Wednesday, December 31, 2014

बेशरम , नंगे आमिर खान

बेशरम , नंगे आमिर खान की बेहूदा फिल्मों को मत देखिये ! हिन्दुस्तान के नपुंसक-सेक्युलर बनकर समाज के इन कलंकों को बढ़ावा मत दीजिये ! जो हिन्दू धर्म , हमारी आस्था और हमारे देवी देवताओं का किसी भी प्रकार से अपमान करे , उसका सम्पूर्ण बहिष्कार होनाचाहिए! सेंसर बोर्ड , सरकार और कानून से न्यायकी उम्मीद मत कीजिये ! अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए, हिंदुत्व काअपमान करने वाली इस "पी के " फिल्म का बहिष्कार करिये !ये लोग हमारे देश को लूटने , हमारी संस्कृति को बर्बाद करने और हिंदुत्व का अपमान करने के लिए ही इस देश में डटे हैं !


Thursday, December 25, 2014

एक सूचना हमारी टाउनशिप वालों के लिए:

चूँकि हमारी टाउनशिप के अधिकाँश लोग हमें पढ़तेहैं अतः सूचना का ये माध्यम बहुत उचित लगा ! कुछ लोगों की ग़लतफ़हमी को देखते हुए ये स्पष्ट कर दूँ कि नवरात्रि-समारोह में एकत्रित चंदे की "शेष-राशि" (२५,२५३ रूपए), जी-1-ब्लॉक की श्रीमती पूजा गुप्ता को १० अक्टूबर 2014 को हस्तांतरित कर दिए गए हैं ! अतः इस संदर्भ में अबउन्हें ही कॉन्टेक्ट किया जाए ! धन्यवाद !

Sunday, December 14, 2014

साध्वी का बयान और आगरा का उत्सव

कुछ लोगों का मानना है कि धर्म परिवर्तन चुपचाप कराना चाहिए था, डंका पीटने कि क्या ज़रुरत थी ! हज़ारों हिन्दुओं का धर्मांतरण कराकर इस्लाम कबूल करा देते हैं और किसी को कानोकान खबर भी नहीं होती ! लेकिन अब सब काम डंके कि चोट पर ही किया जाएगा , चाहे साध्वी का बयान हो या फिर आगरा का उत्सव ! समाजवादियों और नवाज़वादियों को यदि मिर्ची लगे तो वे बुर्का पहनने के लिए स्वतंत्र हैं !

Thursday, November 27, 2014

ARE YOU A SECULARIST?


ARE YOU A SECULARIST? Then please answer these questions for yourself ! There are nearly 52 Muslim countries. --- Show one Muslim country where Hindus are extended the special rights that Muslims are accorded as in India? --- ** Show one country where the 85% majority craves for the indulgence of the 15% minority. --- ** Show one Muslim country, which has a Non-Muslim as its President or Prime Minister. --- --- ** Hindu-majority Maharashtra, Bihar, Kerala, Pondicherry , etc. have in the past elected Muslims as CM’s, ….. Can you ever imagine a Hindu becoming the CM of Muslim - majority J&K? --- ** In 1947, when India was partitioned, the Hindu population in Pakistan was about 24% ….Todayit is not even 1%. In 1947, the Hindu population in East Pakistan (now Bangladesh) was 30% …. Today it is about 7%. --- What happened to the missing Hindus? Do Hindus have human rights? --- ** In contrast, in India, Muslim population has gone up from 10.4% in 1951 to about 14% today; …whereas Hindu population has come down from 87.2% in 1951 to 85%in 1991. Do you still think that Hindus are fundamentalists? --- ** In Indiatoday Hindus are 85%. If Hindus are intolerant, how come Masjids and madrasas are thriving? How come Muslims are offering Namaz on the road? How come Muslims are proclaiming 5 times a day on loud speakers that there is no God except Allah? --- ** When Hindus gave to Muslims 30% of Bharat for a song, why should Hindus now beg for their sacred places at Ayodhya, Mathura and Kashi? --- Why Gandhiji objected to the decision of the cabinet and insisted that Somnath Temple should be reconstructed out of public fund, not government funds. When in January 1948 he pressurized Nehru and Patel to carry on renovation of the Mosques of Delhi at government expenses? --- ** Why Gandhi supported Khilafat Movement(nothing to do with our freedom movement) and what in turn did he get? --- ** If Muslims & Christians are minorities in Maharashtra, UP, Bihar etc., are Hindus not minorities in J&K, Mizoram, Nagaland, Arunachal Pradesh, Meghalaya etc? Why are Hindus denied minority rights in these states? --- ** When Haj pilgrims are given subsidy, why Hindu pilgrims to Amarnath, Sabarimalai & Kailash Mansarovar are taxed? --- ** When Christian and Muslim schools can teach Bible and Quran, …. Why Hindus cannot teach Gita or Ramayan in our schools? --- Do you admit that Hindus do have problems that need to be recognized? Or do you think that those who call themselves Hindus are themselves The problem? --- ** Why post -Godhra is blown out of proportion, when no-one talks of the ethnic cleansing of 4 lakh Hindus from Kashmir? --- ** Why Temple funds are spent for the welfare of Muslims and Christians, when they are free to spend their money in any way they like? --- ** When uniform is made compulsory for school children, why there is no Uniform Civil Code for citizens? --- ** In what way, J&K is different from Maharashtra, Tamil Nadu or Uttar Pradesh, to have Article 370? --- Abdul Rehman Antuley was made a trustee of the famous Siddhi Vinayak Temple in Prabhadevi, Mumbai ….Can a Hindu - say Mulayam or Laloo – ever become a trustee of a Masjid or Madrasa? --- This is not prepared by/for any political party/group … these are the observations and facts.

