Thursday, December 31, 2015

सबका साथ, सबका विकास ! आधे को सब्सिडी , आधे को ठेंगा

भारतवर्ष में समय-समय पर असुरों का जन्म हुआ है । कभी कोई आकर अखंड भारत को दो टुकड़ों में बाँटता है, कोई जात-पाँत में, कोई आरक्षण के नाम पर दो टुकड़े करता है और अब मोदी सरकार ने देश को अमीर और गरीब में बाँट दिया ।
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जिन्नाह ने हिन्दू मुस्लिम बांटे, आंबेडकर ने हिंदुओं को बांटा दलित और सवर्ण में । मोदी ने देश को ही बाँट दिया अमीर और गरीब में । इतिहास में इनका नाम लिखा जायेगा विभाजनकारी-षड्यंत्रकारियों में ।


Monday, December 28, 2015

आम जनता असहिष्णु बनी "चौकीदारी" पर है !

देश में २०१४ के पहले हुयी अनियमितताओं और अत्याचारों के लिए तत्काल सरकार को दोष देना बहुत सुलभ और सहज था लेकिन नयी सरकार को किसी भी बात के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि चौकीदारी पर बैठी जनता जनार्दन अचानक असहिष्णु हो उठती है ! निराश होकर कुछ लेखकों ने सारे अपराधों के लिए स्वयं को ही जिम्मेदार कहना शुरू कर दिया ! उन्होंने लिखा कि -"निर्भया हम शर्मिंदा हैं कि तुम्हारे साथ अन्याय हुआ " खैर सरकार दोषी नहीं, संविधान में खामियां नहीं, न्यायलय में गांधारियां हैं , नाबालिगों का दोष नहीं , और सत्य लिखने वालों की खैर नहीं !
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आज नया अपराध सामने आया ! दो नाबालिग लड़कियों ने अपनी ही एक सहेली के साथ दुष्कर्म करवाया ! दोषी तो कोई है नहीं ! दो चार सज्जन पुरुष खुद को शर्मिन्दा कहकर किनारे हो लेंगे !
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आजके तीसरे समारचार में एक गुंडे युवक ने पत्नी के ससुराल जाने से इंकार करने पर , अपनी पत्नी और सास को केरोसिन डालकर ज़िंदा जला दिया ! ऐसे दरिंदे के घर कोई पागल ही होगी जो जाएगी !
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दोषी तो कोई है नहीं ! क़ानून अंधा और सरकारें लाचार ! आम जनता असहिष्णु बनी "चौकीदारी" पर है ! हो रहा भारत निर्माण !
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#Digital India

Friday, December 18, 2015

सी बी आई का छापा और केजरीवाल का स्यापा

आम आदमी पार्टी वाले पहले धरना देने में चैम्पियन थे , अब "प्रेस-कांफ्रेंस " करने में रिकार्ड बना रहे हैं ! आज देखा कुमार विश्वास के साथ ही एक अन्य महानुभाव प्रेस-कांफ्रेंस के ज़रिये अपनी सुपर-डुपर योग्यता का तल्लीनता से परिचय दे रहे थे ! अचानक ही इनके पास जेटली के खिलाफ भ्रष्टाचार की फाइल आ गयी ! अभी तक कहाँ थी? छापा न पड़ता तो दिखाई न देती शायद ! केजरीवाल जी के पास कभी शीला दिक्षित तो कभी जेटली के खिलाफ पुराण निकल आती है , लेकिन आपियों के खिलाफ कभी कुछ नहीं निकलता ! प्रमाण होने के बावजूद जब अभी तक मौनी बाबा बने थे तो अब चैनल पर चिल्लाने की वजह क्या है ! कोई ऐक्शन क्यों नहीं लिया गया? सारी फाइलें सीबीआई को क्यों नहीं सौंपी गयी ! अभी तक की चुप्पी की वजह क्या है और अचानक इतनी चिल्लाहट मचाने का राज़ क्या है ! कृपया बताएं ! जनता जानना चाहती है की केजरीवाल जी फाइलों का करते क्या हैं ? पहले शीला जी की फाइलें ग़ुम हुयी फिर जेटली जी की चोरी चली गयीं ?