Sunday, February 27, 2011

पुनर्जन्म और लिंग परिवर्तन - भ्रम अथवा सत्य .

अक्सर लोगों को पूर्वजन्म की बातें याद रहती हैंऔर पता करने पर उसकी प्रमाणिकता भी सिद्ध होती हैरोचक लगता है इस बारे में जाननापढ़ा था कहीं कि दलाई लामा अपनी मृत्यु से पूर्व एक वाक्य कह जाते हैं , जिसका अर्थ उनका अगला जन्म होने पर वो बालक ही बता सकेगा कोई अन्य नहींमेरे मन में प्रश्न है कि क्या दलाई लामा को मोक्ष नहीं मिलता तथा उनका पुनर्जन्म सुनिश्चित है ?

हाल ही में शाहरुख़ खान के पुनर्जन्म के चर्चे सुर्ख़ियों में हैंबताया जाता है कि शाहरुख़ खान अपने पूर्व जन्म में नर्तकी 'साधना बोस' थेअमेरिका के प्रसिद्ध डाक्टर 'वाल्टर सेमकिव' ने ये दावा किया है और सबूत के तौर पर कहा की साधना भी शाहरुख़ जैसी लोकप्रिय थीं तथा उनकी जो अधूरी तमन्नाएं रह गयी थी , उसे शाहरुख़ ने इस जन्म में कई मुश्किलों के बाद पूरा किया


मन में प्रश्न कुछ इस प्रकार से हैं -

  • क्या पुनर्जन्म होता है ?
  • यदि हाँ तो किन परिस्थियों में होता है ?
  • मोक्ष किन लोगों को प्राप्त होता है ?
  • क्या इच्छाएं अधूरी रह जाने पर पुनर्जन्म होना तयशुदा है ?
  • क्या आप past life regression ( प्रति-प्रसव) में विश्वास रखते हैं ?
  • क्या पुनर्जन्म होने पर लिंग परिवर्तन होता है ? जैसे स्त्री का पुरुष होना अथवा पुरुष का स्त्री बनकर जन्म लेना
  • क्या इन विषयों पर शोध संभव है , जिसके अंतर्गत एक से ज्यादा जन्मों का समावेश है और शोधकर्ता के पास सिर्फ एक ही जीवन है शोध करने के लिए

Friday, February 25, 2011

आभासी दुनिया और चैटिंग !

चैटिंग क्या है ?

आभासी दुनिया में ऑनलाइन होने पर एक दुसरे के साथ किसी भी विषय पर लिखित में वार्तालाप करने को चैटिंग कहते हैं ये आनंददायी भी है और दुखदायी भी

चैटिंग के लाभ --

  • बहुत कुछ सीखने को मिलता है जिस भी भाषा में संवाद कर रहे हैं , उसमें धीरे-धीरे प्रवीणता आने लगती है
  • जो बातें आप रियल लाइफ में कह नहीं पाते और अन्दर ही अन्दर घुटते रहते हैं , वो इस आभासी दुनिया की चैटिंग में किसी के साथ शेयर कर सकते हैं और अपना मन हल्का कर सकते हैं।
  • यहाँ आपको कोई सुनने वाला मिल जाता है जो धीरे-धीरे आपके आत्मविश्वास को भी बढाता है
  • कुछ लोगों का एकाकीपन दूर करने में भी बहुत मददगार साबित होता है
  • कभी कोई जानकारी चाहिए होती है तो वो ऑनलाइन मित्रों की मदद से तुरंत मिल जाती है
  • देश विदेश में रह रहे मित्र एवं परिवार वालों से बात करने का एक बेहतरीन जरिया
चैटिंग से होने वाली हानियाँ --

