साध्वी प्रज्ञा कैंसर से जूझ रही हैं! उन्हें भोपाल पुलिस कस्टडी में रखा है, सिर्फ जिल्लत और कष्ट दिया जा रहा है ! जो आरोप आज तक साबित भी नहीं हुए उनपर , उसकी भी सजा भुगत रही हैं वो ! वहीँ कसाब को बिरयानी खिलाई जा रही है और अन्य आतंकवादी अबू हसन को वातानुकूलित कमरे में रखा गया है। ये है हमारी धर्म-निरपेक्ष सरकार का अधर्मी चेहरा ! कुछ मूर्ख और अज्ञानी हिन्दू इस देशद्रोही सरकार का साथ देकर देश को मिटा रहे हैं. अपने ही भाई-बहनों पर अत्याचार कर रहे हैं!
उठो...जागो...लड़ो...
वन्दे मातरम् !
10 comments:
जो हजारों साल के गुलाम हैं, वे गुलाम ही रहेंगे| उनके अन्दर चेतना और स्वाभिमान आ ही नहीं सकता|
टुकड़ खोर नेता होते साध्वी की जगह तो पञ्च तारा अस्पताल में होते .ये धर्मनिरपेक्षता है ज़रूर लेकिन आतंकवादी धर्मनिरपेक्षता है -
राजनीतिक लफ्फाज़ फैला रहें हैं भ्रम ,
कि आतंकवादी का नहीं होता कोई धर्म ,
अभिप्राय : है यही और यही है संकेत ,
कि आतंकवादी होता है धर्मनिरपेक्ष .
धन्य है सरकार ,क्या खूब बहका रही है ,
आतंकवाद का क्या ,धर्मनिरपेक्षता तो बढ़ा रही है .कृपया यहाँ भी पधारें -
ram ram bhai
शनिवार, 25 अगस्त 2012
काइरोप्रेक्टिक में भी है समाधान साइटिका का ,दर्दे -ए -टांग काhttp://veerubhai1947.blogspot.com/
swami nityanand jis sarkar ki laparwahi se mar gaye.
uske vishay me bhi kuchh farmayen.
जब तक हिंदू अपने वोट की ताकत को अपना हथियार नहीं बनायेंगे तब तक यही होता रहेगा !!
साध्वी प्रज्ञा की गलती भी तो है न
एक तो वे हिन्दू हैं, ऊपर से भगवा पहनती हैं, हिंदुत्व की लड़ाई भी लडती हैं, वचनों में भी इतना दम कि सेक्युलरों की जड़ें हिला कर रख दे|
अब आप ही बताइये ऐसा कड़वा करेला जब नीम चढ़ जाए तो भला कौन पचाएगा उसे?
वहीँ कसाब जैसे आतंकी एक तो मुल्ले हैं ऊपर से हिन्दुओं व भारत का सर्वनाश कर देने का उद्देश्य पाले बैठे हैं, साथ ही इन सेक्युलरों का वोट बैंक भी तो बना रहे हैं|
अब इतनी मीठी जलेबी भी जब कोई चाशनी में डुबो डुबो कर खिलाए तो मन काहे नहीं ललचाए?
श्रम तो उन हिन्दुओं को आणि चाहिए जिन्हें न राजनीति से मतलब रहा और न हिंदुत्व से| I HATE POLITICS के जुमले गढ़ने वालों के लिए आपके ये कथन करारे व गरम-गरम तमाचे के समान हैं|
हिन्दु समाज की सहिष्णुता ही उसकी कमजोरी बन गई है । अब उसे जागृत और संगठित होकर ईंट का जवाब पत्थर से देना ही होगा ....। कहीँ देर न हो जाए ...!
क्या हिन्दू समाज के धर्म गुरू मर चुके हैं । उन के पास करोडों रुपयों की सम्पत्ति और टनों के हिसाब से सोना है।
क्यों नहीं सुप्रीम कोर्ट या अन्तर्राष्ट्रीय कोर्ट में मानव अधिकार उल्लंघन के तहत अपील करते?
आडवाणी के नीचे विपक्ष को भी जंग लग गया है। संसद में क्यों नहीं सरकार से सवाल करते?
जिसे आप विपक्ष कह रहे हैं वह भारतीय जनता पार्टी है और उसका दिखावटी चेहरा बेनकाब हो चुका है। केजरीवाल से पूछें।
केजरीवाल खूद ही expose हो चूका है यादव जी.
सही कहा आपने। कसाब को सड्कों पर गोलियां चलाते वीडियो में दिखाया गया फिर भी उसकी सजा अब तक नहीं तय हो सकी। जिसके अपराध का पुख्ता सबूत नहीं है, उसे जेल में बंद कर रखा गया है।
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