Thursday, May 10, 2012

इस हैवानियत का शिकार हुयी मासूम रिंकल.



सिन्धी हिन्दू लड़की - रिंकल कुमारी को किडनैप करके उसे जबरदस्ती इस्लाम कबूल करवाया। उस मासूम ने धर्म परिवर्तन करने से इनकार किया लेकिन उस पाकिस्तानी दरिन्दे ने कोर्ट की अवमानना की और राष्ट्रपति तक को धत्ता बता दिया। खुले आम हथियारों और असलहों से लैस उसके आदमी कोर्ट के बाहर और अन्दर भरे हुए थे। किसी भी हिन्दू को वहां रहने की अनुमति नहीं थी। रिंकल कोर्ट में रोई चिल्लाई, कल्पी , लेकिन उसकी चीखों को नहीं सुना गया। उस दरिन्दे ने कोर्ट और राष्ट्रपति तक को धमकी दे दी की यदि रिंकल उसे नहीं दी गयी तो वह पूरे मीरपुर को आग लगा देगा। फिर भेंट चढ़ी एक हिन्दू लड़की , इस इस्लामी हैवानियत की। हमारी नाकारा मीडिया सो रही है , कभी नहीं दिखती इन अत्याचारों को जो सदियों से हिन्दुओं पर हो रहा है।

Check the link given below for more details......

http://marvisirmed.com/2012/04/18/rinkle-kumari-the-new-marvi-of-sindh/

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22 comments:

दिगम्बर नासवा said...

मसाला तो है इस खबर में फिर मीडिया की नज़र क्यों नहीं गयी ... शायद इसको कोई स्पोंसर करने वाला नहीं मिला होगा ...

ये शर्म बात है की ऐसी बातों पर सब खामोश रहते हैं भारत वर्ष में ...

दिवस said...

मीडिया को गुजरात दंगों और मोदी जी को गरियाने से फुर्सत मिले, तब तो वह हिन्दुओं के पक्ष में सोचे। बरखा दत्त, राजदीप सरदेसाई, प्रभु चावला, दीपक चौरसिया सब के सब कान में तेल व मूंह में दही जमा के बैठे हैं। हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई के नारे लगाते हैं। हिन्दुस्तान-पाकिस्तान भाई-भाई के नारे लगाते हैं। शर्म आनी चाहिए।
यदि मुल्लों को हिन्दुओं से इतना ही बैर है तो क्यों पीछे पड़े हैं हिन्दू लड़कियों के? हिन्दुस्तान में जब कोई हिन्दुओं की सुनने वाला नहीं है तो मुल्लों के गढ़ पापी पाकिस्तान में हिन्दुओं की क्या दुर्गति होगी? हिन्दुस्तान सरकार भी चुप्पी साधे हुए है। यदि यही काण्ड भारत में किसी मुस्लिम महिला के साथ होता (अव्वल तो सेक्युलरिज्म के चलते ये संभव नहीं है किन्तु मान लिया जाए) तो दुनिया के सत्तर इस्लामी मुल्कों में आग लग जाती। किन्तु जब दुनिया में कोई हिन्दू राष्ट्र ही नहीं है तो हिन्दुओं के कैसे मानवाधिकार?

Anonymous said...

kya halat hai?
india me koi hindu aisa kr ke dikhaye to jara

muslmaan ki manskita hi aise hai bharat me jab tak kam hai sahi rahege ,jis din jyada huye us din yaha bhi yahi suhu ho jayega

vikas mehta said...

divya ji namskar pichle kai mah se apke lekh padh rahaa hoo . aapke lekh padhne ke bad yah ahsas hota hai ki apke man me hinduo ke lie vakai ek dard hai . mai apki rashtr bhkti ko naman karta hoo . vande matram .

प्रतुल वशिष्ठ said...

हैवानियत की हद...

