कांग्रेस के पास कितने तुरुप के पत्ते हैं ?
अमूल-बेबी फेल होता दिखा तो राउडी-राबर्ट ले आया , और इन सबकी आड़ में
बार्बी-डौल प्रियंका को तो नहीं थोपना चाहता कहीं हम सबके ऊपर 2014 में ?
बहुओं पर इतनी कृपा, सौंप दिया सरकार । बेटी से क्या दुश्मनी, करते हो तकरार । करते हो तकरार, होय दामाद दुलारा । छोटे मोटे गिफ्ट, पाय दो-चार बिचारा । पीछे ही पड़ जाय, केजरी कितना काला । जाएगा ना निकल, देश का यहाँ दिवाला ।
जायदाद आधी मिले, कानूनन यह सत्य | बेटी को दिलवा दिया, हजम करो यह कृत्य | हजम करो यह कृत्य, भृत्य हैं गिरिजा सिब्बल | चाटुकारिता काम, दिया उत्तर बेअक्कल | माँ की दो संतान, बटेगा आधा आधा | देखे हिन्दुस्तान, कहीं डाले ना बाधा ||
इस समय देश मे एक ऐसी क्रांति की निहायत जरूरत है जो देश के ढाचे को रैडिकली चेंज कर दे... रूस के जार की तरह हिन्दुस्तान के जारो को समाप्त कर देने के बारे मे हमे सोचना होगा. फ्रांस के राजा रानी की गति जैसी आज भारत के लुटेरो और "लुटेरिनो" की होनी चाहिये. दिमाग का दही बन गया है. आज की असेम्बली मे भगत तुम नकली नही असली बम्म फोड दो. अबकी बार तुम्हे फासी नही बल्कि फिरंगियो को उनके सरदार सहित होगी".
8 comments:
हाहाहाहहा बढिया
कुछ भी हो सकता है
इनकी नीतियों के आगे हर कोई फ़ैल हो जाएगा !!
बहुओं पर इतनी कृपा, सौंप दिया सरकार ।
बेटी से क्या दुश्मनी, करते हो तकरार ।
करते हो तकरार, होय दामाद दुलारा ।
छोटे मोटे गिफ्ट, पाय दो-चार बिचारा ।
पीछे ही पड़ जाय, केजरी कितना काला ।
जाएगा ना निकल, देश का यहाँ दिवाला ।
जायदाद आधी मिले, कानूनन यह सत्य |
बेटी को दिलवा दिया, हजम करो यह कृत्य |
हजम करो यह कृत्य, भृत्य हैं गिरिजा सिब्बल |
चाटुकारिता काम, दिया उत्तर बेअक्कल |
माँ की दो संतान, बटेगा आधा आधा |
देखे हिन्दुस्तान, कहीं डाले ना बाधा ||
पत्ता कोई भी हो तुरुप तो सोनिया ही है| जो उसे भाएगा वही आगे आएगा। जो नहीं भाएगा वो सीधा ऊपर जाएगा। जैसा इंदिरा गयी थी, जैसे राजिव गया था।
सार्थक!
आपकी इस उत्कृष्ट प्रस्तुति की चर्चा कल मंगलवार ९/१०/१२ को चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा चर्चामंच पर की जायेगी
अजी वढेरा (स्सारी वाढ्रा/वाड्रा )तो प्राइवेट आदमी बतलाया गया है ,कांग्रेस के गले की फांस बन चुका है .
सोमवार, 8 अक्तूबर 2012
अथ वागीश उवाच :ये कांग्रेसी हरकारे/
रविवार, 7 अक्तूबर 2012
कांग्रेसी कुतर्क
इस समय देश मे एक ऐसी क्रांति की निहायत जरूरत है जो देश के ढाचे को रैडिकली चेंज कर दे... रूस के जार की तरह हिन्दुस्तान के जारो को समाप्त कर देने के बारे मे हमे सोचना होगा. फ्रांस के राजा रानी की गति जैसी आज भारत के लुटेरो और "लुटेरिनो" की होनी चाहिये. दिमाग का दही बन गया है. आज की असेम्बली मे भगत तुम नकली नही असली बम्म फोड दो. अबकी बार तुम्हे फासी नही बल्कि फिरंगियो को उनके सरदार सहित होगी".
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