Friday, November 21, 2014

कलम


चित्रगुप्त की संतानें , कलम की पूजा करती हैं , उनका सौदा नहीं करतीं ! कलम यदि चरण-वंदना में लिप्त हो जाए तो इससे बड़ा अपमान दूसरा नहीं हो सकता एक कलम का !


Tuesday, November 18, 2014

स्मृति चिन्ह (एक यादगार)


स्मृति चिन्ह (एक यादगार) :
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१४ नवम्बर , 'विश्व डायबिटीज़ दिवस'



Wednesday, November 12, 2014

रेत का महल

"रेत का महल" सुना था, होता है कहावतों में 
मालूम ना था मुझको रहना है उसी में , उम्र भर..

Zeal [Divya]

Tuesday, September 2, 2014

बच्चों के साथ चर्चा और उनकी सुरक्षा

एक मित्र ने कौतूहल से पूछा कि क्या आप अपने बच्चों से सभी सामाजिक मुद्दों पर चर्चा कर लेती हैं ? क्या आपको नहीं लगता कि अभी उनकी उम्र बहुत कम है इन सब बातों के लिए?
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मेरा ये मानना है कि जो प्रश्न अथवा परिस्थिति जब उपस्थित हो जाए , तब वही सही वक्त होता है उसका उत्तर देने का, चर्चा करने का और जागरूक करने का !

हमारे पास वक्त बहुत कम होता है ! इंटर पास करते ही बच्चे हॉस्टल चले जाते हैं पढ़ने ! कठिनाईयों से भरी इस दुनिया में कदम रख चुके होते हैं जहाँ हर वक़्त उनके माता-पिता उनके साथ नहीं होते उनके मार्गदर्शन के लिए ! उस समय उनके काम वही आता है जो माता-पिता द्वारा पूर्व में सिखाया या जागरूक किया गया होता है !

यदि हम सोचें की १८ के बाद सही उम्र होती है और हम उन्हें तब जागरूक करेंगे , तब तक बहुत देर हो चुकी होती है ! बच्चे अपनी अज्ञानता या भोलेपन के कारण किसी मुश्किल में पड़ सकते हैं , फिर हमें पछतावा होता है कि काश हमने वक्त रहते अपने बच्चों को समझाया होता , बताया होता अथवा जागरूक किया होता इन मुद्दों पर!

