कांग्रेस को अकल आ गयी है या फिर चुनावी राजनीति है ये , जो भी हो उनके हाथों एक तो ढंग का काम हुआ जो सचिन तेंदुलकर को राज्य सभा का सदस्य मनोनीत किया, वरना तो इन्हें अच्छे लोगों पर सिर्फ कीचड उछालने की ही आदत है।
कहीं सचिन का भी वही हश्र न हो जो अमिताभ, गोविंदा और राजेश खन्ना का हुआ।
घोर आश्चर्य होता है जब गैर राजनीतिक लोगों को इन पदों पर जबरदस्ती बैठा दिया जाता है।
क्रिकेट खेलना एक टैलेंट है , जो सचिन में है। लेकिन जब तक देश और समाज के लिए कुछ करने का जज्बा न हो , तब तक इस पदों से दूर ही रहना चाहिए।
कहीं सचिन का भी वही हश्र न हो जो अमिताभ, गोविंदा और राजेश खन्ना का हुआ।
घोर आश्चर्य होता है जब गैर राजनीतिक लोगों को इन पदों पर जबरदस्ती बैठा दिया जाता है।
क्रिकेट खेलना एक टैलेंट है , जो सचिन में है। लेकिन जब तक देश और समाज के लिए कुछ करने का जज्बा न हो , तब तक इस पदों से दूर ही रहना चाहिए।
3 comments:
nahi sachin ko shatranj ka mohra bana rahe hain ......bach ke rahna sachin!!
कांग्रेस हो या भाजपा या फिर कोई और पार्टी सभी धूर्त हें अपनी जेबें गरम करने से ही इनको फुर्सत नही जरूरत हे माँ भारती को फिरसे किसी चाणक्य जेसे विद्वान् की जो इन धूर्त सरकारों को जड से ही खतम कर दे जेय माँ भारती
nice
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