एक जनवरी 1954 को जन्मे श्री माथुर जी एक परम पूज्य अध्यात्म पुरुष हैं ! लखनऊ के विकास नगर में 'शेखुपुरा' नामक कॉलोनी में इनका निवास स्थल है! इन्होने सत्य की खोज में अनेक वर्ष तपस्या करके बहुत सी शक्तियां हासिल कीं जिसका उपयोग वे ज़रुरतमंदों की मदद करने में करते हैं!
अपनी निस्वार्थ सेवा द्वारा इन्होने अनगिनत लोगों की मदद की है आज तक!
Zeal
परोपकार के लिए किया गया हर कार्य मानवता के लिए लाभकारी है. शुभकामनाएँ माथुर जी को.
ReplyDeleteबहुत अच्छा व्यक्तित्व होगा, कुछ और भी लिखें इनके बारे में..
ReplyDeleteवाह!
ReplyDeleteआपकी इस ख़ूबसूरत प्रविष्टि को कल दिनांक 29-10-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-1047 पर लिंक किया जा रहा है। सादर सूचनार्थ
विजय माथुर जी पर आधारित आपकी ये प्रस्तुति वास्तव में सराहनीय है सार्थक प्रस्तुति बधाई
ReplyDeleteGood job buddy .
ReplyDeleteपरिचय का आभार..
ReplyDeleteसादर नमन ||
ReplyDeleteभारतीय नागरिक जी , बहुत कुछ है लिखने को श्री माथुर जी के बारे में ! बस समय ही कम पड़ जाता है ! माथुर जी के पास इतनी शक्ति है की एक पल को आँख बंद करके आपका भूत और भविष्य दोनों देख लेते हैं ! आपके घर और दफ्तर का पूरा नक्शा बता देते हैं ! असाध्य रोगों को चुटकियों में दूर कर देते हैं ! पेशे से इन्जिनेयर हैं और देश विदेश में उच्च पदों पर कार्य कर चुके हैं! गरीब अमीर दोनों की समस्याओं का समभाव से समाधान देते हैं!
ReplyDeleteaisse personality ke baare men jaankari dena badi acchi bat hai...
ReplyDeleteपरोपकार से बढ़कर कोई धर्मं नहीं ..
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्रेरक प्रस्तुति ..आभार
परमारथ के कारणे साधून धरा शरीर...
ReplyDeleteनमन है ऐसे ज्ञानी तपस्वियों को।
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