यह आलेख सिर्फ रात भर के लिए है, ताकि पाठक गण अपना भरपूर मनोरंजन कर सकें। अनवर धमाल नामक मेरे एक शुभचिंतक ने हमेशा की तरह मेरे सम्मान में एक पोस्ट लगाई, जिसे पढ़कर हंसी के फव्वारे छूट गए। लतीफे सुनाना कोई हमारे अनवर बाबू से सीखे। इनसे कहा की ब्लॉग की खबरें गंभीरता से लिखा कीजिये, लेकिन अनवर भाई हैं की मसखरी करे बगैर मानेंगे ही नहीं , लेकिन उनके नटखट जोक्स हमें बहुत पसंद हैं । पर उनकी यही बात हमें पसंद नहीं आती की वे गाय- भैस की लाशें खाते हैं , जबकि आजकल कटहल, अरवी, पनीर , रायता , पुलाव खाना चाहिए। खैर जो भी हो वे हमारे ऊपर एक से बढ़कर एक जहीन आलेख लिखते हैं , इसलिए नैतिकता का दायित्व निभाते हुए हमने भी अपने धमाल बाबू पर एक मीठी पोस्ट लिख दी, ताकि उनकी नेकी का बदला नेकी से दे सकूं। अपने 'फुरसतिया का कहना है की अनवर जैसे लोग जिसके पीछे हाथ धोकर पड़ जाएँ, उसे वे शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचा देते हैं। अतः धमाल जैसे मुफ्त के प्रचारक को दिव्या का धन्यवाद।
----------------------------------------
अयाज़ खान का कहना है की विदेश भागते डाक्टर, कर रहे हैं देश के साथ गद्दारी। लेकिन खान साहब , आप जैसे गद्दार तो देश में ही बैठे हैं। आप कब जायेंगे इसे छोड़कर ?
--------------------------------------------------------
------------------------------------------------------------------------------------------
अनवर धमाल और अयाज़ खान को सरकार ने महिला ब्लॉगर्स को हैरस करने के लिए और टिप्पणियां गिनते रहने के लिए अप्वाइंट किया है।
------------------------------------------------------------------------------------------
शिल्पा का कहना है लोग उनके परिवार को घसीट रहे हैं। मोहतरमा को दूसरों पर कीचड फेंकना तो अच्छा लगता है , लेकिन उन पर छींटें भी न आयें। वाह शिल्पा वाह ! By the way , दिवस की शेष टिप्पणियां कब प्रकाशित करेंगी आप ?
--------------------------------------------------------
कोयल का कहना है की , लिखने मात्र से कोई भगत सिंह और गांधी नहीं बन जाता । इनको मेरा सुझाव है की हर किसी में गांधी और सुभाष मत ढूंढो। लिखो और खूब लिखो....बेबाक लिखो----
-----------------------------------------
गालियाँ देने में महारथ हासिल है ब्लॉगर 'मिसिर' जी को। इसके लिए इन्होने अहिंसावादी ब्लॉगर शिल्पा का चुनाव किया । खैर बड़े-बड़े मठाधीशों के अंदाज़ भी बेमिसाल होते हैं।
-------------------------------------------------
रचना जी ने लिखा की दिव्या ने कमेन्ट ऑप्शन बंद कर दिया है । ---क्या करें रचना जी , लोगों के विष-वमन पीने से तो बहतर है , टिप्पणियों से महरूम ही रहा जाए। टिप्पणियों में विवाद करने के लिए जितनी ऊर्जा चाहिए वो तो मिसाईल वूमन - शिल्पा जी के ही पास है। हम तो 'देश-द्रोह का तमगा लिए, अपना फर्ज निभाये जा रहे हैं।
-----------------------------------------------
ब्लॉग की ताजातरीन ख़बरों में आज बस इतना ही। अनवर धमाल के आदेश पर टिप्पणियों का ऑप्शन बंद किया जा रहा है। कल मुलाक़ात होगी एक नयी पोस्ट के साथ। तब तक के लिए --
जय हिंद !
जय भारत !
वन्दे मातरम् !