1. बिहार और मध्य प्रदेश मे कहते है सूर्य नमस्कार इस्लामिक नहीं है इसलिये बंद कर दो ,
2. हेदराबाद मैं कहते है मंदिरो की घंटियो से हमको नमाज पड़ने मैंदिक्कत होती है।राम नवमी और हनुमान जयंती की पूजा से दिक्कत है।
3. फैजाबाद मैं दुर्गा जी की मूर्ती के विसर्जन से दिक्कत है
4. कोसी मैं मीठे पानी की छबील से दिक्कत है और उसमें थूक दिया जाताहै और विरोध करने पर दंगे किये जाते है।
5. बरेली मैं कांवड़ियो के बम बम भोले बोलते हुए जाने से दिक्कत है।
6. संसद मैं वन्दे मातरम बोलने से दिक्कत है।
7. मध्य प्रदेश मैं हिन्दुओ के बच्चो को भग्वद गीता पड़ने से दिक्कत है पर मदरसों मैं कुरान पड़ने की आजादी चाहिये..!
8. देश मैं गाय काटने पर रोक लगानेसे दिक्कत है। गाय काटने और खाने की आजादी चाहिये !
9. आतंकवादियो को फांसी देने से दिक्कत है।
10. कांवड़ियो के उनके गाँवो से निकलने से दिक्कत है इस लीए उनकी कावड़ पर खून फेंक कर ख़राब किया जाता है।
11. हमारे राम मंदिर के बनने से दिक्कत है
12. कार सेवको के भजन से दिक्कत हैइसलिये उनको रेल मैं जिंदा जला दिया जाता है।
2. हेदराबाद मैं कहते है मंदिरो की घंटियो से हमको नमाज पड़ने मैंदिक्कत होती है।राम नवमी और हनुमान जयंती की पूजा से दिक्कत है।
3. फैजाबाद मैं दुर्गा जी की मूर्ती के विसर्जन से दिक्कत है
4. कोसी मैं मीठे पानी की छबील से दिक्कत है और उसमें थूक दिया जाताहै और विरोध करने पर दंगे किये जाते है।
5. बरेली मैं कांवड़ियो के बम बम भोले बोलते हुए जाने से दिक्कत है।
6. संसद मैं वन्दे मातरम बोलने से दिक्कत है।
7. मध्य प्रदेश मैं हिन्दुओ के बच्चो को भग्वद गीता पड़ने से दिक्कत है पर मदरसों मैं कुरान पड़ने की आजादी चाहिये..!
8. देश मैं गाय काटने पर रोक लगानेसे दिक्कत है। गाय काटने और खाने की आजादी चाहिये !
9. आतंकवादियो को फांसी देने से दिक्कत है।
10. कांवड़ियो के उनके गाँवो से निकलने से दिक्कत है इस लीए उनकी कावड़ पर खून फेंक कर ख़राब किया जाता है।
11. हमारे राम मंदिर के बनने से दिक्कत है
12. कार सेवको के भजन से दिक्कत हैइसलिये उनको रेल मैं जिंदा जला दिया जाता है।
7 comments:
आपकी यह रचना कल बुधवार (07
-08-2013) को ब्लॉग प्रसारण : 78 पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
सादर
सरिता भाटिया
ye duniya hi aisi hai log ek dusre ko dekh ke hi jalte hai...
पूर्वी दिल्ली के नन्द नगर थानान्तर्गत प्राचीन शिव
हनूमान मन्दिर पर रमजान की नमाज से पूर्व हुए हमले
में दर्जनों लोग घायल हो गए, मूर्तियों व पूजित
कलशों को तोडा गया, महिलाओं व
काबडियों को बुरी तरह मारा गया। घटना से
छुब्दविश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल व अन्य हिन्दू
संगठनों नेनन्द नगरी थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए
बजीराबादरोड को घंटों जाम रखा। किन्तु वहां भी हिन्दू
समाज को न्याय की जगह पुलिस के डण्डे ही मिले।
विहिप दिल्ली के महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने
मांग की है कि यदि अपराधियों को अबिलम्ब जेल
नहीं भेजा गया तो हम दिल्ली के कोने कोने में प्रबल
आन्दोलन खडा करेंगे।
घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए विहिप दिल्ली के
मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि नन्द
नगरी के ई-१ ब्लाक स्थित प्राचीन हनूमान-शिव
मन्दिर में आज प्रात: कलश यात्रा निकाली गई।
यात्रा के बाद एक नई
मूर्ति की स्थापना का कार्यक्रम था।
मूर्ती स्थापना की प्रक्रिया व पूजा पाठ चल
ही रहा था कि कुछ जिहादी धर्मांध युवक दबाब देकर
माइक बन्द कराने लगे। मामले को तूल देने से बचने हेतु
भक्तों ने माइक कीआवाज को पहले कम और बाद में
बन्द भी कर दिया और पूजा पाठजारी रखा। किन्तु
नमाज से ठीक पूर्व सैंकडों की संख्या में उस समुदाय
के लोगों ने लाठी डण्डे, पत्थरों व हथोडों से वार कर
न सिर्फ़ मन्दिर की मूर्तियों व पूजा के
कलशों को तोडा वल्कि महिलाओं व
काबडियों को भी बुरी तरह पीटा।
हैरानी की बात यह थी कि हमलेके बाद अपराधी तत्व
आराम से मस्जिद में घुस कर सुरक्षित हो गये और
पुलिस मूक दर्शक बन हिन्दुओं की दयनीय
स्थिति को देखती रही। बाद में विहिप के
जिला मन्त्री श्री मनोज व बजरंग दल
संयोजकश्री सतीश सोनी के नेतृत्व में नन्द
नगरी थाने का घेरावकर प्रदर्शन
किया गया तथा बजीराबाद रोड को घण्टों जाम रखा।
वहां भी अपराधियों की बजाय, पुलिस के डण्डे
हिन्दूसमाज पर ही पडे। देर सायं तकपुलिस ने न
तो कोई एफ़ आई आर दर्ज की और न
ही किसी हमलावरको गिरफ़्तार किया।
हां किया तो वह यह कि पूछताछ के लिए हिन्दू
समुदाय के दर्जनों लोगों को देर रात तकपुलिस ने थाने
में बिठाए रखा। अपराधियों के संरक्षण हेतु स्थानीय
विधायक काफ़ी समय तक थाने में ही देखे गए।
विहिप व बजरंग दल ने हमला करने वालों के विरुद्ध
कडी कार्यवाही की मांग करते हुए दिल्ली सरकार
को चेताया है कि वह अपनी तंद्रा से जागे और हिन्दू
समाज को भी अपना समझ अपराधियों पर अंकुश
लगाए।
प्रदर्शनकारियों में विहिप के विभाग मंत्री श्री रमेश
चन्द्र, श्री राजेन्द्र मावी, श्री रवि कुमार,
श्री तेजवीर सिंह व अधिवक्ता श्री रिछपाल सिंह
सहित सैकडों लोग सामिल थे।
जो लड़ नहीं सकेगा, वह बच नहीं सकेगा-------!
सेक्युलर होने के मज़े लूट रहे हैं हम
डॉ साहिबा आपने सत्य कहा लेकिन बहुत कठिन है डगर राह पनघट की *********
जो अपने उचित अधिकारों के लिए भी लड़ने की हिम्मत नहीं करता उसके साथ और क्या होगा?
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