आज जनसँख्या दिवस है !
विश्व जनसँख्या- ५.९ बिलियन !
भारत की जनसँख्या- १.१५ बिलियन !
आज चीन की जनसँख्या सबसे ज्यादा है , लेकिन २०३० तक भारत की जनसँख्या सबसे ज्यादा हो जाएगी.
विश्व की बढती जनसँख्या हमारे लिए अभिशाप साबित हो रही है ! जनसँख्या के अनुपात में हमारे पास तेल , खाद्य सामग्री और संसाधन कम होते जा रहे हैं ! ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है , मछलियाँ नष्ट हो रही हैं ! ईको सिस्टम डिस्टर्ब हो रहा है ! जंगल कट रहे हैं ! कार्बन डाई आक्साइड बढ़ रही है ! जरूरत है हमे इस समस्या पर ध्यान देने की ! हमारे पाठक तो जागरूक हैं , लेकिन वो आस पास के गाँव तथा काम करने वालों को जागरूक कर सकते हैं। !
एक माँ कितने बच्चों का भार वहन कर सकेगी? जरूरत है धरती माँ के ऊपर अत्यधिक भार न डाला जाये ! हमे अपनी आने वाली संतति के लिए विरासत में कुछ तो संसाधन छोड़ के जाना चाहिए !
समय रहते सचेत होने की आवश्यकता है !
१-बच्चे दो ही अच्छे !
२-छोटा परिवार, सुखी परिवार !
३-हम दो हमारे दो - एक हो तो और भी अच्छा !
सुखी और खुशहाल रहने के लिए बढती आबादी पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
Dearest ZEAL:
ReplyDeleteWish you a very happy birthday and a most fulfilling year ahead.
Extremely sad that you have given in to the demands of the Hounds to write in Hindi. Extremely disappointing.
The Hounds will rejoice today and congratulate each other that they FORCED you to do their bidding and write in Hindi.
This is the manner of hunting of the Hounds. They constantly stalk the prey and make it go weak with desperation to eventually succumb to their vile wishes.
Anyways, it is your blog. Enjoy.
Arth kaa
Natmastak charansparsh
@Divya ji
ReplyDeleteI didn't know it is your birthday today. I get it after reading Arth's comments. I amazed how he knows it because it is not mentioned in your blog profile. Anyways
I wish you a very-2 happy & prosperius birthday and may GOD fullfill all of your wishes & dreams of your life.
In this post too you raised your concerns on a serious issue that is Over-Population. I think we need to make a tough law like China which grants the permission of only 2 children and strictly punish those who break it.If China can aware about it now & taking steps to tackle it then why can't we . Also we have to spread education or we can say awareness about it more & more mostly in rural areas.
Again best wishes from my side & many-2 happy returns of the day.
GOD Bless You
Mahak
सुखद संयोग -आज के ही दिन आप भी धरा पर आयीं -पहले बधाई फिर ढेर सारी शुभकामनाएं स्वीकार करें ...
ReplyDeleteआपका हिन्दी में लिखा यह आलेख स्वागत योग्य है ,जन्मदिन पर आपका जननी प्रेम महज संयोग नहीं आपका जननी के प्रति कृतज्ञता का ज्ञापन भी है -हम अपनी जननी के उपकारों से भला कब उऋण हो सके हैं ..आपका यह मातृ समर्पण अनुकरणीय है .
वे जो अपनी माता ,अपनी बोली और अपने समाजं के प्रति कृतज्ञ नहीं हैं वे धरा पर बोझ हैं पशु सा विचरण कर रहे हैं !
आप अपने मन की आवाज सुनिए ....
दिव्या जी , जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें ।
ReplyDeleteविश्व जनसँख्या दिवस पर सब के लिए सोचनीय और विचारणीय विषय है ।
हम सब जानते हैं , बढती जनसँख्या का प्रभाव कितना ख़राब हो सकता है।
लेकिन जिन पर इसका असर होना चाहिए , अफ़सोस कि वो लोग इस लेख को नहीं पढ़ सकते । आज ही अखबार में पढ़ा कि कैसे बिल गेट्स ने बिहार का दौरा किया और वहां के गावों की हालत देखी तो पाया कि एक परिवार में औसतन ६-७ बच्चे थे । वहां कोंट्रासेप्शन के बारे में कोई नहीं जानता । बच्चों को अभी भी भगवान की देन मानते हैं । कौन समझाएगा उनको ये बात । क्या कोई प्रयास कर रहा है । शायद नहीं ।
इस विषय पर नुक्कड़ ब्लॉग पर मैंने आज ही एक हास्य व्यंग कविता लिखी है । कृपया पढियेगा ज़रूर ।
दिव्या जी , जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें ।
ReplyDeleteआपको जन्मदिन की बधाईयाँ । हम बाकी क्षेत्रों में भी 20 प्रतिशत योगदान दें. यही हमारा प्रयास रहना चाहिये ।
ReplyDeleteऔर इक साल गया, जाने दो,
ReplyDeleteउम्र कुछ और बढी, जाने दो,
तुम सदा यूँ ही मुस्कुराती रहो
कल की दुश्वारियों को, जाने दो.
