Friday, April 8, 2011

देश को लूटने वाले का महल देखिये--Spectrum Raja's House in Tamil Nadu












Indians are poor but INDIA is not a poor country". Says one of the swiss bank directors.


78 comments:

Irfanuddin said...

After several attempts just not able to see the pics posted here....:)

will come back again.

Amit Sharma said...

yahan pic nahi dikh rahi hai

Rahul Singh said...

यह तो इतना भारी-भरकम हो गया है हमारे सिस्‍टम के लिए कि खुल ही नहीं पा रहा है.

जयकृष्ण राय तुषार said...

डॉ० दिव्या जी एक ऊपर के मकान /महल के अलावा कोई चित्र नहीं खुला बहरहाल मेरा एक शेर है
ये नहीं पूछो कहाँ किस रंग का किस ओर है
इस व्यवस्था के घने जंगल में आदमखोर है |
हमारे देश की युवा पीढ़ी का खून बर्फ़ हो चुका है भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक क्रांति की जररूरत है ,लेकिन कौन करे हम वी द पीपुल खुद बहुत भ्रष्ट हो चुके हैं |

नीलांश said...

no to corruption

we should change ourselves
study well,get job,pay tax on time and then see where the corruption is happening...

right from school ,we can do it by taking exam fairly...

ZEAL said...

I guess the pics can be viewed now. Please check again .

ethereal_infinia said...

Dearest ZEAL:

Corruption has been and is an integral part of Indian Polity.

Most of the politicians are smart enough not to flaunt their ill-gotten gains and get away with it.

Eager-beavers like Raja try becoming ostentatious and hence the downfall. After all the hue and cry being raised, the case will peter off into nothingness a few years down the line.

The public has very short term memory and the politicians thrive on it.

The money plundered by all the politicians is securely stashed away in the Swiss or Cayman Banks and we can only rue the fact.

Wohi Raftaar!


Semper Fidelis
Arth Desai

प्रवीण पाण्डेय said...

अब देखें कि कौन कहता है कि भारत गरीब है, यही घर दिखा देंगे।

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" said...

I agree with ethereal infinia and also with Mr. Tushaar !

मनोज कुमार said...

आंखें खोलने वाली प्रस्तुति। आभार!!

अजित गुप्ता का कोना said...

यही है भारत के असली राजनेता, नाम है राजा। कहाँ से मिल गयी ये तस्‍वीरें?

ZEAL said...

काश की ये उजला बंगला 'काले-धन' के बजाये 'सफ़ेद-धन' से बना होता ।

anand said...

had the presumptive loss been rajas gain ,nothing in this world can stop me from adulating the aesthetic value of this beautiful structure albeit it must be smelling sweat and blood of the hapless tax payer ....
these innocents amass such properties through unfair means thinking them to be proud possessions and a mode to falunt their afluence ..according to me they are just platinum coated coffins ,,,,,,,jaago india

शिवा said...

आंखें खोलने वाली प्रस्तुति...

प्रतुल वशिष्ठ said...

मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा कि ये विहंगम दृश्य सबसे बड़े लोकतंत्र वाले देश भारत के सेवकों के रहने के ठिकाने हैं.
अच्छा भी लगा सुन्दर भवन देखकर लेकिन यह सोचकर कष्ट हुआ कि ये जनता की भूख और विश्वास को कुचलकर खड़े हुए हैं.

Irfanuddin said...

now i am able to see these.....

got these in e-mail few days back....

this is how our hard earned money being used.... MISUSED atually.....:(

विवेक रस्तोगी said...

उजले धन से कोई ऐसा बंगला नहीं बनवायेगा, उसकी जान निकल जायेगी

Satish Saxena said...

शर्मनाक वैभव ...

Deepak Saini said...

तो, करोडो भारतीयो के खून पसीने की कमाई को इसमे लगाया है राजा ने

सुज्ञ said...

न दिखाओ इन भ्रष्टाचारियों के ठाठ बाठ।
यहां कुछ ईमान-पूजक साधना कर रहे है।

भारत की धरा अभी नहीं बांझ हो गई।
लो भुखे पेट अन्ना रण-संग्राम कर रहे है॥

Rakesh Kumar said...

