मीडिया , सीबीआई, जुडीशियरी , सब खरीद ली ?
ये हिन्दुस्तान है , खाला का घर नहीं है , जो मनमाना होने देंगे! --सुब्रमण्यम की याचिका ख़ारिज करके चिदंबरम को राहत देकर क्या साबित किया है अदालत ने ? बकरा तो हलाल होकर ही रहेगा, अब दिल्ली दूर नहीं ! सुब्रमण्यम स्वामी के साक्ष्यों पर हमें पूरा भरोसा है ! भ्रष्टाचारियों की माँ कब तक खैर मनाएगी! हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे , सच को सामने लायेंगे !
17 comments:
Sach waqayee samne aaye to sabhee ka bhala hoga!
हा! शोक.
देर है,अंधेर नहीं.
कपिल सिब्बल ने न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि-- "स्वामी को ऊपरी अदालतों में अपील करने दीजिए, इसके बाद उन्हें भगवान से अपील करनी पड़ेगी"---कपिल की बेशरमी और बदजबानी की इंतहा हो गयी है।
मुझे शक है सिब्बल और उसके चमचे , स्वामी जी की ह्त्या का षड्यंत्र रच रहे हैं , तभी वो ऐसा कह रहा है की " खुदा से अपील करना पड़ेगा"
SATYA KO UDGHATIT HONEN DEN.
SATYA KI SADA VIJAY HOTI HAI.
SATYA KO UDGHATIT HONEN DEN.
SATYA KI SADA VIJAY HOTI HAI.
वाह! ख़ूब लिखा है आपने
सच तो सच है एक दिन सच्चाई सामने जरूर आयेगी
सुंदर प्रस्तुती,
MY NEW POST ...40,वीं वैवाहिक वर्षगाँठ-पर...
अभी उच्च न्यायालय से उम्मीद है..
hume bhi sach ka intjaar hai agar sach ko mar diya gaya to supreme court
par se bhi vishvaas uth jaayega.ek vaqy eysa aayega iss desh me internal war hoga.kaash hindustani pics wala scene ho.
आज टीवी पर खबर आ रही थी "चिदंबरम को राहत"
चिदंबरम को राहत???
क्या देश में केवल पटियाला हाउस नमक एक ही न्यायलय है? इन भ्रष्टाचारियों को याद रखना चाहिए कि सामने सुब्रमण्यम स्वामी है। तुम्हे इतनी आसानी से जीने नहीं देगा।
रही बात कपिल सिब्बल की तो अभी ओवर कॉन्फिडेंस में जी रहा है वो। भूल गया कि सामने वाली पार्टी महात्मा गांधी नहीं, सुब्रमण्यम स्वामी है। मरघट तक तेरा पीछा नहीं छोड़ेगा। तुम मर भी गए तब भी तुम्हारे पाप दुनिया के सामने लाएगा और तुम्हारे तस्वीरों पर जूतों की माला पहनाएगा और फिर उन्हें फांसी पर चढ़ाएगा, मगर पीछा नहीं छोड़ेगा।
कपिल सिब्बल व चिदंबरम जैसों के लिए सुब्रमण्यम स्वामी से शनि की साढ़े साती बेतर है।
कब तक छुपेगी कैरी पत्तों की आड में
इक दिन आना ही होगा बीच बाज़ार में :)
ये कपिल नहीं कुटिल सिब्बल है जो मानसिक रूप से अस्वस्थ चल रहा है आज कल..सोनिया ने स्वामी जी की दो बार हत्या का प्रयास कराया था मगर असफल रही..ये गलती अब वो दोबारा सपने में भी नहीं करने की सोचेंगे..
अब दिल्ली दूर नहीं...
सच को कौन छुपा सका है।
सुन्दर प्रस्तुतिकरण्।
खूब "घुटा-लो" शीर्ष, खुदा तक चाहे जाओ ।।
घमंडी की मंडी
जाओ जाना है जहाँ, लाओ फंदा नाप ।
मातु विराजे दाहिने, बैठा ऊपर बाप ।
बैठा ऊपर बाप, चित्त का अपने राजा ।
मर्जी मेरी टॉप, बजाऊं स्वामी बाजा ।
उच्च-उच्चतम दौड़, दौड़ कर टाँग बझाओ ।
खूब "घुटा-लो" शीर्ष, खुदा तक चाहे जाओ ।।
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