आजकल छोटे-छोटे बच्चे सोशल मिडिया पर ऐक्टिव हैं! अनजान लोगों से बहुत जल्दी संपर्क बना लेते हैं , उनके साथ मनचाही योजनाएं बनाकर खुद को मुश्किल में डाल लेते हैं क्योंकि उन्हें स्वयं ही नहीं पता होता कि माता-पिता से छुपाकर वे किस दलदल में घुसते जा रहे हैं ! स्कूल कॉलेज , कोचिंग आदि का वातावरण भी चिंताजनक है , नयी पीढ़ी खुद को कुछ समझदार भी ज्यादा समझती है , माता-पिता को आउटडेटेड समझती है ! इसलिए यदि समय रहते उनको हर मुद्दे पर अच्छा-बुरा समझाकर अपडेटेड रखा जाए तो उनसे भूल होने कि गुंजाइश कम हो जाती है ! उनकी सुरक्षा कि दृष्टि से ऐसा करना ज़रूरी है!

सबसे अहम ये है कि मुझे ये नहीं पता कि मैं कब तक जीवित रहूंगी ! अतः जीते जी ज्यादा से ज्यादा बात समझा दूँ इस कारण से भी अपने बच्चों के साथ बहुत से सामाजिक मुद्दों (उदाहरण के लिए लव जेहाद और उनसे जुड़े क्रमशः कई अन्य विषयों पर चर्चा कर लेती हूँ )

Friday, August 22, 2014

तुमको "सहज" और खुद को "अकेला" कर लिया..

एक तुम ही तो थे,
जिसके साथ सच को कह-कह कर लड़ती थी..
तुमसे मिले सारे अधिकारों का बेधड़क इस्तेमाल करती थी..
तुम असहज होने लगे थे,
मुझसे सहमकर दूर होने लगे थे ..
इन झगड़ों में छुपे प्यार, अपनापन और अधिकार को, 
समझ नहीं सके तुम ..
अब मैंने तुमसे भी दोस्ती कर ली है.
तुमको "सहज" और खुद को "अकेला" कर लिया है,
फिर से..

Monday, August 18, 2014

आज मेरे परम प्रिय मित्र का जन्मदिन है

आज मेरे आदर्श और परम प्रिय मित्र का जन्मदिन है , जिसने मुझे निरंतर संघर्ष करते रहना सिखाया है! उसका नाम है 'श्रीकृष्ण' ! मुझसे जुड़े सभी मित्रों को कृष्ण-जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं !



Saturday, August 2, 2014

क्या सोनिया अपनी कलम से कांग्रेस के पतन का इतिहास लिख सकेंगीं ?

करारी हार के बाद, निराश होकर आपस में फूट पड़ना स्वाभाविक है ! लेकिन इतना आकुल-व्याकुल होने की आवश्यकता नहीं है ! मौकापरस्त विश्वासघातिये तो हर सदी , हर युग और हर पार्टी हैं रहे हैं ! चुनाव के बाद केजरीवाल की कोर-टीम में कितना दोषारोपण और हंगामा हो चुका है ! नया क्या है ! सोनिया गांधी ने यदि आपकी जान की रक्षा के लिए प्रधानमन्त्री पद ठुकराया या राहुल ने माँ को खो देने के डर से उन्हें प्रधानमन्त्री बनने से रोका तो इसमें बुराई क्या है ? बहुत ही स्वाभाविक है ! और सोनिया का निर्णय उचित ही था, अन्यथा हो सकता है उन्हें सहानुभूति की लहर मिलने के बजाये , भारी विरोध को सहना पड़ता ! अब इन आरोपों के खंडन मात्र के लिए व्यर्थ में किताब लिखने की बात कहना बचकानी लगती है! चमक दमक की सत्ता के बीच रहा व्यक्ति अपनी किताब में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर अपने ही हित में लिखेगा जो सत्य पर पर्दा ही डालेगा ! ऐसी अनावश्यक किताबों से समाज का कोई भला नहीं होने वाला ! और कालांतर में ऐसी पुस्तकें आने वाली पीढ़ियों को दिग्भ्रमित करती हैं ! ऐसी किताबों के लिखे जाने पर भी सख्ती से क़ानून बनना चाहिए ! 

किताबें लिखने का हक़ सिर्फ उसे है जो निष्पक्ष हो ! निष्कलंक हो!