भगवद्गीता आपको पसंद है,इसलिये एक और श्लोक भगवद गीता से
अ.९ श.१२
मोघाशा मोघ कर्मार्णो मोघज्ञाना विचेतस:
राक्षसीमासुरीं चैव प्रकृतिं मोहिनीं श्रिता:
' वे व्यर्थ आशा, व्यर्थ कर्म और व्यर्थ ज्ञानवाले विक्षिप्त अज्ञानीजन
राक्षसी ,आसुरी और मोहिनी प्रकृति को ही धारण किये रहते है.'

ये लंका नगरी है दिव्याजी,यहाँ सज्जनों का निवास कहाँ.जब स्वार्थ इस कदर हावी हो जाता है कि ईश्वर और परमार्थ नजर नहीं आता तो सोने की लंका ही बनती है.अब जरूरत है तो पवन पुत्र हनुमान की जो सोने की लंका में आग लगाये. सद्विवेक,सद्चिन्तन,सदाचार,ईशोपासना,परोपकार ही पवनपुत्र को जाग्रत कर ऐसा कर पायेंगे,जो मन में बसी लंका नगरी को तो अवश्य
जला डालेंगें.आखिर ब्राह्य जगत की लंका भी तो मन में बसी लंका का ही परिणाम है.

Pratik Maheshwari said...

ऐसा तो होना ही था... पर इन तस्वीरों की प्रामाणिकता क्या है?

ashish said...

its really shame on our democracy . raja looted praja and built palace.

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

पहली बात कि स्वास्थ्य कैसा है?
प्रतीक माहेश्वरी जी को प्रामाणिकता दीजिये:)
बन्दे ने जितना पैसा लूटा सारा का सारा घर में नहीं लगाया साधारण सा घर है ज्यादा आकर्षक नहीं लग रहा है। मैंने इससे अधिक बड़े और आलीशान घर देखे हैं ये बेचारा तो घर के लिहाज़ से गरीब लग रहा है :)
भइया

गिरधारी खंकरियाल said...

ये रावण की लंका कहाँ से लाये हो अंतरजाल पर ?

सम्वेदना के स्वर said...

एक तरफ मन्दिर में अपनी रात गुजारने वाले अन्ना हज़ारे हैं।

दूसरी तरफ ये आधुनिक राजा और रानियां।

4000 करोड़ के एंटिला के चित्र अगर कोई खींच सका तो वो चित्र ही लाखों के बिकेंगें।

Saleem Khan said...

sahi kaha !

जीवन और जगत said...

बंगले की तस्‍वीरें देखकर ऑंखें खुली की खुली रह गयीं। लेकिन यह पहला वाकया नहीं है। जयललिता जी के बंगले से हजारों साडिया और फुटवियर, सोने चांदी के बर्तन, जेवर मिल चुके हैं। मधु कोडा की न जाने कितनी अकूत सम्‍पदा सामने आ चुकी है। हमारे देश में धन की कमी नहीं है। केवल उस धन का कुछ लोगों के पास केन्‍द्रीकरण हो गया है। कहते हैं लक्ष्‍मी चलायमान हैं पर इन नेताओं के पास तो ऐसी बैठ जाती हैं कि जाने का नाम ही नहीं लेतीं।

अरुण चन्द्र रॉय said...

आंखें खोलने वाली प्रस्तुति। आभार!!

सञ्जय झा said...

no comment.....

pranam.

डा० अमर कुमार said...


बँगला बना तो अच्छा है, पर मुझे प्रभावित नहीम करता ।
यदि यह ’सफ़ेद धन’ से बना होता तो यह और भी कुरूप लगता ।
सफ़ेद धन से बना बँगला, सामाजिक विषमताओं पर एक राजनेता द्वारा खेले गये पाखँड के नाटक का गवाह होता, अभी तो खैर अभी तो यह बेईमानी तक ही सीमित है । हुँह बड़े आये.. ए.सी. कमरे में बैठ कर भूख और लू से मरे हुओं पर टसुये बहाने वाले... हाँ नहीं तो !

akshay raj said...

what a palace!
great presentation i really got shocked after watching raja's rajmahal
really this is the actual picture !!

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

विदेशी आ कर भारत की गरीबी दिखाते हैं ... कम से कम इन चित्रों से पता चलता है कि भारत गरीब नहीं है ...

