सहवाग और धोनी को आपसी मतभेदों से ऊपर उठकर जीना चाहिए। एक दुसरे के खिलाफ बयानबाजी करके खेल की भावना को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। एक निश्चित ऊँचाई तक पहुँच जाने के बाद लाखों लोगों की अपेक्षाएं आपसे जुड़ जाती हैं। छोटी-मोटी बातों से ऊपर उठकर देश के लिए और खेल-प्रेमियों के लिए खेलिए। आपके आपसी मतभेद करोड़ों की भावनाओं को आहत करते हैं और खेल की गुणवत्ता को कम करते हैं।