पति को , देवर को , सास को मार गयी
फिर पूरे भारत को चट से डकार गयी
रेफरी बनी खड़ी है केंद्र में घेरे के ,
चाटुकार खिलाड़ी हैं चारों तरफ खेमे में
जोर से बजाती है सीटी जब उचक के
एक नया घोटाला आता है चमक के
शर्म का जो पानी था, कोरों पे टिका हुआ
कोयले की राख ने उसको भी सुखा लिया
कौन से नछत्र लिए आई थी धरा पे तुम,
कालसर्प योग कब जाएगा भारत का ?
Zeal
24 comments:
बेहतरीन...
सोनिया की अब तक की तमाम करतूतों को चंद शब्दों में क्या पिरोया है आपने।
पति, देवर और सास को मार कर भी लोड इसे भारत की बहु कहते हैं।
वह सुबह कभी तो आएगी
कभी तो कालसर्प योग जाएगा ही !!
हर सुबह शाम में ढल जाता है
हर तिमिर धूप में गल जाता है
ए मन हिम्मत न हार
वक्त कैसा भी हो
बदल जाता है ….
हहाहाह
बढिया है
बहुत सुंदर
समझ नहीं आ रहा कि रोऊ या हंसू ! अभी अभी खबर पढी कि डाक्टरों ने उसे फिट करार दिया ! बुरी बला इतनी आसानी से नहीं टलती :)
भारत की कुंडली मैंने देखी, उसमें तो कालसर्पिणी योग चल रहा है।
आपकी इस उत्कृष्ट रचना की चर्चा कल मंगलवार ११/९/१२ को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी आपका स्वागत है
हुश हुश करती है ,बैठके संसद में ,
कुत्ते लडवाती है संसद में .
ram ram bhai
जब लोग जागेंगे!
nice presentation.......
सबसे सुन्दर और जहां मिलता हमें सुकून है !
ऐसा तो बस एक धरा ,वो भारत माँ की गोदी है !
हर बच्ची लक्ष्मीबाई है , हर बन्दा बिस्मिल , बोस है
भगत सिंह की फ़ौज खड़ी है ,बच्चा-बच्चा मोदी है!
पर अपने यहाँ के उस पुरुष-वर्ग का क्या करेंगी जिसे उन्हीं चरणों में अपनी सद्गति दिखाई देती है - दोषी कौन वह या ये हमारे अपने लोग ?
बहुत संभाल के अब तो कलम चलानी है ,
नहीं तो असीम त्रिवेदी जैसी हालत हो जानी है.
आपातकाल से हालात दिखने लगे हैं,
बरबादी के कगार पर खड़े खाई में झाँकने लगे हैं.
बहुत ही सुंदर एवं आज के हालात
पर सटीक रचना हें ! साधुवाद .....!!!
एल.पी .जोशी ...( ओरंगाबाद ) महाराष्ट्र
बहुत ही सुंदर एवं आज के हालात
पर सटीक रचना हें ! साधुवाद .....!!!
एल.पी .जोशी ...( ओरंगाबाद ) महाराष्ट्र
मंगलवार, 11 सितम्बर 2012
देश की तो अवधारणा ही खत्म कर दी है इस सरकार ने
आज भारत के लोग बहुत उत्तप्त हैं .वर्तमान सरकार ने जो स्थिति बना दी है वह अब ज्यादा दुर्गन्ध देने लगी है .इसलिए जो संविधानिक संस्थाओं को गिरा रहें हैं उन वक्रमुखियों के मुंह से देश की प्रतिष्ठा की बात अच्छी नहीं लगती .चाहे वह दिग्विजय सिंह हों या मनीष तिवारी या ब्लॉग जगत के आधा सच वाले महेंद्र श्रीवास्तव साहब .
असीम त्रिवेदी की शिकायत करने वाले ये वामपंथी वहीँ हैं जो आपातकाल में इंदिराजी का पाद सूंघते थे .और फूले नहीं समाते थे .
त्रिवेदी जी असीम ने सिर्फ अपने कार्टूनों की मार्फ़त सरकार को आइना दिखलाया है कि देखो तुमने देश की हालत आज क्या कर दी है .
अशोक की लाट में जो तीन शेर मुखरित थे वह हमारे शौर्य के प्रतीक थे .आज उन तमाम शेरों को सरकार ने भेड़ियाबना दिया है .और भेड़िया आप जानते हैं मौक़ा मिलने पर मरे हुए शिकार चट कर जाता है .शौर्य का प्रतीक नहीं हैं .