अपने देश के नवोदित सामाजिक कार्यकर्ता 'आमिर' को आवाज उठानी चाहिए... है ना ?

कोई फास्ट कोर्ट इसके लिये भी ... क्यों न हो??

शायद उनकी परित्यक्ता पत्नी इस मसले पर सहानुभूति से कुछ सोचने लगी हों!

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया said...

ये बड़ी शर्मनाक खबर,..शायद मीडिया को इसमें की कमी दिखी हो,

RECENT POST....काव्यान्जलि ...: कभी कभी.....

महेन्‍द्र वर्मा said...

यह हैवानियत है, दरिंदगी है।
धर्म परिवर्तन पर तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कानूनी रूप से रोक लगा देनी चाहिए।

Noopur said...

Kya kahu mujhe samajh nahi aata...pata nahi hum insan se janwar q bante ja rahe h??? :(

Dr.Ashutosh Mishra "Ashu" said...

dil ko stabhdh kar dene wali ghatna,,,is ghatna ke baare me kuch sunne ko nahi mila..aapka lekh padhne ke baad bahut dukhad anubhooti hui

Unknown said...

dukhad........kshobhjanak....

बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरना said...

पाकिस्तान की छोड़िये...भारतीय मुसलमान भी ख़ामोश हैं ...वे भारतीय मुसलमान जो इस्लाम को भाईचारे का एकमात्र धर्म मानते हैं। दुनिया भर में हो हल्ला मचाने वाला इस्लामिक पावर सेंटर देवबन्द भी ख़ामोश् है....ऐसी घटनायें ही भारतीय मुसलमानों के राष्ट्रप्रेम और भाईचारे को कटघरे में खड़ा करती हैं। आख़िर कोई मुसलमान इस ज़ोर ज़बरजस्ती के ख़िलाफ़ क्यों नहीं उठकर खड़ा हुआ अभी तक? ...क्यों खड़ा हो ...जब ख़ुद हिन्दू ही ख़ामोश है। इस इक्कीसवीं सदी में भी स्त्री के हिस्से में "वस्तु" होना ही आ पाया?भारत सरकार कहेगी कि यह पाकिस्तान का घरेलू मामला है....सारी इंसानियत और कानून केवल और केवल वोटों के ज़ख़ीरे पे आकर अट्क जाते हैं। हिन्दुओं के लिये शर्म से मर जाने लायक घटना....छिः

virendra sharma said...

Pl visit also
बुधवार, 9 मई 2012
शरीर की कैद में छटपटाता मनो -भौतिक शरीर
http://veerubhai1947.blogspot.in/
मीडिया सोया हुआ यह सब नहीं 'दिखाता' करलें दिखता के स्थान पर जब मामला पाकिस्तान का हो तो मीडिया को सरकार से पूछना पड़ता है .मुसलमान वोट हाथ से निकलने की सार्वकालिक भीति रहती है .कोंगरे की सरकार को .

Anonymous said...

भारत के संचार माध्यमों ,
यह समाचार देना उचित नहीं लगा क्या ?

Suresh kumar said...

Divya ji mujhe lagta hai ki hamare yahan hinduo mein ekta ki kami hai .kisi or dharm me asa nahi hai .Hame bhi es ghatiya karnaame ka virodh karna chahiye.jo bhi huaa us ladki ke sath bura huaa.

सुशील कुमार जोशी said...

"हैवानियत को हिन्दू मुसलमान का नाम ना दो
अपनी जरूरत के हिसाब से वो अपना धर्म बदलती है ।"

Bharat Bhushan said...

