Sunday, August 19, 2012

स्त्रियाँ सावधान रहें ऐसों से--

आभासी दुनिया में जाने-अनजाने किसी के साथ चैट होना स्वाभाविक है। लेकिन सावधानी बरतिए। कुछ मक्कार आपके एक सादे से शब्द का भी बतंगड़ बनाकर आपको बदनाम करने से नहीं चूकते। ये इतने शातिर होते हैं की भोली-भली लड़कियों ko अपनी बातों के मकडजाल में फंसाते हैं फिर अपनी चैट के अंशों को अपनी सुविधानुसार अपने गिरोह के दोस्तों को पढ़ाते हैं और मासूम स्त्रियों को बदनाम करते हैं। क्योंकि ऐसा करके ये साईको-पुरुष एक अनजानी सी कामुक-ख़ुशी हासिल करते हैं।

सावधान रहिये।

स्त्रियाँ यदि इन शातिर पुरुषों के चंगुल में न फंसे तो ये पागल होकर स्त्री को बदनाम करते हैं और यदि दुर्भाग्य से ये फंस जाती हैं किसी भेडिये के चंगुल में, तो उसका हश्र उस स्त्री की आत्महत्या पर जाकर समाप्त होता है , लेकिन अफ़सोस की शातिर बदमाश खुले ही घुमते हैं , गन्दगी बढ़ाते रहने के लिए।

Zeal

17 comments:

virendra sharma said...

अफ़सोस है कि ये शातिर बदमास (रफियंस )छुट्टा घुमते हैं किसी सांड से दरिंदगी बढाने के लिए ......".स्त्रियाँ सावधान रहें ऐसों से " वर्चुअल दुनिया की एक हकीकत है .हम ऐसे गोबर गणेशों का ब्लोगर तट पर तर्पण करतें हैं ,सामूहिक श्राद्ध मनाएंगे ,जब जब ये मारे जायेंगे .
कृपया यहाँ भी पधारें -
रविवार, 19 अगस्त 2012
मीग्रैन और क्लस्टर हेडेक का भी इलाज़ है काइरोप्रेक्टिक में
मीग्रैन और क्लस्टर हेडेक का भी इलाज़ है काइरोप्रेक्टिक में (Migraines & Cluster Headaches)

महेन्द्र श्रीवास्तव said...

पूरी तरह सहमत
सावधान तो रहना होगा

vandana gupta said...

सही कहा……॥

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

ईद मुबारक !
आप सभी को भाईचारे के त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएँ!
--
इस मुबारक मौके पर आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार (20-08-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!

रविकर said...

सावधानी हटी दुर्घटना घटी |
रेल को बेपटरी होने का मौका न दें -
अच्छी सलाह ||

Maheshwari kaneri said...

हमें सावधान तो रहना ही होगा..

पूरण खण्डेलवाल said...

अंतरजाल की इस दुनिया में सावधान तो सबको ही रहना चाहिए चाहे वो स्त्री हो या पुरुष ,मुसीबत किसी के लिए भी हो सकती है !

प्रेम सरोवर said...

बेहतरीन प्रस्तुति। मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।

Bharat Bhushan said...

आपकी चेतावनी सही है. सावधानी में ही सुरक्षा है.

मदन शर्मा said...

सही कहा आपने .....स्त्रियों को स्वयं अपनी रक्षा करने कि आदत डालनी होगी

Gyan Darpan said...

सहमत |
पर इसका उल्टा भी है! मर्दों को भी ऐसी स्त्रियों से सावधान से होना चाहिए जो आभासी दुनिया मे छूटते ही अश्लील चैटिंग शुरू कर देती है|
अब तक फेसबुक पर ऐसी ही चार स्त्रियों को अनफ्रेंड कर ब्लाक कर चुका हूँ|

virendra sharma said...

स्त्रियाँ सावधान रहें ऐसों से

आभासी दुनिया में जाने-अनजाने किसी के साथ चैट होना स्वाभाविक है। लेकिन सावधानी बरतिए। कुछ मक्कार आपके एक सादे से शब्द का भी बतंगड़ बनाकर आपको बदनाम करने से नहीं चूकते। ये इतने शातिर होते हैं कि…वर्चुअल जगत की ये विद्रूप हकीकत हैं ,छुट्टा घूमतें हैं ये रफियन(शातिर बदमास )किसी ,सांड से ,ब्लोगर घाट पे हम इनका तर्पण करतें हैं ,जब जब ये मारे जायेंगे ,हम इनका श्राद्ध मनायेगें ...
ram ram bhai
सोमवार, 20 अगस्त 2012
सर्दी -जुकाम ,फ्ल्यू से बचाव के लिए भी काइरोप्रेक्टिक

महेन्‍द्र वर्मा said...

सही सुझाव है, सावधानी जरूरी है।

Vaanbhatt said...

आभासी दुनिया में वही रमता है...जिसपर कोई बंधन नहीं होता...बच्चों के कार्यकलाप पर पैनी निगरानी ज़रूरी है...उनसे वार्तालाप ही उन्हें सजग रखने के लिए ज़रूरी है...

सुशील कुमार जोशी said...

रास्ते पर चलेंगे तो कुछ नहीं होगा
जो भटकेगा तो रास्ते से जरूर दूर होगा !

surenderpal vaidya said...

बिल्कुल सही कहा आपने , ऐसे दुष्ट मक्कार लोगोँ की कोई कमी नहीँ है अतः सावधानी ही विकल्प है ।

Prabodh Kumar Govil said...

Aapki baat theek hai, ham duniya ko bhediyon, giddhon, lakadbagghon, cheelon,lomdiyon,kauvon aadi se khaali to nahin kar sakte par apne liye suraksha ghere to bana hi sakte hain.Insaaniyat ke donon dhruvon ko rahna is ek hi duniya men hai.