953019617780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-79795951888444788602011-11-22T19:44:08.492+05:302011-11-22T19:44:08.492+05:30भारत देश हमारी माँ के समान है
हम कही भी रहे क्या ...भारत देश हमारी माँ के समान है <br />हम कही भी रहे क्या अपनी माँ को भूल सकते है <br />सुंदर सार्थक पोस्ट <br />मेरे नये पोस्ट पर आइये आप का स्वागत है |धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-75045959563027566692011-11-22T19:41:42.349+05:302011-11-22T19:41:42.349+05:30दिल चाहिए भारतीय , बाकी बातों में क्या रखा
जय हिंद...दिल चाहिए भारतीय , बाकी बातों में क्या रखा<br />जय हिंददिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-42983931022199284662011-11-22T18:30:09.486+05:302011-11-22T18:30:09.486+05:30वाह आयरन लेडी वाह,
आज मारा सचमुच लोहे का मुक्का द...वाह आयरन लेडी वाह, <br />आज मारा सचमुच लोहे का मुक्का देश के कथित ढोंगियों के मुँह पर। वन्दे मातरम.....SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-3751888347930291492011-11-22T17:54:41.481+05:302011-11-22T17:54:41.481+05:30zeal
india has a constitution and some people dont...zeal<br />india has a constitution and some people dont come under that constitution they have their own laws a person who does nor respect our constitution can "SHOUT" any thing from the roof top does that count no it does not .<br />those who dont have knowledge of law also say such things because they are ignorant of the fact that many indians working abroad still have indian passports . <br /><br />i just have one objection with indians settled abroad { this is a general objection and not personal } when they try to find solutions for indian problems but want to remain settled abroad . then i feel that they have no right to debate because many of them have deserted india just because they are getting more money and better jobs and more facility . then i feel those living in india can be better judge for problems / solutions in india as they fae the same on day to day basis <br /><br />and one piece of advice " stop caring and keep writing "रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-31722408489348169372011-11-22T17:38:42.905+05:302011-11-22T17:38:42.905+05:30वतन पर मिटने वालों का देश में होना क्या अनिवार्य ह...वतन पर मिटने वालों का देश में होना क्या अनिवार्य है ? कदापि नहीं , देश प्रेमी कही भी रहे देश के प्रति सोच और समार्पण का ज़ज्बा होना चाहिए. देश के बाहर रहकर देश सेवा और भी दुरूह कार्य है इसे समझना चाहिए.बेसिर पैर की बातों पर द्यान न देते हुए दिव्या जी देश के लिए जो कुछ भी कर सके कीजिये इस देश को अन्दर वालों ने ही खोखला किया है बाहर वालों ने नहीं. आपके देशप्रेम को नमन और आपको शुभकामनाये. वन्देमातरम , जय हिंदAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.com