सफलता
का कोई शॉर्ट-कट नहीं होता।---जो रातों रात दिल्ली का मुख्यमंत्री बन जाए
और बिना कोई काम करे प्रधानमन्त्री बनने के सपने देखे , उसे आम नहीं कहते ,
उसे सीआइए का एजेंट कहते हैं।--गुजरात , मध्य प्रदेश, गोवा , राजस्थान आदि
कि सरकारें निष्ठा के साथ अपना काम कर रही हैं , कभी बड़बोलापन नहीं दिखाया
, नाजायज़ सपने नहीं देखे ! लेकिन आजकल जो बरसाती मेंढ़कों और गिरगिटों कि
जो खेप आयी है , उसे तो बस रातों रात सब कुछ पा लेना है जैसे ! मेहनत,
लगन, निष्ठा और राष्ट्रहित का जज़बा होना बेहद ज़रूरी है ! वादा खिलाफी ,
मासूम जनता कि अपेक्षाओं से खिलवाड़ , बात बात पर पलटना , ये सब अच्छे
नायकों के गुण नहीं होते !
2 comments:
मैंने पहले ही कहा था ये आम आदमी चर्च का खास आदमी है ये विदेशी एजेंट है जो उसके इशारे पर कम करता है. उसे भारत भारतीयता पसंद नहीं
बहुत सही कहा...
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