दिल्ली में एक लड़की को जो अपने भाई के साथ घर जा रही थी, को खींचकर मारुती कार में किडनैप कर लिया। रात भर उसके साथ सामूहिक बलात्कार करके प्रातः उसे सड़क पर फेंक दिया। एक पल में जिंदगी उजाड़ दी। कब बदलेगी इन युवकों की गन्दी , भोंडी और विकृत मानसिकता। माता-पिता से कहाँ चूक हो रही है अपने बच्चों को संस्कार देने में। क्या ये वही भारत है जिसकी सभ्यता और संस्कृति पर हम गर्व करते हैं और जहाँ स्त्री को लक्ष्मी की संज्ञा दी जाती है। एक स्त्री किसी की मासूम बेटी है, प्यारी बहन है, ममतामयी माँ है और कदम-कदम पर मुश्किलों पर साथ देने वाली जीवन संगिनी है। कैसे कोई मानवता को भुलाकर स्त्री की अस्मिता के साथ इतना क्रूर मज़ाक कर सकता है। क्यों कुछ युवक सम्पूर्ण पुरुष जाति को कलंकित कर रहे हैं।