सालगिरह मुबारक़, दिव्या जी...
जन्मदिन कि बधाई। जनसंख्या का सवाल है तो सत्तर के दशक से इसके लिए प्रयास हो रहे हैं। वृद्धिदर में कमी तो आई है मगर २०३१ से पहले यह बढ़ोतरी ठहरने वाली नहीं दिख रही। ऐसा आंकड़ों का रुझान है। जागने में देर हुई है, अब समय तो लगेगा ही। अब लोग दूसरा बच्चा पैदा करने में भी झिझकते हैं, यह रुझान अच्छा बन रहा है।
ReplyDeletejanmdin ki bahut bahut badhai evam shubh-kaamnayen
ReplyDeletehttp://sanjaykuamr.blogspot.com/
दिव्या जी सबसे पहले तो बधाई इस बात की दूंगा की पूरा लेख हिंदी में ही है. अरे यार लोगों की अंग्रेजी बोलकर जबान टेड़ी होती है और मेरी अंग्रेजी लिख कर अंगुलिय टेड़ी हो रही थी और वैसे भी इस भाषा में हाथ तंग हैं. कई बार तो सिर्फ इसलिए कमेन्ट नहीं किये कि हिंदी में लिखू या अंग्रेजी में. तो पहली बधाई हिंदी में लिखने की और दूसरी बधाई हम जैसो को ये याद दिलाने की कि आज जनसँख्या दिवस है. अब दो बधाईया दे दी हैं तो जन्मदिन कि तीसरी बधाई भी ले ही लो. वैसे पता नहीं कि आपका जन्मदिन १० को था या आज ११ को है पर फिर भी बुढ़ापे कि तरफ एक और कदम बढ़ने के लिए आपको बधाई........
ReplyDeleteवैसे आज तो आपने उल्टा हम लोगो को गिफ्ट दे दिया ..................बेहद मांग पर आपने आज हिंदी में अपना पूरा लेख जो लिखा है !
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद !
आपको जन्मदिन की शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई.
लेकिन जरा ठहरिए तो सही..
अभी मैं और बधाई दूंगा
जन्मदिन मुबारक हो.
ReplyDeleteईश्वर करें आप हमेशा खुश रहे.
ReplyDeleteईश्वर आपकी हर मनोकामना पूर्ण करें
ReplyDeleteएक बार फिर से बधाई
ReplyDeleteजब सब कह रहे हैं और राजकुमार जी इतनी बार तो कोई शंका ही नहीं रह जाती कि दिव्य ज्योति आज ही की दिन अवतरित हुई थी। तो हमारी तरफ से और अपनी नीमू भाभी की तरफ से भी बहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुतबहुत सारी बधाई स्वीकारें। शुभकामनाएं,खुश रहो। लिखती रहो,तुम्हारी लेखनी में और ओज आए। और और तुम्हारा यह ब्लाग फूले,फले,टिप्पणियों नहाओ।
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ReplyDeleteहमारा भारत बढती हुई जनसंख्या की वजह से ही तरक्की नहीं कर रहा!... वैसे यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं है..लेकिन ओपर्चुनिटीज के अभाव में प्रतिभाओं का योग्य इस्तेमाल नहीं हो रहा!...जनसंख्या की अति ही बहुतसी समस्याओं के लिए जिम्मेदार है!...इसके लिए जागरुकता आवश्यक है!... बहुत सुंदर आलेख है दिव्या!...धन्यवाद!...जन्मदिन मुबारक हो!
ReplyDeleteदिव्या जी , जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें ।
ReplyDeleteजन्मदिन मुबारक हो ,और हां हम दो और हमारा एक ही है ।
ReplyDeleteदिव्या जी .... जन्मदिन की हार्दिक बधाई ...
