सार्थक, सामयिक, सुन्दर, बधाई
ऐब गिनाना भी तो ऐब है
kuchh log a aur b sae aagae kabhie nahin badhtey zeal bekar sochtee ho :)
अच्छी बात है. कबीर ने भी तो यही कहा है; "निंदक नियरे राखिये आँगन कुटी छवाय....."
क्या बात है आजकल कमेन्ट की गुंजाईश नहीं छोड़तीं हैं आप...आज बहुत दिनों बाद मौका मिला है...बहुत ही सटीक हैं ये लाइने उनके लिए जो सिर्फ दूसरों में ऐब ही देखते हैं...
sundar rachna
वाह ... ये भी बढि़या है
सार्थक, सामयिक, सुन्दर, बधाई
ReplyDeleteऐब गिनाना भी तो ऐब है
ReplyDeletekuchh log a aur b sae aagae kabhie nahin badhtey zeal bekar sochtee ho :)
ReplyDeleteअच्छी बात है. कबीर ने भी तो यही कहा है;
ReplyDelete"निंदक नियरे राखिये आँगन कुटी छवाय....."
अच्छी बात है. कबीर ने भी तो यही कहा है;
ReplyDelete"निंदक नियरे राखिये आँगन कुटी छवाय....."
क्या बात है आजकल कमेन्ट की गुंजाईश नहीं छोड़तीं हैं आप...आज बहुत दिनों बाद मौका मिला है...बहुत ही सटीक हैं ये लाइने उनके लिए जो सिर्फ दूसरों में ऐब ही देखते हैं...
ReplyDeletesundar rachna
ReplyDeleteवाह ... ये भी बढि़या है
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