क्या सच ही एक इंसान की ज़रूरतें इतनी बढ़ जाती हैं ? क्या ऐसे घरों में रहने वाले लोग सुकून की ज़िंदगी जीते हैं ?

अच्छी पोस्ट

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद said...

अब लूटा है तो कहीं तो पैसा लगाना ही है :)

aarkay said...

India is a poor country,inhabited by some 'rich ' people .To me such luxury and opulence is nauseating ! Seems there is no end to human greed and avarice . Not for nothing, Anna Hazare is doing what he is doing !

मदन शर्मा said...

तारीफ़ करनी होगी आपकी इन दुर्लभ तस्वीरों की प्रस्तुति के लिए! ये तो एक छोटी मछली की कारस्तानी है अभी तो न जाने कितने गुरु घंटाल और बाकि है. कहाँ तक देखेंगे आप! इस दुनिया में सब चोर चोर, एक छोटा चोर एक बड़ा चोर, जो पकड़ा जाये वो बेईमान, जो न पकड़ा जाय वो इमानदार,

Darshan Lal Baweja said...

हर एक कोना भ्रष्टाचार से रंगा .....
चलो दिल्ली ....

ज्ञानचंद मर्मज्ञ said...

नेता 'मखमल' बन गए,जनता तो है 'टाट'
'हरिया' रोटी को मरे,बेशर्मों की ठाट !
जागने का समय आ गया है ,अब देर नहीं करनी चाहिए !

Er. सत्यम शिवम said...

आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (09.04.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)

सदा said...

बेहतरीन प्रस्‍तुति ।

rashmi ravija said...

Indians are poor but INDIA is not a poor country". Says one of the Swiss bank directors.

Its ironical but so true

शोभना चौरे said...

मुझे तो ये सब निर्जीव लगते है |

amit kumar srivastava said...

कुछ चित्र जेल के भी दिखाएं, जहां वे पुर सुकून से सो रहे होंगे ।

डॉ टी एस दराल said...

वाव ! ये अन्दर की बात आपको कैसे पता चली ।
इसे देखकर तो ईमानदारी पर तरस सा आ रहा है ।

गौरव शर्मा "भारतीय" said...

बर्बादे गुलिस्तां करने को तो एक ही उल्ल्लू काफी था..
हर साख में उल्लू बैठे हैं अंजामे गुलिस्तां क्या होगा..
वाकई कितनी विषमता है भारत में एक ओर किसी को दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती और एक व्यक्ति ऐसे आलिशान महल में रहता है वह भी करोड़ों के घोटाले का आरोपी वाकई, यह केवल भारत में ही संभव है |
बहरहाल सादर आभार इस कडवे सच से अवगत कराने हेतु...

संजय भास्‍कर said...

बंगले की तस्‍वीरें देखकर ऑंखें खुली की खुली रह गयीं।

SANDEEP PANWAR said...

जाट की राम राम,
अरे बाप रे!
इन कमीनों ने देश की कमाई पता नहीं कहाँ-कहाँ लगाई होगी?
आप को कहाँ से हाथ लग गयी?
डा० साहब, बढिया फोटो,

महेन्‍द्र वर्मा said...

लाखों-करोड़ों गरीबों की आह से ऐसे महल और उनके राजा एक न एक दिन भस्म अवश्य होंगे।

कविता रावत said...

बड़े राजे महाराजों का ठाट बाट सब यहीं धरा रह गया .. फिर ये सब किस खेत की मुली हैं....कितना भी कुछ भी करले ऐसे लोग लेकिन इन्हें कभी जिंदगी में आराम नहीं मिल सकता.... किसी का हक़ मारकर भला कौन सुखी रहा है कभी ..... सही आएना दिखाया है आपने ..आभार

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

वाह क्या बात है?
आपकी खोजी पत्रकारिता का जवाब नहीं!

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

क्या कमाल करती हैं आप भी. अरे इस में राजा नहीं रहेगा तो क्या प्रजा रहेगी और स्टेटस तो एक-एक करके ही बढ़ेगा. पहले एक का फिर दूसरे का..

सूबेदार said...