Zeal

20 Generalizations Indian Girls Are Fed Up With

1. Not every girl wants to get married by 23. So before you ASSUME she’s of marriageable age, ask her what her views on marriage are. One hint, might save you the drama- just because she does not want to get married now does not mean she never will. She has other plans for herself right now, let her live a little.
2. Just because a girl wishes to do her PhD after Masters does not mean she doesn’t want to settle down in life. Give her a break, and respect the fact that she has the confidence to take that up, cos yeah, PhD is no joke. There will come a point when she would happily devote herself to her family, and balance it out with her work life. Her degrees, or lack of them, won’t make any difference.  Let her study while she wants to, okay?
3. Just because she is 27 and unmarried does not mean she’s been rejected by many men. Maybe, being single is a choice she has made.
4. Having a boyfriend does not make her characterless.
5. Just because she has recently gone through a break up doesn’t mean she is vulnerable and available.
6. Just because most of her friends are boys, does not mean she is “having a good time” with all of them.
7. Just because she has a drink in her hand does not mean she is an alcoholic.
8. Just because she wore a short skirt to one party does not mean she dresses up that way every day.
9. Just because she is ambitious doesn’t mean she isn’t a family person.
10. Just because she doesn’t discuss her plans doesn’t mean she’s clueless about life. Give her a chance, alright?
11. Just because she is outspoken doesn’t mean she is a rebel.
12. Just because she comes home late from work does not mean she is sleeping around with her colleagues.
13. After a hectic week, give her some time to relax over the weekend. Don’t make that one weekend party make her look like a she’s a frivolous party-girl without a job.
14. Just because she is out shopping alone does not mean she is depressed or lonely. It’s how she relaxes, respect that.
15. Just because she is on a holiday alone does not mean she doesn’t have company.  Maybe it’s a break to get back her lost confidence, or maybe that’s how she is. Admire her spirit instead of giving her advice, okay?
16. Just because she is a woman doesn’t mean she can’t kick ass in military school.
17. Just because she has a tattoo doesn’t mean she is attention seeking. Maybe that’s her way of expression.
18. Just because she doesn’t know how to cook doesn’t mean she won’t make a good wife. Remember when you were just married and cooked chicken curry which was um, a disaster?
19. Just because she likes everything pink and shiny and fluffy doesn’t mean she lives in her own world. She can handle some situations much better  than her male counterparts.
20. Just because she is pretty does not mean she is a whore. And just because she is friendly does not mean she is flirting with you.

Wednesday, July 30, 2014

भईया की कलाई और मेरी राखी

पिछले साल भईया चेन्नई में थे , राखी कैसे बंधती? रक्षाबंधन के दिन फोन पर बात हुयी तो पता चला उन्होंने वहीँ पर तीन राखी खरीदी और वहीँ बैठी दुकानदार की बेटी से तीनों राखियां अपने हाथ पर बंधवा कर उसे हम तीनों बहनों के नाम से ३०० रूपए दे दिए ! बहन दुसरे शहर में थोड़े ही थी , बहन तो पास ही है और हर शहर में है ! जो ख़ुशी उस नन्ही बच्ची के आँखों में थी और भईया के दिल में थी , वो शब्दों से परे है !

इस बार भी भईया , हम बहनों से दूर हैं , लेकिन उसी शहर में हमारी कोई बहन , हमारे भईया की कलाई पर राखी बाँध कर ख़ुशी के आंसुओं के साथ भईया की तरफ देखेगी और भईया की खुशहाली के लिए प्रार्थना करेगी !  I love you भईया  I miss you भईया

Zeal 

Monday, July 28, 2014

"हालात काबू में हैं "



सहारनपुर में "हालात काबू में हैं "
जांच से पता चला है कि "बलात्कार हुआ ही नहीं "
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बुलेट की स्पीड से सब समस्याएं हल हो चुकी हैं ! आप लोग विश्राम कीजिये ! ये भारत है , यहाँ इसी तरह मुद्दे निपटाये जाते हैं ! अच्छे दिन आ गए हैं ! ईद मनाईये !

Zeal

Thursday, July 24, 2014

पति और पत्नी एक-दुसरे पर सबसे ज्यादा अत्याचार तब करते हैं जब..

