सुप्रीम कोर्ट ने पदोन्नति में आरक्षण तो समाप्त कर ही दिया है , अब धीरे धीरे नौकरियों से भी समाप्त कर दिया जाएगा ! गुज्जरों, जाटों और दलितों को अब अपनी काबिलियत दिखानी होगी, प्लेट में हलवा सजाकर नहीं दिया जाएगा !
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आरक्षण एक बार लो, बार बार नहीं , पहले शिक्षा में, फिर कॉम्पिटिटिव एक्साम्स में , फिर नौकरी में फिर पदोन्नति में , अरे कितनी लालच करोगे भाई ? सुरसा की तरह मुंह मत फाड़ो ! कहीं तो कॉमा, फुलस्टॉप लगाओ ! या स्वर्ग तक आरक्षण चाहिए !
1 comment:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (29-05-2015) को "जय माँ गंगे ..." {चर्चा अंक- 1990} पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
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