tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post8057032766816704525..comments2024-03-18T11:14:46.125+05:30Comments on ZEAL: 'ZEAL' ब्लॉग का उद्देश्य - [शब्दों में ढले जिंदगी के अनुभव]ZEALhttp://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comBlogger42125tag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-27867553706373271712011-05-26T16:55:29.764+05:302011-05-26T16:55:29.764+05:30आशा है कि यह Zeal इसी तरह जारी रहेगा और हमें अपने ...आशा है कि यह Zeal इसी तरह जारी रहेगा और हमें अपने आप को अच्छाई की ओर ले जाने वाले कई और पोस्ट्स पढने को मिलेंगे..<br /><br />आभार और शुभकामनाएंPratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-21999635903612082152011-05-21T15:37:11.547+05:302011-05-21T15:37:11.547+05:30यह परिचय .... अच्छा लगा आपके नाम और ब्लॉग के बार...यह परिचय .... अच्छा लगा आपके नाम और ब्लॉग के बारे में विस्तार से जानकर ...आपके सहयोगकर्ता हमेशा आपके साथ रहें ...शुभकामनाओं के साथ बधाई भी ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-51743333856275628232011-05-18T21:33:47.295+05:302011-05-18T21:33:47.295+05:30haardik mangal kaamnaayen.......haardik mangal kaamnaayen.......Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-35228757839160373172011-05-18T12:29:46.578+05:302011-05-18T12:29:46.578+05:30अंग्रेजी में 'ज़ील' कब और क्यों कुछ लोग...अंग्रेजी में 'ज़ील' कब और क्यों कुछ लोगों के लिए ' झील' बन गयी कुछ समझ नहीं आया. अपने कमज़ोर दिमाग पर थोडा जोर डाला तो लगा ' झील ' भी तो कुछ ग़लत नहीं . सच में झील सी गहराई भी तो आप में है और यदि अधिक छेड़ा न जाये तो झील की तरह शांत भी तो हैं आप. यों आपकी लेखनी का फलक और विस्तार व्यापक तो है ही अतः आशा ही नहीं विश्वास है कि बहुत से विषयों पर , विभिन्न विधाओं में आपकी लेखनी अनवरत चलती रहेगी , और यथा आवश्यकता सभी को कुछ न कुछ प्रदान करती रहेगी. <br /> हार्दिक शुभकामनायें, दिव्या जी !aarkayhttps://www.blogger.com/profile/04245016911166409040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-36187363018130067902011-05-18T10:03:25.473+05:302011-05-18T10:03:25.473+05:30उमंग और उत्साह में आप लगतीं हैं प्यारी सी 'जील...उमंग और उत्साह में आप लगतीं हैं प्यारी सी 'जील'<br />निंदा और आलोचनाओं को आप न करना ज्यादा 'फील'<br />गहराई की बातों में बन जाती हैं जब आप 'झील'<br />थोडा मुश्किल हों जाता है तब आपसे करना 'डील'<br />पर हर अच्छाई की बातपर आप लगातीं है अपनी 'सील'(Seal)<br />दुःख और दर्द को आप सदा ही करती रहें 'हील' (Heal)<br /><br />बस यही दुआ और कामना है कि आप सदा अच्छा सोचें,अच्छा लिखें<br />और प्रसन्न व आनंद मगन रह सभी को निर्मल आनंद प्रदान करती रहें.<br />इस पोस्ट पर देरी से आने के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-19445011555459836392011-05-18T00:52:10.608+05:302011-05-18T00:52:10.608+05:30आपकी पिछली पोस्ट पढ़ कर आ रही हूँ ....आपको पढ़ना ह...आपकी पिछली पोस्ट पढ़ कर आ रही हूँ ....आपको पढ़ना हमेशा प्रिय लगा...ऐसे ही लिखतीं रहें...मेरी शुभकामनाएँ साथ हैं..मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-40743464303267100202011-05-17T11:02:54.317+05:302011-05-17T11:02:54.317+05:30bahut sachcha aur sunder post.bahut sachcha aur sunder post.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-35284119803829595382011-05-17T08:27:18.574+05:302011-05-17T08:27:18.574+05:30अरे हमारी टिप्पणी कहाँ गई ?अरे हमारी टिप्पणी कहाँ गई ?डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-58569488566067391002011-05-17T08:03:12.679+05:302011-05-17T08:03:12.679+05:30सही है...सफल होवें अपने उद्देश्यों में...शुभकामनाए...सही है...सफल होवें अपने उद्देश्यों में...शुभकामनाएँ.