मीडिया की चतुराई देखिये --कोयला घोटाले की फाईलों का क्या हुआ ये नहीं बताएँगे। चोर और डाकुओं की सरकार की करतूतों को छुपाने के लिए हिन्दू संतों को बदनाम करके बलात्कार प्रकरण से पका रहे हैं। आज़म खान और ओवैसी के उत्पातों को क्यों नहीं दिखाते और क्यों नहीं गिरफ्तार करते?
9 comments:
सारे आरोप हिन्दू संतों पर ही क्यों लगते हैं , मुस्लिम दूध के धुले होते हैं या फिर दंगों के डर से कांग्रेस इस जमात को बदनाम करने से डरती है ? या फिर इस्लाम में बलात्कार होते ही नहीं ? २० - २५ बीबियाँ लाकर अपने हरम में रख लो, बस हो गए पाक साफ़ ? अपना मतलब साधने के लिए ये भ्रष्ट सरकार हर तरफ से हिन्दुओं पर ही प्रहार करती है। इनकी साजिश को समझने की ज़रुरत है।
By Vineet Kumar Singh --
आखिर ऐसा क्या हो रहा है की पिछले कुछ सालों से हिन्दू साधू संतों पर कई आरोप लग रहे हैं, भले ही वो कुछ दिन बाद ही निराधार साबित हो जाते हैं
और छोटी फुंसी होते ही मीडिया मे इस बात को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया जाता है, वहीं इमाम और जाने कितनों के फादरों के कुकर्मों पर मुर्दांगी छाई रहती है
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ऐसी बातों पर मुझे पोप और क्रिश्चियन वैबसाइट की बात याद आ जाती है की "भारत मे सोनिया को धर्मपरिवर्तन को बढ़ावा देने हेतु भेजा गया है"
तो क्या हिन्दू संतों पर लग रहे झूठे आरोप के पीछे पोप की साल्वेशन आर्मी है ?
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By Dinesh Gera--
पता चला है की कोल घोटाले की सभी १५७अतिसमवेदनशीलफाइलों को दिल्ली के बाहर लेजाकर जला दिया है | असल में इन फाइलों में प्रधानमन्त्री केपापो का पूरा हिसाब था और इनके आधार परप्रधानमन्त्रीको तिहाड़ में जाने से कोई रोकनही सकता था | इन फाइलों के आधार पर सिर्फप्रधानमन्त्री ही नही बल्कि कांग्रेस के पांचसांसद और तीन बड़े कांग्रेसी नेता भी जेल जाने वाले थे | चूँकि इसी साल चुनाव है इसलिए कांग्रेसअपने नेताओ को जेल जाने पर चुनाव मेंकिरकिरी नही करवाना चाहती थी | फिर करीब दो हप्ते पहले ही सोनिया गाँधी के घरपर इस मसले पर चर्चा हुई ..जिसमे अहमद पटेल,श्रीप्रकाशजैसवाल और मनमोहन सिंह थे ..उसी बैठक ने अहमद पटेल ने कहा की उनफाइलों को तीन चार दिन में धीरे धीरे बाहरनिकालर जला दिया जाये | मित्रो, ये पूरी प्लानिंग से हुआ क्योकि दो हप्तेपहले ही अचानक कोल मंत्रालयकी सीसीटीवी सिस्टम भी खराब हो गया औरउसे रिपेयर भी नही करवाया गया ..यहाँ तककी कोल मंत्रालय के मुख्य गेटका सीसीटीवी भी खराब कर दिया गया | मित्रो, एक दो तीन या चार फाइले नही गायब हुईहै बल्कि पूरी १५७ फ़ाइले गायब हुई है |और सिर्फवही फ़ाइले गायब हुई है जो कांग्रेसी नेताओ सेसम्बन्धित है | और तो और जब फ़ाइले गायब हुई तो कोलमंत्रायल नेइस बारे में न तो पुलिस को सूचित किया और नही कोई एफआईआर दर्ज करवाया | इससे शक एकदमयकीन में बदल गया है | आज खुद सीबीआई निदेशक रंजीत सिंह नेकहा की इन फाइलों के गायब होने से अब कोलगेटघोटाले की जाँच सम्भव नही है क्योकि सीबीआईके पास जाँच का कोई आधार नही नही है |
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By Kaushal Mishra --
हैदराबाद में एक मौलवी रंगे हाथो मस्जिद में लडकियों से वेश्यावृत्ति कराते हुए पकड़ा गया लेकिन किसी भी न्यूज चैनल ने इस अपनी न्यूज नहीं बनाई लेकिन ईसाई मिशनरी के खिलाफ जमकर अभियान चलानेवाले ''संत श्री आसाराम जी बापू'' के खिलाफ किसी ने एक एफआईआर क्या दाखिल कर दी , उसकी सच्चाई जाने बिना उनके खिलाफ दिनभर कुप्रचार करती रही ....