असीम त्रिवेदी ने अशोक की लाट में तीन भेड़िये दिखाके यही संकेत दिया है .
और कसाब तो संविधान क्या सारे भारत धर्मी समाज के मुंह पे मूत रहा है ये सरकार उसे फांसी देने में वोट बैंक की गिरावट महसूस करती है .
क्या सिर्फ सोनिया गांधी की जय बोलना इस देश में अब शौर्य का प्रतीक रह गया है .ये कोंग्रेसी इसके अलावा और क्या करते हैं ?
क्या रह गई आज देश की अवधारणा ?चीनी रक्षा मंत्री जब भारत आये उन्होंने अमर जवान ज्योति पे जाने से मना कर दिया .देश में स्वाभिमान होता ,उन्हें वापस भेज देता .
बात साफ है आज नेताओं का आचरण टॉयलिट से भी गंदा है .
टॉयलट तो फिर भी साफ़ कर लिया जाएगा .असीम त्रिवेदी ने कसाब को अपने कार्टून में संविधान के मुंह पे मूतता हुआ दिखाया है उसे नेताओं के मुंह पे मूतता हुआ दिखाना चाहिए था .ये उसकी गरिमा थी उसने ऐसा नहीं किया .
सरकार किस किसको रोकेगी .आज पूरा भारत धर्मी समाज असीम त्रिवेदी के साथ खड़ा है ,देश में विदेश में ,असीम त्रिवेदी भारतीय विचार से जुड़ें हैं .और भारतीय विचार के कार्टून इन वक्र मुखी रक्त रंगी लेफ्टियों को रास नहीं आते इसलिए उसकी शिकायत कर दी .इस देश की भयभीत पुलिस ने उसे गिरिफ्तार कर लिया .श्रीमान न्यायालय ने उसे पुलिस रिमांड पे भेज दिया .
देश की तो अवधारणा ही खत्म कर दी है इस सरकार ने
असीम त्रिवेदी की जीत लोकतंत्र की विजय है और कांग्रेस की करारी हार है --जय भारत --जय लोकतंत्र !
बहुत सटीक व्याख्या वीरेंदर शर्मा जी !
आप ऐसे ही लगी रहें तो भारत को काल सर्प योग से क्या काला नाग योग से भी मुक्ति मिल जाएगी। वह भी बहुत जल्दी।
कालसर्प योग तो मिट जाएगा अगर सभी मुक्तभोगी वोटर और जनता एक साथ मिलकर जोरदार अनुष्ठान करेँ ।
आजाद भारत की इस भ्रष्टतम सरकार ने तो सभी हदेँ पार कर दी है । इसने तो अँग्रेजोँ और मुगलोँ को भी पीछे छोड़ दिया है ।
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शंकर दत्त फुलारा कौन से नछत्र लिए आई थी धरा पे तुम,
कालसर्प योग कब जाएगा भारत का ?
September 10 at 10:36am · Unlike · 2
Diwas Gaur बेहतरीन...
सोनिया की अब तक की तमाम करतूतों को चंद शब्दों में क्या पिरोया है आपने।
पति, देवर और सास को मार कर भी लोड इसे भारत की बहु कहते हैं।
September 10 at 10:45am · Unlike · 3
'लिलि कर्मकार' शंकर दत्त जी हमारे यज्ञ में ही गलतिया है इसलिए जा नहीं रही है .... ।
September 10 at 10:46am · Unlike · 2
'लिलि कर्मकार' हम बोलने के लिए कुछ बोलते है , करने के लिए कुछ और करते है ...... दोहरे मापदंड वाले समाज के हिस्से है हम ..... कोई माने या न माने लेकिन सच येही है ...... जय हो हिन्दूस्थान वासियों की ...... !