पति और पत्नी एक-दुसरे पर सबसे ज्यादा अत्याचार तब करते हैं जब वे अपने हँसते-खेलते रिश्ते में प्रेमी और प्रेमिका ढूंढने लगते हैं !
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मेरे कहने का तात्पर्य बस इतना है की हर रिश्ते की अपनी एक अहमियत होती है, उसका सम्मान होना चाहिए ! एक रिश्ते में दूसरा रिश्ता ढूंढने की कोशिश व्यर्थ है ! पति-पत्नी का रिश्ता निस्वार्थ और जिम्मेदारियों से भरा हुआ होता है ! निरंतर संघर्ष और बलिदान होता है ! इसमें अपने लिए कम, और अपनों के लिए ज्यादा जिया जाता है ! जबकि प्रेमी-प्रेमिका का रिश्ता बहुत हल्का होता है ! इसमें अपनी ख़ुशी के लिए जीता है व्यक्ति ! संघर्ष और बलिदान नहीं होता ! किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं होती ! सामाजिक संतुलन बनाये रखकर जीने की बाध्यता नहीं होती ! अपनी ही धुन में मस्त उन्मुक्त उड़ान भरते हैं दोनों ! इसके विपरीत पति-पत्नी के रिश्ते में दुःख और सुख को मिल-बाँट कर जीने का दायित्व होता है !

Zeal

Monday, July 21, 2014

अलबेलों का मस्तानों का ...

ये देश है वीर-खुलासों का ,
रेपों का , आतंकों का !
इस देश का यारों क्या कहना, 
ये देश है दुनियादारों का !
यहाँ चौड़ी छाती नेता कि 
यहाँ भोली शक्लें मीडिया कि
यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में ...

यहाँ आग लगे हर बस्ती में..

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ये देश है वीर जवानों का 
अलबेलों का मस्तानों का


Zeal

Thursday, July 10, 2014

बजट २०१४

आम बजट के 100 मुख्य अंश-

1-सिगरेट, सिगार, गुटखा, तंबाकू महंगे होंगे

2-कोल्ड ड्रिंक्स, बोतलबंद जूस महंगे होंगे

3-तेल साबुन, कंप्यूटर पार्ट्स सस्ते

4-एलसीडी, एलईडी टीवी सस्ते

5-मोबाइल फोन सस्ते हुए

6-रेडीमेड कपड़े, इंपोर्टेड कॉस्मेटिक्स महंगे

7-होमलोन की छूट सीमा 1.5 से बढ़ाकर 2 लाख रुपये की गई

8-आयकर मानक छूट सीमा 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख की गई

