Friday, November 22, 2013

यौन शोषण' से कोई आपत्ति नहीं है! उन्हें केवल ईगो-प्रॉब्लम थी

तहलका की चीफ एडिटर, शोमा चौधरी को 'यौन शोषण' से कोई आपत्ति नहीं है! उन्हें केवल ईगो-प्रॉब्लम थी और वे मात्र माफी चाहती थीं जो उनके मित्र तरुण ने बिना शर्त मांग भी ली ! अतः शोमा को अब कोई आपत्ति नहीं है इस तरह कि घृणित घटना से !
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क्या शोमा जानती हैं कि यौन शोषण के आरोप में तरुण को कम से कम सात साल कि सज़ा होती , जिससे वो बच जायेंगे और फिर इन्हें आधार बनाकर, यौन-शोषण के अनेक अन्य आरोपी भी स्वघोषित सज़ा , प्रायश्चित और मात्र माफी आदी से बच जायेंगे ! एक नया रिवाज़ चल जाएगा जो क़ानून के लिए खतरनाक है और स्त्रियों को न्याय पाने से वंचित करेगा ! शोमा को पूरी प्रक्रिया में बाधा नहीं उपस्थित करनी चाहिए ! बलात्कार अथवा यौन शोषण के आरोपी का इस प्राकर बचाव करना एक महिला के लिए अत्यंत शर्मनाक है!

Wednesday, November 20, 2013

भारत-रत्न किसे मिलना चाहिए

भारत-रत्न किसे मिलना चाहिए , इसका criteria क्या है ? और कब वापस मांग लिया जाएगा इसका कोई समय निर्धारित है क्या ?---या सब मौकापरस्त कांग्रेस के मूड पर ही निर्भर करता है?
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File- PTI Photo/Shashank Parade
Case Filed Against PM, Tendulkar Over Bharat Ratna



The awarding of Bharat Ratna to Sachin Tendulkar was drawn to the court today with a petitioner challenging the Centre's decision to bestow the honour on the just-retired cricketer and alleging a 'conspiracy' to ignore hockey legend Dhyanchand.

A local advocate Sudhir Kumar Ojha, in his petition filed in the CJM S P Singh's court, named as accused Prime Minister Manmohan Singh, Home Minister Sushil Kumar Shinde, Sports Minister Bhanwar Jitendra Singh and the secretary to the union home department besides Tendulkar himself for selecting the star cricketer for the honour in a 'conspiratorial manner' soon after his retirement from all formats of the game.

He brought charges against them under sections (offences relating to cheating and dishonesty) 419 (punishment for cheating by personation), 417 (punishment for cheating), 504 (intentional insult with intent to provoke breach of peace) and 120(B) (punishment of criminal conspiracy) of the Indian Penal Code.

Ojha alleged in his petition that the government has cheated the people and hurt their sentiments by going back on its own earlier decision to give the highest civilian honour to Tendulkar and Dhyanchand taking into account a raging debate on the issue and recommending only the cricketer.

He alleged that soon after the 'Master blaster' bid adieu to the game, they conspired to select him for the award for his contributions to the sport and ignore Dhyanchand.

The petition said none of the distinguished persons like former prime minister Atal Bihari Vajpayee, socialist leader Ram Manohar Lohia or other cricketers who had brought glory to the country had been considered for the award.

"But a millionaire like Sachin Tendulkar has been given the award under a conspiracy," the petition said.

Ojha has made JD(U) MP Shivanand Tiwari, who spoke out against the Centre on the issue yesterday, a witness in the case.

The CJM admitted the case and fixed December 10 for the hearing in the matter.

The Centre had announced the decision to confer Bharat Ratna on Tendulkar within hours of his bidding adieu to cricket in Mumbai last week.
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 http://news.outlookindia.com/items.aspx?artid=817807

Wednesday, November 6, 2013

मुझे प्रधानमन्त्री बनना है -- नेहरू

मुझे प्रधानमंत्री बनना है , मुझे प्रधानमन्त्री बनना है कि ज़िद न कि होती तो नेहरू को कोई न बनाता प्रधानमन्त्री।
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 यदि सरदार वल्लभ भाई पटेल ही पहले प्रधानमंत्री होते तो  इस देश कि तस्वीर ही कुछ अलग होती। पाकिस्तानियों , चीनियों और अमरीकियों कि ज़ुर्रत भी नहीं होती भारत देश कि ओर देखने की। देश में राम-राज होता और कांग्रेस में गुलाम अमूल बेबियों और पप्पुओं कि जगह  वीर देशभक्त देशभक्त पैदा होते।

Nehru dynasty  कि यही ज़िद अब राहुल ने पकड़ रखी है। काबिलियत और लयकीयत से कोई वास्ता नहीं है कांग्रेसी-परिवारवादियों को।

जय भारत ! जय पटेल !

फतवा-वालों की चाकरी , कजरारे-केजरी

मुस्लिम वोटों की नाव पर टिकी हुयी है फर्जी नेताओं कि राजनीति, वरना कब कि डूब चुकी होती इनकी नैय्या। फतवा जारी करने वाले मौलवियों कि शरण में हैं केजरीवाल। समर्थन मांगने के लिए ढंग के लोग नहीं मिलते  इन वोट के लालचियों को?

भड़काऊ भाषण द्वारा दंगे भड़काने के आरोप में जेल काट चुके तौकीर रज़ा खान ने लेखिका तस्नीमा नसरीन के खिलाफ फतवा जारी किया। आरोप लगने पर केजरीवाल ने कहा मैं इन्नोसेंट , हूँ मुझे ये सब पता नहीं था ! अरे कोई तो पढ़ाओ लिखो केजरीवाल को , नहीं तो लश्करे तैयबा वाले भी ज्वाइन कर लेंगे "आप" पार्टी को , क्योंकि केजरीवाल तो इन्नोसेंट हैं, आतंकवाद पर अपडेट नहीं रहते हैं ये।

फतवा-वालों की चाकरी , कजरारे-केजरी