September 10 at 10:51am · Unlike · 2
Rajneesh Kumar Dwivedi divya ji ..............hamare bhai hi hamari mata ke durdasha ke karan hain ,hum aprajit shatruon se the sada par dil se aaj bhi hum luta hua bharat hain
September 10 at 10:51am · Unlike · 2
शंकर दत्त फुलारा 'लिलि कर्मकार' ji ये अब परमानेंट ही जाएगी ऐसा लगता है |
September 10 at 10:55am · Unlike · 2
Govind Luhana hiiiiiiiii
September 10 at 10:55am · Unlike · 1
Govind Luhana namskar medam ji
September 10 at 10:55am · Unlike · 1
Bitu Sharma hum ko hi khade hona hoga tabhi kalsarp yog jaye ga
September 10 at 10:56am · Unlike · 1
Niaz Ahmed Siddique Nasik may ya Ujjain may Kalsarp Yog ki Puja hoti hai... Divya Srivastava ji aap Hindustan ki horoscope may jo Kalsarp yog hai uski puja karva de.
September 10 at 11:14am · Edited · Unlike · 1
Agrawal Nitesh ye sonia ka nahi congress ka laya hua kal sarpyog hai....jabtak ki ye congress end nahi hogi tab tak ye bana rahega aur iska ilaz abhi to sonia ki family khatam hone par hi sambhav hai.....
September 10 at 11:53am via mobile · Unlike · 1
Tarun Kumar Sharma desh ki durdasha per ek behatreen tippani.....yatharthpoorn!!!!
September 10 at 11:54am · Unlike · 1
Chand K Sharma Excellant and very expressive composition. Please keep it up.
September 10 at 12:25pm · Unlike · 1
भरत पाण्डेय 'आर्यपुत्र' रेख़्ते के तुम्हीं उस्ताद नहीं हो "ग़ालिब"
कहते हैं अगले ज़माने में कोई "मीर" भी था
September 10 at 1:32pm · Unlike · 1
भरत पाण्डेय 'आर्यपुत्र' रेख़्ते के तुम्हीं उस्ताद नहीं हो "ग़ालिब"
कहते हैं अगले ज़माने में कोई "मीर" भी था
और इस ज़माने में "दिव्या" दीदी आ गयी हैं
September 10 at 1:35pm · Unlike · 1
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Vishnudeo Pandey Sundar Samyik Kavita ke liye aapko bdhai.
September 10 at 1:40pm · Unlike · 1
Mahendra Kaushal Kavita khubsurat hey,jhatak ``kalsarp''yog key barey mey kah sakta hu ki,jistarah ki soch,hum Bhartiyo ki hey,bahut mushkil hey,easka jana,600 salo ki gulami ney bhartiyata khatam kar di hey....
September 10 at 2:33pm · Unlike · 1
Sushil Kumar Singh jab tak marey gi nahi kalsarp yog nahi jayega
September 10 at 2:41pm · Unlike · 1
Kulbhushan Singhal मेरा भारत महान ....उसके शासक और भी महान !
September 10 at 4:48pm · Unlike · 1
Ashok Chowdhary Kya bat , satya vachan , divya ji
September 10 at 5:51pm via mobile · Unlike · 1
Ramesh Sharma bahoot khoob bahna
September 10 at 6:37pm · Unlike · 1
Devendra Prakash Mishra so nice
September 10 at 8:05pm · Unlike · 1
Surendra Maurya jhakkas
September 10 at 8:08pm via mobile · Unlike · 1
Suresh Singh ya rista mina nahi rakhata hai
September 10 at 8:28pm · Like
Omkar Nath Pandey और बिडम्बना तो देखिये
अपने पति के हत्यारो से मिलने के लिए अपनी बिटिया को भेजती है।
इसी से इसकी नेकनियती जाहिर होती है।
कांग्रेसियो अब तो अपनी अंतर्रात्मा की आवाज को सुनो
और इस मनहूस से मुक्ति पाओ।
September 11 at 12:03am via mobile · Unlike · 1
Shaleen Pandey nice poetry :)
September 11 at 2:12am · Unlike · 1
Yogesh Shandilya Wah! Wah! Wah! Wah! Wah! Iss Lekhani Mein Sab Kuchh Hai;
Rishatey-Naate,
Desh Prem,
Kavi Ki Peeda;
Samast Bhaav Prastuti; ...See More
September 11 at 7:03am · Unlike · 2
Divya Srivastava Thanks Yogesh Shandilya ji.
September 11 at 9:44am · Like
Shashi Bhushan Ojha Mukul BAMULAHIZA HOSHIYAR YE VISHKANYA HAI VISHKANYA .
September 12 at 8:11am · Unlike · 1
Chander Shekher Rajput great divya ji
September 17 at 12:46pm · Like
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