9-बुजुर्गों के लिए 2.5 लाख से बढ़ाकर 3 लाख की गई आयकर छूट सीमा

10-15 हजार से कम के मासिक वेतन पर पीएफ नहीं कटेगा

11-कश्मीरी विस्थापितों के पुनर्वास के लिए 500 करोड़ रुपये

12-युवा नेतृत्व कार्यक्रम के लिए 100 करोड़ रुपये

13-उत्तराखंड में हिमालय के अध्ययन केंद्र के लिए 100 करोड़

14-वाराणसी सारनाथ गया के बीच बौद्ध सर्किट बनेगा

15-गंगा के लिए बनेगा एनआरआई फंड

16-गंगा संरक्षण मिशन, नमामि गंगा के लिए 2037 करोड़

17-शहरों की विरासत बचाने के लिए 200 करोड़

18-राष्ट्रीय खेल अकादमियां बनाई जाएंगी

19-सरहदी इलाकों में रेल लाइन के लिए 1000 करोड़

20-जम्मू-कश्मीर में स्टेडियमों के लिए 200 करोड़

21-मणिपुर में खेलों के लिए 100 करोड़ रुपये

22-पीपीएफ में अब 1.5 लाख रुपये का निवेश संभव

23-सेना में वन रैंक वन पेंशन के लिए 1,000 करोड़ रुपये

24-युद्ध स्मारक के लिए 100 करोड़ रुपये

25-बुनियादी क्षेत्र में लंबी अवधि के कर्ज को बढ़ावा

26-14 हजार किलोमीटर गैस पाइपलाइन बिछाने का लक्ष्य

27-8500 किलोमीटर नए नेशनल हाइवे बनेंगे

28-16 नए बंदरगाह प्रोजेक्ट

29-गंगा में इलाहाबाद के हल्दिया तक जहाज चलेंगे

30-वित्तीय क्षेत्र में एक केवाईसी नॉर्म होगा

31-हर परिवार का बैंक अकाउंट खोलने पर जोर

32-एक बैंक अकाउंट पर एक डीमैट अकाउंट का प्रस्ताव

33-चिटफंड कानून में सुधार का प्रस्ताव

34-कृषि उत्पादों के भंडारण के लिए 5 हजार करोड़ रुपये

35-वाराणसी के बुनकरों के लिए 50 करोड़ रुपये का फंड

36-राष्ट्रीय राजमार्गों और सड़कों के लिए 37हजार करोड़

37-गंगा परियोजना के तहत जलमार्ग विकास होगा

38-सरकारी-निजी साझेदारी को बढ़ावा देंगे

39-हस्तकला अकादमी के लिए 30 करोड़ रुपये

40-अल्ट्रा मॉर्डन ताप बिजली तकनीक के लिए 100 करोड़

41-अत्याधुनिक सौर योजनाओं के लिए 500 करोड़

42-पश्मीना उत्पादन के लिए 50 करोड़

43-चार फीसदी कृषि दर हासिल करने का लक्ष्य

44-कमजोर तबकों को सस्ता चावल-गेहूं मुहैया कराना प्राथमिकता

45-किसान टेलीविजन के लिए 100 करोड़ रुपये

46-कृषि कर्ज के लिए आठ लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य

47-समय पर कृषि ऋण लौटाने वालों को 3 फीसदी की ब्याज छूट इस साल भी जारी रहेगी

48-किसानों को हेल्थ कार्ड के लिए 100 करोड़ रुपये

49-जलवायु परिवर्तन के लिए एक राष्ट्रीय केंद्र

50-5 लाख किसान समूहों को नाबार्ड से मदद

51-500 करोड़ के महंगाई फंड का ऐलान

52-साफ पानी के लिए 3650 करोड़ रुपये

53-600 नए सामुदायिक रेडियो स्टेशन खोले जाएंगे

54-कृषि आधुनिकीकरण के लिए दो नए केद्रों पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे

55-अहमदाबाद और लखनऊ में मेट्रो के लिए 100 करोड़ रुपये

56-मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए 100 करोड़ रुपये

57-गांवों में ब्रॉडबैंड के लिए डिजिटल इंडिया योजना

58-देश में पांच नए आईआईटी और पांच नए आईआईएम के लिए 500 करोड़ रुपये

59-नेशनल हाउसिंग बैंक योजना के लिए आठ हजार करोड़ रुपये

60-चार नए एम्स के लिए 500 करोड़ रुपये

61-बुजुर्गों के लिए एम्स में अलग से दो सेंटर

62-खाद और पेट्रोलियम सब्सिडी की समीक्षा होगी

63-नए शिक्षक प्रशिक्षण के लिए 500 करोड़ रुपये

64-नई यूरिया नीति का प्रस्ताव

65-प्रधानमंत्री सड़क योजना के लिए 14 हजार करोड़ रुपये

66-ग्रामीण उद्यमिता के लिए 100 करोड़ रुपये

67-ईपीएफ योजना के तहत श्रमिकों के लिए न्यूनतम 1,000 रुपये की पेंशन

68-संस्थान बदलने पर भी कर्मचारियों का ईपीएफ खाता नंबर समान ही रहेगा

69-50 हजार करोड़ रुपये दलित योजना के लिए

70-बड़े शहरों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय 150 करोड़ रुपये देगा

71-1,000 करोड़ रुपये से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत

72-500 करोड़ रुपये ग्राम ज्योति योजना के लिए

73-सरदार पटेल की मूर्ति के लिए 200 करोड़ रुपये

74-सीधे विदेशी निवेश के लिए कुछ रियायतें

75-2019 तक हर घर में शौचालय की योजना

76-7060 करोड़ रुपये नए शहरों के लिए

77-बीमा क्षेत्र में एफडीआई 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत तक

78-बैंकिंग व्यवस्था को और मजबूत करेंगे

79-रक्षा में एफडीआई को 49 फीसदी तक लाया जाएगा

80-हम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा देंगे

81-रोजगार को बढ़ावा देने वाले उद्योग जरूरी

82-कालाधन देश की अर्थव्यवस्था के लिए अभिशाप, इसे खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे