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-31142350349132288472011-05-16T23:19:10.262+05:302011-05-16T23:19:10.262+05:30दुर्लभ है आजकल... किसी का इतनी बेबाकी से अपने बारे...दुर्लभ है आजकल... किसी का इतनी बेबाकी से अपने बारे में बताना...ये कोई बहुत ही मजबूत इंसान कर सकता है...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-85887267875321845682011-05-16T22:34:13.116+05:302011-05-16T22:34:13.116+05:30उद्देश्य में सफलता, लक्ष्य की प्राप्ति और संकल्प क...उद्देश्य में सफलता, लक्ष्य की प्राप्ति और संकल्प की दृढता के प्रति शुभकामनाएं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-4961540975050681822011-05-16T22:17:56.167+05:302011-05-16T22:17:56.167+05:30आप अपने उद्देश्यों में पूर्ण सफल हों, शुभकामनायें।...आप अपने उद्देश्यों में पूर्ण सफल हों, शुभकामनायें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-56747313027994251262011-05-16T22:08:41.532+05:302011-05-16T22:08:41.532+05:30maa sarasvati ki krapa aap par bani rahe aur aap y...maa sarasvati ki krapa aap par bani rahe aur aap yese hi aage badhti rahen.god bless you.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-13605691214520354882011-05-16T21:52:12.126+05:302011-05-16T21:52:12.126+05:30डॉ. दिव्या श्रीवास्तव जी, आपने नाचीज़ का निवेदन(ze...डॉ. दिव्या श्रीवास्तव जी, आपने नाचीज़ का निवेदन(zeal का अर्थ बताने का) स्वीकार किया उसके लिए आपका धन्यवाद! अब अगर आपको कभी थोडा-सा समय मिले तो हमारी मनोवैज्ञानिक, प्रतिक्रियाओं, इच्छाओं,उलझनों, परिस्थितियों,मानसिक अवस्था का और हमारे स्वभाव, मंतव्यों,शब्दों, दुखों,संघर्षों का बहुत गहराई से अध्ययन करें.फिर यथासंभव एक विकल्प के साथ लेख लिखे. आपके कथनानुसार इन चीजों को देखने व समझने निपूर्ण हैं. हो सकता उसके बाद अपने जीवन की शैली में शायद बदलाव ला सकूँ.<br /><br /><a href="http://rksirfiraa.blogspot.com/" rel="nofollow"> पति द्वारा क्रूरता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझाव</a>अपने अनुभवों से तैयार पति के नातेदारों द्वारा क्रूरता के विषय में दंड संबंधी भा.दं.संहिता की धारा 498A में संशोधन हेतु सुझाव विधि आयोग में भेज रहा हूँ.जिसने भारतीय दंड संहिता की धारा 498-ए के दुरुपयोग और उसे रोके जाने और प्रभावी बनाए जाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए हैं. अगर आपने भी अपने आस-पास देखा हो या आप या आपने अपने किसी रिश्तेदार को महिलाओं के हितों में बनाये कानूनों के दुरूपयोग पर परेशान देखकर कोई मन में इन कानून लेकर बदलाव हेतु कोई सुझाव आया हो तब आप भी बताये.रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीकhttps://www.blogger.com/profile/01260635185874875616noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-46248054400970453412011-05-16T21:48:13.441+05:302011-05-16T21:48:13.441+05:30दिव्या की एक बात बहुत अच्छी लगती है ....डाक...दिव्या की एक बात बहुत अच्छी लगती है ....डाक्यूमेंटेशन. अभी तक कितना और क्या लिखा है ......दिव्या के पास पूरा रिकार्ड है. मैं इस विषय में पूरा फिसड्डी हूँ. डॉक्टर कपूर जी को बहुत-बहुत धन्यवाद ...दिव्या का एक और प्यारा सा नाम " झील " रखने के लिए. सच में ......झील सी गहराई है दिव्या में. झील के जल में न जाने कितनों को जीवन मिलता है......आसरा मिलता है कई जलचरों को ......एक्वेटिक प्लांट्स को .....इस झील में सदा जील बना रहे यही ईश्वर से प्रार्थना है. <br />तो "झील" जी ! इसी झील पर हो जाए एक कविता अगली पोस्ट में आपकी कलम से.बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-30709896331710242312011-05-16T21:38:50.135+05:302011-05-16T21:38:50.135+05:30आदरणीय डॉ.दिव्याजी,