शायद आपकी जानकारी में हो कि पाकिस्तान में हिंदू के नाम पर रह रहे लोग अधिकतर दलित जातियों से हैं. इसे भारतीय मीडिया भी जानता है. सिंध (पाकिस्तान में) मेघवाल और मेघवार जातियों के लोग बहुतायत से हैं और वे भारत की तरह वहाँ भी अत्याचारों के शिकार हैं. यही लोग हैं जिन्होंने वहाँ रह कर भी इस्लाम को स्वीकार नहीं किया. ये लोग वहाँ अपने मकानों में कानूनी तौर से रह तो सकते हैं लेकिन मकान बेच नहीं सकते. भारत में इन्हें हिंदू नहीं माना जाता और इनके बारे में पूछने वाला भी कोई नहीं है.
आपने यह मुद्दा उठाया है यह बड़ी बात है.

Sudheer Maurya 'Sudheer' said...

ये हे इस्लाम का रूप, जो दिखाई नहीं देता तथकथित सेकुलर नेताओं को. ये तो बानगी भर हे,असे न जाने कितनी रिंकल चढ़ रही हे इस्लाम के नाम पर हवस की भेंट
अपनी गर्लफ्रेंड बताया.

surenderpal vaidya said...

आज पूरे विश्व मेँ हिन्दू ही सबसे ज्यादा प्रताड़ित होते हैं । भारत मेँ वे राम मँदिर नहीँ बना सकते तथा अपने ही देश मेँ काश्मीरी हिँदु लुट पिटकर शरणार्थी बन गये हैं । देश के सारे संसाधनोँ पर पहला हक मुसलमानोँ का बताया जाता है । 80 प्रतिशत हिँदू आबादी वाले देश भारत मेँ ही जब हिंदू प्रताड़ित है तो पाकिस्तान जैसे घोर शत्रु देश मे उनकी सुनवाई कौन करेगा । भारत को हिँदू हितोँ की रक्षा करने वाला राष्ट्र बनना होगा तभी पूरे विश्व मेँ इस प्रकार के अत्याचारोँ से हिँदुओँ को मुक्ति मिल सकती है । हिँदु समाज को सँगठित व जाग्रत होना होगा ।

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " said...

गूंगी बहरी ...वोट की मारी ....दयनीय सरकार
सरकार में बिना रीढ़ के लोग .....
बहुत ही दुखदायी ...शर्मनाक... घटना

amit said...

जबसे ये मुस्लिम धरम बना हे तबसे ही न जाने कितना अत्याचार हुआ हे इस मानवता पर सबसे ज्यादा अत्याचार समाज पर इन्ही लोगोने किया हे इनके लिए दुसरे धर्म के लोग सिर्फ भेड़ बकरी हें और कुछ नही लेकिन एक बात भी पक्की हे चाहे कोई यकीन करे या न करे लेकिन ये पूरा पाकिस्तान, अफगानिस्तान , इराक,और वो सभी शेत्र जो पहले भारत (अर्येवर्त) का हिस्सा हुआ करते थे वो सभी फिर से भारत में ही होंगे बस सही समय और सही वैय्क्ति की जरूरत हे ऐसा भारत के इतहास में पहले भी बहूत बार हो चूका हे और फिरसे होगा जब ये बुस्दिल सरकार हटेगी और कोई वीर और साहसी वैय्क्ति इस देश की बागडोर अपने हातो में लेगा लेकिन अभी बहुतसे परिवर्तनों की आवश्कता हे

डॉ. जेन्नी शबनम said...

बहुत दुखद खबर. बात ये नहीं कि हिंदू को मुस्लिम बनाया गया, बल्कि ये कि किसी को भी कोई भी धर्म जबरन क्यों अपनाना पड़े. मुस्लिम बना कर नाम बदल देने से भी वो मन से तो हिंदू ही रहेगी. किसी पाकिस्तानी ने किया या मुस्लिम ने इससे ज्यादा इस बात पर सोचना और आवाज़ उठाना है कि ये इंसानियत के खिलाफ है और ऐसा विश्व में कहीं भी न हो. सबको अपनी मर्ज़ी से जीने का अधिकार हो.

Anonymous said...

this shows what muslims are.How peacefully they are living in India, why? because of Hindus.