ReplyDeleteविश्व जनसांक्या दिवस पर विचारणीय पोस्ट है .... इसके लिए अभी से कदम उठना होगा तभी जाके आने वाले २०-३० सालों में कुछ परिवर्तन नज़र आएगा .... वैसे आस्ट्रलिया के एक वैज्ञानिक ने भविष्यवाणी की है की आने वाले १०० सालों में मानव सभ्यता ख़त्म हो जाएगी .... इस जनसंख्या विस्फोट के चलते ....
Very true Divya ji.
ReplyDeleteAbsolutely.
And yes, A very very happy birthday if it is your birthday today.
Otherwise too...have a very very good day :)
दिव्या जी
ReplyDeleteबहुत अच्छा और सामयिक लेख है और हिंदी में लेखन के लिए बधाई
जहां तक इस विषय की बात है हर मानव एक पेट के साथ दो हाथ और एक दिमाग भी साथ में लेकर पैदा होता है , फिर भी ये समस्या क्यों पैदा हो रही है ??? शायद इसीलिए क्योंकि कोई भी संसाधन (जैसे यहाँ मानव संसाधन) अन्य मौजूदा संसाधनों के अनुपात में जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए और साथ में उस बढे संसाधन का सदुपयोग करने की रचनात्मक क्षमता भी कम या बाधित होती जाए तो क्या कहा जाए ??
वैसे एक उपाय किया जा सकता है ........ घर में आई हर संतान के साथ एक पेड़ या दो पेड़ ( कम से कम ) लगायें जाए तो कैसा रहे ???
ReplyDeleteदिव्या जी,
ReplyDeleteआपको जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मैं इश्वर से प्रार्थना करता हूँ की आपके जीवन में ये छह शस्त्र(गुण) 1.उद्यम
2.साहस
3.धैर्य
4.बुद्धि
5.शक्ति और
6.पराक्रम
हमेशा साथ रहें ताकि जरूरत पड़ने पर देव भी आपकी सहायता करने आ जाएँ
उद्यमः साहसं धैर्यं बुद्धिः शक्तिः पराक्रमः ।
षडेते यत्र वर्तन्ते तत्र दैवं सहायकृत् ॥
Many happy returns of the day ma'am
ReplyDeleten thanks for such an ideal post..
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाये.. विचारणीय आलेख, जनसँख्या वृद्धि का भूत दिन पर दिन विकराल होता जा रहा है. ११४ करोड़ हो हो गए हम.. इस का निदान केवल जनमानस को इसके खतरों से आगाह करके ही हो सकता है. अभी भी ग्रामीण क्षेत्रो में परिवार नियोजन की विधियों पर तमाम भ्रान्तिया पाई जाती है., जो उचित शिक्षा देकर दूर की जा सकती है.
ReplyDeleteHappy B'day Divya Ji..
ReplyDeleteहमारी बढती जनसँख्या ही शायद हमारे विकास के बीच मे सबसे बडा रोडा है... संसाधन कम है और भोगने वाले लोग बहुत ज्यादा...
थोडा रीयलिस्टिक होकर सोचू तो ’हम दो हमारे दो’ का फ़ार्मूला भी जनसँख्या को दोगुना ही करेगा... और कोई सालूशन्स?? शायद नही..
क्या हम ऎसा नही कर सकते कि इसे अपने ताकत बनाये.. मैनपावर.. हम मैनपावर एक्स्पोर्ट करे... जिन देशो को काम काज करने के लिये लोगो की जरूरत है वो हमारे देश से रिक्वेस्ट करे और हमारी सरकार ओफ़िशियली मैनपावर भेजे(आउट्सोर्स करे) न कि वो पर्सनली अरब देशो मे जाकर रोजगार ढूढे और अपनी ज़िन्दगी को दाव पर लगाये..
अपनी मैनपावर को हम सक्षम बनाये... उनसे बन्जर जमीनो से भी सोना उगवाये.. उनके दिमागो से बडे से बडे दिमागो को जीते... उनकी सोचो को विकसित करे...
शायद तभी कुछ होगा!! :(
एक कवी महोदय के पांच हो गए ..छठे की तैयारी में लगे हैं टोकता हूँ तो कविता सुनाने लगते हैं ...
ReplyDeleteलक्ष्य तो दृढ थे मेरे प्रारंभ से ही
किन्तु हर घटना अचानक घाट गई ..!
