Saturday, April 28, 2012

चोर-चोर मौसेरे भाई

कांग्रेस के मनीष तिवारी का कहना है कि - "भाजपा को अब समझ लेना चाहिए कि जिनके घर शीशे के होते हैं वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते। "

मनीष तिवारी का ये गैरजिम्मेदाराना बयान बोंगारू लक्ष्मण के दोषी करार होने के बाद आया।

मनीष तिवारी चाहते हैं कि भाजपा वाले , अब कांग्रेसियों कि तरह चोर-चोर मौसेरे भाई बन जाएँ, और वे कांग्रेसियों कि गलीज हरकतों पर चुप्पी साध लें , ताकि बोफोर्स घोटाला, कॉमनवेल्थ, 2G और आदर्श घोटाले और काले धन में फंसे भ्रष्टाचारी चैन से रह सकें।

4 comments:

ANULATA RAJ NAIR said...

तभी तो कहते हैं ना- चोर चोर मौसेरे भाई...........
इनसे ही तो जन्में है ये मुहावरे....

बढ़िया.

Dr. Braj Kishor said...

भारी शर्मिदगी राजनीतिक दलों हेतु -----

देश की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के लिए शुक्रवार का दिन भारी शर्मिदगी का सबब बना। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संप्रग सरकार पर हमलावर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण को विशेष सीबीआइ अदालत ने 11 साल पहले फर्जी कंपनी से एक लाख रुपये की रिश्वत लेने का दोषी पाया। इसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर तिहाड़ जेल भेज दिया गया। शनिवार को उन्हें सजा सुनाई जाएगी। कोर्ट ने 72 वर्षीय लक्ष्मण की जमानत याचिका को भी खारिज कर दिया।

कांग्रेस के लिए यह हालत सिंघवी पहले हे ला चुके हैं...

पकिस्तान के प्रधान मंत्री भी दोषी ...

Dr. Braj Kishor said...

मनीष तिवारी तो नारायण दत्त तिवारी को भी याद कर लें --उन्ही के कुनबे के हैं ...

ZEAL said...

डॉ ब्रज, कांग्रेस का कुनबा खुद को दूध का धुला जो समझता है।