आजकल कुछ उत्साही मनसपुत्रों द्वारा एक किरण-केजरी तुलनात्मक-तालिका का प्रचार किया जा रहा है फेसबुक पर, जिसमें एक को महिमामंडित करने और दुसरे को छोटा दिखाने की बचकानी कोशिश साफ़ झलक रही है ! जबकि सच तो है की दोनों ही पढ़े-लिखे हैं और दोनों ही "विदेशी पुरस्कार" (मैग्सेसे) से सम्मानित होकर अपनी एनजीओ चलाकर पैसे से लाल हो रहे हैं ! दोनों ही जनता में लोकप्रिय हैं ! दोनों ही महत्वाकांक्षी हैं ! दोनों ही भूल-भुल्लैय्या की सीढ़ियां चढ़ते हुए राजनीति की लुभावनी कुर्सी के लिए ललचा गए ! दोनों ही जनता को जाने क्या-क्या दे डालेंगे चुनाव जीतते ही ! बस अंतर तो केवल इतना ही है की एक को चालीस के बाद राजनीति की सनक चढ़ी तो दूसरी को पैंसठ के बाद ! मज़ेदार टक्कर है ! चुनावों के दौरान स्पेन की बुल-फाइट , कॉक-फाइट और मदारी-शो बहुत रुचिकर लगता है ! परिणाम आने के बाद तो "ढाक के तीन पात" होने ही हैं!
Zeal
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