इस खुलासा के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद ---------- लेकिन यह तो केवल १० प्रतिशत का खेल है असली तो सोनिया मायिनो के खातो से सम्बंधित ६० प्रतिशत सेयर है.

sanjay said...

vaah vaah kamaal ka lekhan hai gazab ki khoji patrakarita hai,photo aapne apne camera se liye ya kisi ko bheja tha? ek baar phir itni behtareen post ke liye baal nochte huye aabhaar:)
sab kuchh likhna bas nishapriya bhatia ko salaah mat dena.
health ka khyaal rakhiye.vicharon ka bhinn hona ye arth nahi rakhta ki main aapke prati asamman rakhta hoon.

शूरवीर रावत said...

राजे-महाराजे के महल तो बहुत देखे हैं जम्मू से लेकर पद्मनाभपुरम (कन्याकुमारी) तक. पर असली राजा(A. Raja ...... A king,...... like - once upon a time there was a king,.....) का महल तो आपके सौजन्य से ही देख पाए. आभार !

Dr (Miss) Sharad Singh said...

'काश की ये उजला बंगला 'काले-धन' के बजाये 'सफ़ेद-धन' से बना होता ।'
...I agree with you!
Really It is disgusting and horrible.

Kunwar Kusumesh said...

चिंताजनक तो है ही.

Suman said...

nice post divya ji............

बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरना said...

दिव्या जी ! रजुआ की कब्र दिखाने के लिए आभार ....पर मायावती के पास तो हीरों का ज़खीरा है .......वह हीरों की ही गिफ्ट लेती है ....लोकतंत्र के ये कीड़े कितने बेशर्म हैं ......और इन कीड़ों से भी अधिक बेशर्म हैं मतदाता........मगर मानना पड़ेगा, बेशुमार दौलत और ताकत के मालिक होने के बाद भी कुछ लोग अभी तक दलित ही बने हुए हैं ..........शोध का विषय है

mridula pradhan said...

bahut achcha hua ki yah sab dikha din hain......hah hi ho gayee yahan to.

kshama said...

Sharm aatee ye soch ke ki,ye sabhee log hamaree hee maa bahnon ke jaye hain! Hamaree samaj kee upaj hain!! Kahan gaye inke sanskar?? Ya kabhee mile hee nahee?

आकाश सिंह said...

man to karta hai ki ...........................

ab kya batayen aap khud hi samajh gaye honge.

pta nhi ye sab kab sudhrenge?

M VERMA said...

लूटने वालो का वैभव

प्रतिभा सक्सेना said...

इत्ते बड़े का करेंगे क्या ?

ajeet said...

ये फोटो अगर वास्तव में ही राजा के घर के हैं तो समझा जा सकता है की उसने कितना बड़ा घोटाला किया होगा, यह घर स्विटज़रलैंड के सबसे अच्छे होटल को भी मात करता है, इस घर को डिजाईन करने वाले इंजीनियरों से कम से कम मैं तो बहुत प्रभावित हूँ, उनके भी वारे न्यारे हुए होंगे, इतना बढ़िया घर डिजाईन करने के लिए बधाइयां , मै समझता हूँ जितना पैसा इसके शौचालय में लगा होगा उतने मैं गरीबों की एक कालोनी बन सकती है ऐसा मेरा अनुमान है.

svdesk said...

ye uska nahi ye hamara mahal hai hamari mehanat ka paisa laga hai waha...

Sushil Bakliwal said...

वाकई ! दुर्लभ तस्वीरें.

SM said...

thanks for showing how the home looks when it is build with corruption money.

Gopal Mishra said...

Naam se Raja kaam se rank.

विष्णु बैरागी said...

इनके लिए तो सीनाजोर विशेषण भी कम पडता है क्‍योंकि चोरी-चकारी/लूट का माल कोई इस तरह प्रदर्शित नहीं करता।

BK Chowla, said...

It will not be long before Raja and many more will land in the place where they belong

विवेक said...

I'm surprized and curious that Raja has made the pictures of his house public. Also the exterior of this house does'nt look like Tamilnadu. The Window sizes indicates that this bungalow should be in far Northern Hemisphere. So this house should be somewhere from Europe!

ZEAL said...

विवेक जी ,
ऐसी कई झोपड़ पट्टी है राजा जी के पास ।

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