इसके पूर्व भी उनके खिलाफ कई प्रकार का कुप्रचार हुआ लेकिन कोई बात सच साबित नहीं हुई ..
ये केरल की उस एक ईसाई मिशनरी का रचा हुआ षडयंत्र है ....जो हिन्दू संतो को बदनाम करने के लिए और उन्हें मरवाने के लिए प्रसिध्द है ....
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18 minutes ago · Unlike · 1
सनातन धर्म हम आशारामजी के फॉलोवर तो नहीं है, परन्तु फिर भी उनके अनुभव और ज्ञान की इज़्ज़त करते है | आज उनके खिलाफ एक दिल्ली मे बलात्कार की आफीयर दर्ज कराई गयी, इससे पहले भी उन्हे कही बार झूटे आरोपो मे फसाने की कोशिश की गयी और मीडिया इसमे बड़-चड़ कर भाग लेता है इन सब मे साजिश की बू आती है अभी कुझ दिने पहले हेदराबाद मे एक मोलवी को लड़कियो का धंधा करते हू पकड़ा गया पर मीडिया ने उस खबर पर कोई प्रकाश नहीं डाला, सिर्फ सोशियल मीडीया के मध्यम से वो खबर चल पायी | कॉंग्रेस के मीडिया की हमेशा ये कोशिश रहती है की किस भी तरह से हिन्दुओ को तोड़ जाये जहां तक हो सके हिन्दुओ के अंदर इतनी नफरत भर दो की वो अपने को हिन्दू कहने मे शर्मने लगे | इसका फायद ये होगा की बेजीपी का वोट बॅंक खतम हो जायेगा क्योंकि बीजीपी अकेली पार्टी है जिस ने कॉंग्रेस की कम से कम 15 राज्यो मे जड़े हिला दी है इस लिये कॉंग्रेस और कॉंग्रेस का मीडिया हिन्दू के खिलाफ किसी भी बेबुनायाद खबर को इतना फेलाने की कोशिश करता है की हिन्दू अपने धरम की हर चीच पर शक करने लगे | आशाराम को क्यों फसने की कोशिश कॉंग्रेस और कॉंग्रेस का मीडिया करता है जाने ......
"आशाराम का मुख्य कार्य धर्मांतरण के द्वारा बनाये गये ईसाइयो (आदिवासियो) को वापस हिन्दू धर्म मे लाना है और हिन्दुओ को संगठित है, इसको रोकने के लिये कॉंग्रेस के पास एक ही अस्त्र है की रेप का इल्जाम लगा दो इसलिये आशा राम को अप्रत्यक्ष रूप से कई बार इल्जाम लगे है पर अभी तक एक भी साबित नही हुआ है, और अमेरिका के एक व्यक्ति बिल्कुल आशाराम की शक्ल का है उससे काम क्रीडा के फोटो खिचवाकर आशाराम के नाम से पोस्ट करते है और इसको बदनाम करते है !!!!"
23 minutes ago · Unlike · 1
By सनातन धर्म --
"आशाराम का मुख्य कार्य धर्मांतरण के द्वारा बनाये गये ईसाइयो (आदिवासियो) को वापस हिन्दू धर्म मे लाना है और हिन्दुओ को संगठित है, इसको रोकने के लिये कॉंग्रेस के पास एक ही अस्त्र है की रेप का इल्जाम लगा दो इसलिये आशा राम को अप्रत्यक्ष रूप से कई बार इल्जाम लगे है पर अभी तक एक भी साबित नही हुआ है, और अमेरिका के एक व्यक्ति बिल्कुल आशाराम की शक्ल का है उससे काम क्रीडा के फोटो खिचवाकर आशाराम के नाम से पोस्ट करते है और इसको बदनाम करते है !!!!"