  • कक्षा छः तक आते आते बहुत से बच्चे मित्रों के साथ चैटिंग में व्यस्त हो जाते हैं इससे उनकी सकारात्मक ऊर्जा का व्यय कंप्यूटर पर ही हो जाता है , और पढाई के समय थके रहते हैं या फिर चैट के वक्त हुए वार्तालाप पर उनका ध्यान भटकता रहता है
  • चैटिंग कई बार एक नशे का रूप ले लेती है। और व्यक्ति के जरुरी कार्य पेंडिंग होते जाते हैं। इकठ्ठा हुए कार्य बाद में व्यक्ति को चिंता और झुंझलाहट देते हैं स्वभाव में चिडचिडापन जाता है
  • व्यक्ति समाज से थोडा कट जाता है , और आभासी दुनिया पर ज्यादा निर्भर रहने लगता है
  • अक्सर कुछ असामाजिक तत्व भी होते हैं इस आभासी दुनिया में , जो आपके परिवार की जानकारी हासिल कर आपको ब्लैकमेल करने लगते हैं आपका उठना - बैठना मुश्किल कर देते हैं
  • कुछ लोग जो parasite टाइप के एवं अवसादग्रस्त होते हैं , वो पिस्सू की तरह आपके ऊपर बुरी तरह निर्भर करने लगते हैं तथा आपकी ऊर्जा एवं समय को खा जाते हैं और आप इंसानियत निभाने के फेर में स्वयं को बिलकुल अशक्त ( drained ) महसूस करने लगते हैं
  • जब संवाद एक स्त्री और पुरुष के मध्य हो रहा होता है तो बहुधा लोग अपनी मर्यादाएं लांघ जाते हैं वो भूल जाते हैं की वो किसी सम्मानित व्यक्ति से बात कर रहे हैं अक्सर पुरुष , स्त्री की भावुकता का नाजायज लाभ उठाता है और अनाधिकार चेष्टाएं करता है Attention मिलने की अवस्था में उसके अन्दर का जानवर जागृत होकर , स्त्री को अनेक प्रकार से यातनाएं देता है
  • ज्यादा समय चैटिंग में व्यतीत करने के कारण spondylitis , backache , headache , obesity आदि समस्याएं पैदा हो जाती हैं।

Thursday, February 24, 2011

मुट्ठी भर सौभाग्य ..

आज एक ब्लोगर मित्र ने कहा -

  • अगर तुम अपने आपको एक बड़ी लेखिका समझती हो तो तुम गलत हो
  • लोग तुम्हारी झूठी प्रशंसा करते हैं , और तुम बहुत खुश हो जाती हो सच्चाई के धरातल पर रहो तो बेहतर होगा

मैं लिखती ज़रूर हूँ लेकिन खुद को कभी लेखिका नहीं समझा पहले इंग्लिश में लिखती थी तो सभी ने हिंदी में लिखने को प्रेरित किया पहले हिंदी में लिखना बहुत दुष्कर लगता था , फिर धीरे-धीरे शब्दों के सही उच्चारण के साथ लिखना सीख लिया मन की भावनाओं को अभिव्यक्त करने का माध्यम और एक स्थान मिल गया आस पास परिवेश में जो विसंगतियां हैं , उस पर लिखने लगी लेकिन अच्छी तरह जानती हूँ की मैं लेखिका नहीं हूँ जिसने कभी साहित्य ही पढ़ा हो , वो लेखिका कैसे बन सकता है मैंने खुद को कभी बड़ा नहीं समझा मुझे अपनी कमतरी का पूरा -पूरा एहसास है आभार तो उन पाठकों का है , जिन्होंने मुझे कभी नीचा नहीं दिखाया , बल्कि मेरे छोटे-छोटे प्रयासों का भी मान रखा

रही बात प्रशंसा की तो कोई किसी की झूठी प्रशंसा क्यूँ करेगा अगर कोई दो मीठे शब्द प्रोत्साहित करने के लिए लिख देता है , तो वही मेरा पुरस्कार है और मेरा मुट्ठी भर सौभाग्य वर्ना जिंदगी में खुद पर मुस्कुराने के लिए मेरे पास है ही क्या ?

नौकरी करती नहीं हूँ , जहाँ मेरे काम की कोई प्रशंसा होगी कोई salary मिलनी नहीं है कोई incentive मिलना नहीं है कोई appreciation मिलना नहीं है कोई promotion होना नहीं है

ब्लॉग लेखन से भी प्यार कम नफरत ज्यादा पायी

कोई 'लोहारिन' कहता है ,
कोई 'लौहांगना' ,
कोई 'जंग लगा लोहा'
कोई 'माटी का माधव'

इन उपाधियों के बावजूद , अगर एक-दो लोग मीठा बोल ही देते हैं और मुझे थोड़ी सी ख़ुशी मिल ही जाती है तो बुरा क्या है

एक निवेदन -

कभी मेरी झूठी प्रसंसा मत कीजियेगा मैं सचमुच उसे सच ही मान लेती हूँ जब कोई बताता है की ये झूठी प्रशंसा थी तो मन विरक्ति से भर जाता है

और यदि कभी मैं आपकी प्रशंसा करूँ , तो उसे सच ही समझिएगा , क्यूंकि जब भी किसी की प्रशंसा करती हूँ तो ह्रदय से करती हूँ , दिखावे की नहीं

आभार

Wednesday, February 23, 2011

उच्च पदस्थ लोगों कों भी एक आम इंसान कि तरह खुशियाँ मनाने का अधिकार है .