आप पर माँ सरस्वती की कृपा यूँ ...आदरणीय डॉ.दिव्याजी,<br />आप पर माँ सरस्वती की कृपा यूँ ही बनी रहे ये ही कामना करता हूँ.<br /><br />!!माँ सरस्वती जी की कृपा!!Sawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-12660011688143767152011-05-16T21:22:19.231+05:302011-05-16T21:22:19.231+05:30लेखन में तो यही होना चाहिए कि कुछ सार्थक निकलकर आए...लेखन में तो यही होना चाहिए कि कुछ सार्थक निकलकर आए....विषय कोई भी हो....<br />अच्छा लगा आपके विचार जानकर...वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-3354218459678906502011-05-16T21:03:14.344+05:302011-05-16T21:03:14.344+05:30दिव्या जी, आपके सारगर्भित एवं उर्जावान लेख एक नयी ...दिव्या जी, आपके सारगर्भित एवं उर्जावान लेख एक नयी विचारधारा को जन्म देते है जिन्हें आप वैज्ञानिक रूप से भी पुख्ता कर देती हैं, ये आपकी बहुमूल्य शिक्षा ( चिकित्सा) में ली गयी शपथ का भी जनोपयोग है . अतिविद्वानो को वैसा ही बने रहने दे, अपने लेखो में ये गैर जरूरी चर्चा भी न करे . आप पर माँ सरस्वती हमेशा मेहरबान रहे यही कामना है .Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-29198572327213517752011-05-16T20:20:20.060+05:302011-05-16T20:20:20.060+05:30जब आपसे परिचय हुआ तो मुझे लगा कि अब पूरी अंग्रेजी ...जब आपसे परिचय हुआ तो मुझे लगा कि अब पूरी अंग्रेजी आ गयी. <br />ब्लॉग जगत में मेरा पहला प्रभावपूर्ण परिचय A से अमित शर्मा से हुआ.फिर अकस्मात ईश्वरीय प्रसाद के रूप में Z से Zeal परिचय हुआ. <br />A to Z तक पूरा ब्लॉग-भ्रमण इनमें ही करता रहा. धीरे-धीरे सुज्ञ जी जैसे मित्रों ने मेरी मुग्धावस्था तोड़ने का कार्य किया और उनके विचारों से यथार्थ में जीना सीखा. <br />अरे! अपने मन की छिपी बात कह गया. जब मन की बातें होती हों तब खुद के मन की परतें भी उखड़ने लगती हैं.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-88106542270505905752011-05-16T20:19:45.962+05:302011-05-16T20:19:45.962+05:30आप साहस की प्रतिकृति हैं!
जानकारी मन को भा गई!आप साहस की प्रतिकृति हैं!<br />जानकारी मन को भा गई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-87221993688968153032011-05-16T20:10:14.535+05:302011-05-16T20:10:14.535+05:30veer tum bdhe chalo, dheer tum bdhe chalo
ye kvi...veer tum bdhe chalo, dheer tum bdhe chalo <br /><br />ye kvita shaayd aapne bhi padhi ho <br /><br />to badte rahna prgati path parदिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-26436001440404557702011-05-16T20:08:04.474+05:302011-05-16T20:08:04.474+05:30आपका नाम, उपनाम और परिचय सभी सार्थक हैं।
मां सरस्व...आपका नाम, उपनाम और परिचय सभी सार्थक हैं।<br />मां सरस्वती का स्नेह आपको निरंतर मिलता रहे, शुभकामनाएंमहेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-57488808277639450322011-05-16T19:50:14.889+05:302011-05-16T19:50:14.889+05:30mam aapka jo jajba or najariyaa hai usi wjha se aa...mam aapka jo jajba or najariyaa hai usi wjha se aapke blog par aana achha lagta hai. aapka har lekh kuch sochne par majbur karta hai.. subhkaamnayen aapke sath hain........ jai hind jai bharatSAJAN.AAWARAhttps://www.blogger.com/profile/10975214181930047006noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-57740748082288069012011-05-16T19:46:22.301+05:302011-05-16T19:46:22.301+05:30माँ सरस्वती जी की कृपा
आप पर यूं ही बनी रहे ..
आश...माँ सरस्वती जी की कृपा <br />आप पर यूं ही बनी रहे ..<br />आशीर्वाद स्वरुप <br />आपको साहस , धैर्य , शक्ति <br />और सम्मान मिलता रहे <br />यही कामना है .daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2911361780403920194.post-55684746707482459482011-05-16T19:23:15.433+05:302011-05-16T19:23:15.433+05:30बेबाकी से अपनी बात रख देना ही आपकी विशेषता है........बेबाकी से अपनी बात रख देना ही आपकी विशेषता है...... आभार !शूरवीर रावतhttps://www.blogger.com/profile/14313931009988667413noreply@blogger.com