कुछ लोग कहते हैं - "मुझे पौलिटिक्स में रूचि नहीं है" । सच तो ये है की यह कहकर वे अपनी अज्ञानता पर पर्दा डालता हैं। अरे क्यों नहीं रूचि है भाई , देश-दुनिया की गतिविधियों पर भरपूर निगाह रखो । अच्छाई का समर्थन करो और अन्याय के खिलाफ जम कर विद्रोह करो। लोगों की यही अज्ञानता और तटस्थता तो मतदान में कमी लाती है और गुंडों का बोलबाला हो जाता है। ऐसी स्थिति में सही अर्थों में लोकतंत्र कैसे बहाल होगा ? जरूरी है देश का प्रत्येक नागरिक राजनीति और लोकतंत्र की पूरी जानकारी रखे। विशेषकर महिलाओं को इस दिशा में अपनी रूचि पैदा करनी होगी अन्यथा- "I hate politics" कहकर अपनी कमतरी को छुपाना व्यर्थ है।