कल दिल्ली कि मुख्य मंत्री कों समाचार में देखा " ये है दिल्ली मेरी जान " , इस गाने पर उन्हें मित्रों एवं आम जन समुदाय के साथ स्टेज पर थिरकते हुए देखा उनके चेहरे पर एक मासूम बच्ची के जैसी उमंग थी पूरे परिवेश में एक उल्लास सा घुला हुआ था

उसके बाद शीला जी ने माइक हाथ में ले लिया और एक गाना गाया - " कजरा मोहब्बत वाला , अखियों में ऐसा डाला , कजरे ने ले ली मेरी जान , हाय रे मैं तेरे कुर्बान आई हो कहाँ से गोरी , थोडा सा प्यार ले के ...." शीला जी इस उम्र में इतना बेहतरीन गाती हैं , ये पहली बार मालूम हुआ आनंद गया

फिर अगले समाचार में ग्वालियर में , उमा भारती जी का ज़ोरदार नृत्य आया मौका था उनकी भांजी की शादी का शादी के मौके पर हर दिल एक उमंग से भरा होता है बहुत अच्छा लगा उनका ये जीवंत अंदाज़

समाचारों कि श्रृखला में उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी और नितिन गडकरी जी कों एक देश भक्ति गीत गाते हुए सुनवाया फिर नंबर था ओबामा जी का अपनी पत्नी के साथ भारत यात्रा का जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों के साथ नृत्य करते हुए धमाल मचाया

कभी कभी तनाव भरी ज़िन्दगी में इस तरह खुश हो लेने में हर्ज़ ही क्या है मुझे तो मज़ा गया जिंदगी की किसी भी उम्र में , किसी भी पड़ाव पर , किसी भी पद पर रहकर , जोश , उमंग , उत्साह ( zeal) , के साथ अपनों के बीच खुशियाँ मनाने का एक अलग ही आनंद है जैसे मंदिर के प्रांगण में कदम रखते ही एक अद्भुत शान्ति का एहसास होता है , वैसे ही इन खुशियों के क्षणों में दीन-दुनिया से दूर एक अलौकिक आनंद की प्राप्ति होती है, और ये क्षण लोगों के दिलों में यादगार हो जाते हैं

कल से शीला जी का गाया हुआ यही गीत ज़बान पर चढ़ा हुआ है गुनगुना रही हूँ..

कजरा मोहब्बत वाला , अखियों में ऐसा डाला
कजरे ने ले ली मेरी जान , हाय रे मैं तेरे कुर्बान

दुनिया है मेरे पीछे , लेकिन मैं तेरे पीछे
अपना बना ले मेरी जान , हाय रे मैं तेरे कुर्बान

अई हो कहाँ से गोरी , आँखों में प्यार ले के
चढ़ती जवानी की ये पहली बहार ले के
दिल्ली शहर का सारा मीना बाज़ार ले के
झुमका बरेली वाला , कानों में ऐसा डाला
झुमके ने ले ली मेरी जान , हाय रे मैं तेरे कुर्बान

दुनिया है मेरे पीछे ....

मोटर बंगला मांगूं , झुमका हार माँगूं
दिल कों चलाने वाले , दिल का करार माँगूं
सैयां बेदर्दी मेरे , थोडा सा प्यार माँगूं
किस्मत बना दे मेरी , दुनिया बसा दे मेरी
कर ले सगाई मेरी जान , हाय रे मैं तेरे कुर्बान

कजरा मोहब्बत ....

जब से है देखा तुझको , हो गए गुलाम तेरे
अपना बना ले गोरी , आयेंगे काम तेरे
अपना ये जीवन सारा , लिख देंगे नाम तेरे
कुरता ये जाली वाला , उस पर मोतियन की माला
कुर्ते ने ले ली मेरी जान , हाय रे मैं तेरे कुर्बान

कजरा मोहब्बत ....

आभार