23 minutes ago · Unlike · 1
दिव्या जी आज अमेरिका ने भी ये मान लिया है कि पाकिस्तानी मदरसों में शिक्षा के नाम पर आतंक की ही तालीम दी जाती हैं और यही बात भारतीय मदरसों में भी पायी जाती है लेकिन किसी भी माँ के सपूत में इतनी हिम्मत नहीं है की खुलकर बोल सके .भारतीय इलेक्ट्रानिक मीडिया तो पूरी तरह से हिन्दू विरोधी हैं कठमुल्लों को कुछ भी करने की छूट है इसलिए ये जब चाहे अपने मुहर्रम का जुलूस निकाल सकतें हैं लेकिन जब विश्व हिन्दू परिषद् के 84 कोसी परिक्रमा की बात आती है तो इसमें इन्हें साम्प्रदायिकता नजर आती है . दिव्या जी क्या हो रहा है ये सब ? जानबूझकर हिन्दुओं को नपुंसक बनाने पर सभी दल तुले हुए हैं . कठमुल्लों को पूरी आज़ादी है वो जब चाहे फतवे जारी कर सकतें हैं लेकिन अगर साधू संत समाज हित की बात करें तो पूरी की पूरी मीडिया उपहास उडाती है. आज जिस दल के नेताओं को भी आप देखो मुस्लिम त्योहारों पर टोपी चढ़ाये जरूर नजर आएगा तो आज तक कितने मुल्ले नेताओं के चेहरे पर होली का रंग देखा गया ? कितने मुल्लों को नवरात्र के पंडालों में हाँथ जोड़े देखा गया? ये नहीं बता सकते तो कम से कम दिग्विजय ,मुलायम जैसे गर्दुल्ले ही उन मदरसों की संख्या बताएं जिनमें २६ जनवरी या 15 अगस्त को तिरंगा फहराया गया हो .समाजवाद की परिभाषा बताने वाले अर्धमुल्ला मुलायम सिंह पहले ये बताएं कि कुम्भ के मेले में हादसे के बाद आजम खान कितनी बार पीड़ितों का जायजा लेने पहुंचे थे ? हम दो हमारे बीस का नारा अपनाने वाले इन कठमुल्लों की जनसंख्या का सर्वे क्यों नहीं कराया गया ?
भारतीय जेल में अलकायदा के आतंकवादी की खातिरदारी इस तरह की जाती है जैसे राबर्ट वाड्रा का सगा भाई हो,इशरत जहां को तो राष्ट्र की बेटी का तमगा दिलाने में न तो कोई नेता पीछे रहना चाहता है एवं न ही इलेक्ट्रानिक मीडिया का कोई चैनल लेकिन जब किसी हिन्दू साध्वी प्रज्ञा सिंह को किसी साजिस के तहत फंसाया जाता है तो कुत्तों की तरह पूरी मीडिया एक सुर में जुट जाती है आतंकवादी घोषित कराने में .सोनिया तो इटली की है, लेकिन सोनिया के सुर के साथ भौंकने वाले कुत्ते तो भारतीय है इनका रक्त क्या कभी एक बार भी हिंदुत्व के नाम से उबाल नहीं खाता ? एक बात और स्पष्ट करना चाहूँगा कि हिन्दूओं की खामोशी को हिन्दूओं की कायरता ना समझे कोई, अन्यथा जिस दिन हिन्दू रक्त उबल उठा भारत ही नहीं विश्व की समस्त धरती भी कम पड़ जायेगी गद्दारों के छिपने के लिए .
आरोप लगते समय तो मीडिया राई का पहाड़ बना कर,बिना जानकारी के भी ऐसी बातो को सबसे बड़ा सच दिखने में एकजुट होकर जुट जाती है पर जब न्यायलय की और से ये आरोप ख़ारिज होते है और झूठे तथा निराधार पाए जाते है तो इस बाबत इसी मीडिया को सांप सूंघ जाता है!इसका तो वे जिक्र भी नहीं करते.... अभी चिल्ला चिल्ला कर कह रहे है कि पूर्व में फलां-फलां आरोप लगे लेकिन ये नहीं बता रहे कि साबित एक भी नहीं हुआ! शायद उन्हें ऐसा बताने के पैसे न मिलते हो.... अब जिसके पैसे मिलेंगे वो ही तो दिखायेंगे न ये भी.... पापी पेट का सवाल है!
कुँवर जी,
पत्रकारों का ये कदम भारत बिरोधी है
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