अधिक टोकता हूँ तो गरियाने लगते हैं...
तुमसे खाने के लिए पैसा मांगता हूँ क्या ?
सोचता हूँ की जब एक कवि {सुधारक] को नहीं सूधार पाया तो आम जन क्या मेरी बात सुनेंगे..!
..आपकी अपील सार्थक व उपयोगी है.
दिव्या जी , जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें ।
ReplyDeleteI am very happy today to receive so many birthday wishes from my readers.
ReplyDeleteBirthday wishes given in different beautiful ways by everyone is so appealing and mesmerizing.
Once again many thanks to all of you.
@-लक्ष्य तो दृढ थे मेरे प्रारंभ से ही
ReplyDeleteकिन्तु हर घटना अचानक घट गई ..!
Devendra ji, majedaar kissa...fir bhi prayaas jari rakhiye. ho sakta hai, 6th ke baad wo fullstop laga dein.
@-अपनी मैनपावर को हम सक्षम बनाये... उनसे बन्जर जमीनो से भी सोना उगवाये.. उनके दिमागो से बडे से बडे दिमागो को जीते... उनकी सोचो को विकसित करे...
ReplyDeletebahut sarthak soch.
1.उद्यम
ReplyDelete2.साहस
3.धैर्य
4.बुद्धि
5.शक्ति और
6.पराक्रम
Gaurav ji,
Mujhe inn sabhi ki behad zaroorat hai. Many thanks.
Rajkumar soni ji, Rajesh ji avam sabhi ki masti bhari badhaiyon ka aabhar.
ReplyDeleteDr Amar ,
ReplyDelete'Gur ke gulgue' yaad dila diye aapne ! ab meri mother jeevit nahi...kaun khilayega ?
nostalgic to bahut hun aaj !
Dr. Aruna,
Thanks.
Divya Di,
ReplyDeleteSo confirmed haan!
Lemme Wish you a great and prosperous year ahead, once again.
May you achieve whatever you desire.. may the sun burn all your malaise.
Stay cheerful and stay blessed..
Happy Birth Day again
जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई दिव्या... नई ऊँचाइयों तक पहुँचो.....मन की सारी मनोकामना पूरी हो....और बहुत खुश रहो :)
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर आलेख है....जनसँख्या ही सारी समस्याओं की जड़ है...और तुम्हारा आह्वान अच्छा है...नीचे तबकों में ..गाँवों में लोगों में जागरूकता लाने की जरूरत है..
एक और बार जन्मदिन की शुभकामनायें ...
ReplyDeleteमुझे ऐसा क्यों लगता है की जो दिव्या सिर्फ कमेन्ट करती थीं और जो दिव्या पोस्ट लिखती है , और जिस दिव्या ने मेरी मेल का जवाब दिया इनमे बहुत अंतर है ...:):)
Anyways ...Nice Post !
Avinash ji, Rashmi ji, Vani ji,
ReplyDeleteThanks for the wishes.
@- Vani ji-
Samay ke saath teji se chalne ki koshish kar rahi hun, nahi to peeche reh jaungi....Jo saath chal sakenge wahi mere sachhe mitra honge.
Thanks .
No doubt..You're right.
ReplyDeleteWe need to control our population.But it should be done by each and every community.
belated happy birthday :)....thank you for the thought provoking post.
ReplyDeleteप्रवीण त्रिवेदी ╬ PRAVEEN TRIVEDI - Wish you Many Mnay happy returns of the day. All your dreams and Wishes come true. GOD Bless you. Have a great Birthday.जमकर जियें खुशियों के दिन, यही हमारी भावनाएं, इसी दिन से समृद्ध होंगी, भविष्य की संभावनाएं, आज के दिन हो इकठ्ठा खूबसूरत कल्पनाएँ, आपके जन्मदिन की आपको ढेर सी शुभकामनायें
ReplyDeleteDiwakar Mani ji ki sanskrit mein ki gai tippani-
ReplyDeleteDiwakar Mani दिवाकर मणि said - जन्मदिवसस्य कोटि-कोटि हार्दिकी शुभकामना प्रेषयामि (क्षम्यताम् विलम्बकृते).
Diabetes can cause erectile dysfunction has been shown that between 30 and 50% of
ReplyDeletepoorly controlled diabetic patients are affected by erection problems.
It is determined that approximately 30,000,000 men around the world have erectile dysfunction.
Erectile dysfunction, also called impotence is a common condition
that affects most men at some point in their life.
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