Thursday, February 16, 2012

माईनो माफिया गैंग --सावधान

एक विदेशी स्त्री माईनो ने भारत की दुर्दशा कर दी है। सबसे पहले देश के प्रधानमन्त्री पर वशीकरण तंत्र चलाकर सत्ता चला रही है , फिर मुसलामानों को उंगुलियों पर नचाकर अपने प्रभुत्व को बनाए हुए है। राहुल और प्रियंका के जन्म के समय माईनो ने अपनी इटालियन नागरिकता छोड़ी नहीं थी अतः राहुल और प्रियंका भी दो देशों की नागरिकता लिए घूम रहे हैं। अब सुना है राहुल की एक अदद पत्नी भी हैं जो वेनेजुएला की है, अब इनके पास होगी एक और नागरिकता और हम भारतीयों को सौगात में मिलेगी एक और विदेशी बहु जो हमें आने वाले कई दशकों की दासता दे जायेगी। कब बंद होगा ये विदेशी बहुओं का सिलसिला। कब जागेगा भारत का स्वाभिमान।

10 comments:

S.N SHUKLA said...

इस सार्थक प्रविष्टि के लिए बधाई स्वीकार करें.

मेरे ब्लॉग"meri kavitayen" की नयी पोस्ट पर भी पधारें.

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया said...

जब तक देश चाहेगा सहना ही पडेगी,...
बहुत अच्छी प्रस्तुति,

MY NEW POST ...कामयाबी...

Bharat Bhushan said...

हमें विदेशियों पर भरोसा रहा है. मानसिकता वैसी बन चुकी है. अब क्या हो सकता है :((
देश को अशिक्षित और ग़रीब रखने की हमारी योजना (भ्रष्टाचार) का जब तक अंत नहीं होता, भारत का वास्तविक स्वाभिमान कैसे जागेगा. आपसे सहमत हूँ.

राज भाटिय़ा said...

कोई भी युरोपियन दो देशो की नागरिकता नही देता.... जरुर यह सारी दाल काली हे.हमारे ही कुछ लोगो ने इन्हे सर मे बिठा रखा हे, वर्ना अभी यह साले किसी फ़ेकटरी मे मजदुरी करते या बेटर गिरी करते, यह हमीं पागल हे जो आज तक सह रहे हे, ओर गोरी चमडी देख कर टुट पडते हे देखने के लिये, बाकी मे भारत भुषण जी की बात से १००% सहमत हुं

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

हमारी आइडेंटिटी है क्या आखिर? मैं इस प्रश्न में उलझ जाता हूँ. शायद यही समस्या है और यही समाधान... और सैकड़ों वर्षों की गुलामी का भी यही कारण था..शायद...

Rakesh Kumar said...

जागो... ऐ सोने वालो.

आपकी पुकार में धार है,दिव्या जी.
सब कालनेमि और अहि रावण का माया जाल है.
वीर बजरंगी का सहारा लेना होगा.

'मेरी बात' पर आपकी दरकार है.

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद said...

जब भाजपा ने उन्हें आत्मसात कर लिया है तो हम किस खेत की मूली हैं जी :)

Rajesh Kumari said...

humare desh ki bhagya vidambna yahi hai na jaane kab jagrnge log.

मनोज कुमार said...

दुखद स्थिति है।

दिवस said...

मायनों किसी डायन से कम नहीं। इसे भारत की बहु कहने वालों को पता हिना चाहिए की एक भारतीय नारी अपनी सास व पति की हत्यारी नहीं होती। राहुल और प्रियंका तो अभारतीय हैं ही नहीं। क्योंकि इनके पासपोर्ट पर इटली की नागरिकता छपी हैं। यदि दो पासपोर्ट हैं तब भी दोनों अपराधी हैं, क्योंकि भारतीय संविधान के अनुसार किसी अन्य देश का नागरिक भारत की नागरिकता नहीं ले सकता।
वेवेजुएला में राहुल की पत्नी भी है। सही कहा आपने, एक और विदेशी बहु हमारी छाती पर मूंग दलने को तैयार है। मुझे समझ नहीं आता, खुद विदेशी, शादी भी विदेशियों से, बच्चों के नाम भी विदेशी, खुद के नाम भी विदेशी, शौक भी विदेशी, रहन-सहन भी विदेशी, जब भारत से प्यार ही नहीं है तो यहाँ राज करना क्यों चाहते हो? जाकर मरो न इटली में।