घोटालो से घिरे कांग्रेसियों कि एक और कारगुजारी
सामने आयी है सरकार ने देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की
कर्मभूमि रहे अंडमान तथा निकोबार के ‘वाइपर द्वीप’ को एक विदेशी कंपनी को
मरीना एवं होटल बनाने के लिए मात्र एक रुपये के पट्टे पर नीलाम कर दिया है।
ऐसा करके सरकार ने न केवल लोगो की भावनाओं को बल्कि सुरक्षा और सामरिक
महत्व के मुद्दों को भी दरकिनार करदिया।
ज्ञात हो कि-
(वाइपर द्वीप जेल का इत
ज्ञात हो कि-
(वाइपर द्वीप जेल का इत
िहास
काले पानी के नाम से विख्यात सेल्युलर जेल से भी 50 वर्ष पुराना और कहीं
अधिक क्रूर तथा खौफनाक है। ब्रिटिश हुकुमत के जुल्मों के खिलाफ आवाज बुलंद
करने वाले 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के 200 सेनानियों को बेड़ियों में
जकड़कर 1858 में इसी निर्जन द्वीप पर खुली जेल में जानवरों की तरह एक दूसरे
से बांध कर रखा गया था। आजादी के इन मतवालों को ब्रिटिश जेलर सात-सात की
संख्या में एक दूसरे से बेड़ियों में बांध कर रखते थे और इन्हें ‘चेन गैंग’
का नाम दिया गया था। सरकार ने शहीदों की इस बलिदान और कर्मभूमिको धरोहर की
तरह सहेज कर रखने के बजाय मलयेशिया की कंपनी रीकान पी एमएम प्राइवेट
लिमिटेड को विदेशी लक्जरी याचों के लिए 50 बर्थ का मरीना तथा होटल बनाने के
लिए एक रुपये प्रति वर्ष के पट्टे पर दे दिया है। इसके लिए सरकार कंपनी को
सब्सिडी भी देगी तथा बिजली और पानी की सुविधा भी उपलब्ध कराएगी।अंडमान तथा
निकोबार द्वीप समूह के सांसद विष्णु पद रे ने बताया कि अंडमान प्रशासन ने
इसके लिए न तो उनके और न ही अन्य राजनीतिक दलों के साथ कोई बातचीत की।
उन्होंने दावा किया कि सुरक्षा तथा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस द्वीप
पर यह प्रोजेक्ट बनाने से पहले संबंधित एजेंसियों से अनापत्ति प्रमाण पत्र
भी नहीं लिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन किसी भी कीमत पर
शहीदों की इस भूमि को अय्याशी का अड्डा बनाने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि
महत्वपूर्ण रक्षा प्रतिष्ठानों के वाइपर के निकट होने से अंडमान द्वीप
समूह और देश की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी।)
न्यूज स्रोत-
~@Social Media
न्यूज स्रोत-
~@Social Media
behatareen behatareen,khoob lika
ReplyDeleteयह बहुमूल्य जानकारी देने के लिए हार्दिक धन्यवाद ! अवश्य ही यह एक बड़ी शर्मनाक बात है !
ReplyDeleteसुबुद्धि मिले इन सिरफिरे देशद्रोहियों को और जाग्रत होकर , वास्तविक 'आम जनता' अपनी शक्ति दिखाए - बेटा हम केवल प्रार्थना ही कर सकते हैं ! शुभाकांक्षी -
कुछ समय पहले जब इस द्वीप पर गया था तो कुछ हिस्सा ही व्यवसायिक प्रयोग के लिए दिया गया मिला था
ReplyDeleteबेहतर लेखन !!
ReplyDeleteकांग्रेसियों ने आशा के अनुरूप ही काम किया है और उनसे आशा भी क्या की जा सकती है !!
ReplyDeleteदुखद
ReplyDeleteGood job buddy ,shame for this corrupt govt.
ReplyDeleteहम असली गांधी वादी हैं
ReplyDeleteहमें तो कोई भी लात मार जाए हम पैर पकड़ लेते हैं गुस्सा नहीं करते नरेन्द्र मोदी की तरह .हम शांत रहतें हैं .
पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मालिक ने जैसे ही समझौता एक्सप्रेस में हुए बम ब्लास्ट की बात की हमने फट
इसके तीसरे मुजरिम राजेन्द्र चौधरी को मध्य प्रदेश के नागदा में गिरिफ़्तार कर लिया .हमारे गाल पे कोई भी
चाटा मार जाए हम मोदी की तरह गुस्सा नहीं करते .पैर पकड़ लेते हैं .
हम स्वाभिमानी हैं .आतंकियों को भी माफ़ कर देतें हैं .भले वह हमारे .........को मार जाएँ ,.....हम स्झांत रहतें हैं .
रहमान मलिक हुक्म करें और किस किस को पकड़ना है हमारी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी फट पकड़ लेगी .
मेहमान जो हमारा होता है वह जान से प्यारा होता है .क्या हुआ हमारे पिताजी और दादी को आतंकवादी मार गए
हम गुस्सा नहीं करते उन्हें बिरयानी परोस्तें हैं .
अब यह कहानी तो किसी से छिपी नहीं है गोत्र दादा से चलता है और वह कौन थे ?
(श्री फ़िरोज़ गांधी )
हम असली गांधी वादी हैं .
Virendra Sharma @Veerubhai1947
ReplyDeleteram ram bhai मुखपृष्ठ http://veerubhai1947.blogspot.in/ रविवार, 16 दिसम्बर 2012 हम असली गांधी वादी हैं
कांग्रेस इसी लिय जानी जाती है .
ReplyDeleteशर्मनाक है !!
वाह!बहुत सराहनीय प्रस्तुति
ReplyDeleteयह काम बेहद शर्मनाक है |
ReplyDeleteजैसा कि काजल जी ने अपने देखे हुए का जिक्र भी किया , उससे इस खबर की पुष्टि भी होती है |