83-चालू वित्त वर्ष में 4.1 प्रतिशत राजकोषीय घाटे का लक्ष्य कठिन, लेकिन मैंने इसे चुनौती के तौर पर स्वीकार किया है

84-अगले साल 3.6 फीसदी वित्तीय घाटा रखने का लक्ष्य

85-खर्च प्रबंधन आयोग बनाएगी सरकार

86-घरेलू कंपनियों को भी एडवांस टैक्स रूलिंग की सुविधा देने का प्रस्ताव

87-2015-16 में वित्तीय घाटा कम कर 3 प्रतिशत पर लाएंगे

88-दलितों और आदिवासियों को खाद्य संरक्षण भी देंगे

89-रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स नहीं लाने जा रही है सरकार

90-हम निवेशकों के अनुकूल टैक्स नीति लाएंगे

91-बीते दो सालों ने हमारी चुनौतियां बढ़ाई हैं

92-लगातार मंदी कई उभरती अर्थव्यवस्थाओं में

93-विश्व अर्थव्यवस्था 3.4 प्रतिशत से बढ़ने की उम्मीद

94-भारतीय अर्थव्यवस्था को इन्हीं से रास्ता निकालना होगा

95-एनडीए के पहले बजट में मकसद नीति-निर्धारण

96-शुरुआती लक्ष्य 7-8 फीसदी वृद्धि दर

97-देश की बड़ी आबादी गरीबी रेखा के नीचे

98-सबका साथ सबका विकास लक्ष्य पूरा करना

99-टैक्स जीडीपी अनुपात सुधारने की जरूरत

100-बुनियादी क्षेत्र और विनिर्माण में वृद्धि जरूरी

Sunday, July 6, 2014

भारत के जांबाज़ सेक्युलर हीरो

लाउडस्पीकर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ी या सेक्युलर हीरो बने बैठे हैं ? गंवार जनता तो है ही आपस में लड़ने मरने को ! यदि बीजेपी इसी तरह अपना उल्लू सीधा करती रही तो वो दिन दूर नहीं जब भारत में सिर्फ मुल्ले ही बचेंगे और मोदी की बुलेट-ट्रेन में मुल्ले ही सफर करेंगे बैंड-बाजा-लाउडस्पीकर लेकर! 


और ये शंकराचार्य ? हिन्दू धर्म के इस ठेकेदार ने अपना मुंह खोला की नहीं इस मुद्दे पर ? या केवल हिन्दू को हिन्दू से ही लड़ाना आता है ! जब मुल्लों के खिलाफ जहर उगलना होता है तो गंगा में डुबकी लगाने लगते हैं ?? सेफ डुबकी ! सेफेस्ट डुबकी ?

अरे दिलदारी तो "चीन" से सीखो ! रमज़ान के महीने में मुसलामानों के रोज़ा रखने पर बैन लगा दिया ! ये देश स्वदेशी का भी सम्मान करता है और अपने लोगों को स्वाभिमान से जीने का मौक़ा भी देता है ! दुश्मनों को भली भाँती पहचानता है ! वोट बैंक बनाकर अपना ज़मीर नहीं बेचता ! चुनाव अपने दम पर जीतता है !



Zeal

Tuesday, July 1, 2014

नेता पंगु बनाकर रखते हैं देश को

हम विदेशों से सामान खरीदते हैं , विदेश हमारी प्रतिभाओं को खरीदकर हमारा दिमाग खरीद लेता है !


फ्रांस, कनाडा, जर्मनी और सिंगापुर के उपग्रह भेजने में सक्षम है भारतीय इसरो (ISRO ) निर्मित PSLV -C -२३ नामक रॉकेट ! इससे सिद्ध होता है की भारतीय वैज्ञानिक इन विकसित देशों के वैज्ञानिकों से कहीं बेहतर हैं ! हमरी टेक्नोलॉजी बहुत उन्नत है ! वैसे भी विदेशों में भी ४२ % भारतीय ही बैठे हैं उच्च पदों पर ! उनकी बुद्धि का पूरा लाभ ले रहे हैं विदेशी ! अज्ञानी तो हमारे ही नेता जो अपने देश की प्रतिभाओं को नहीं पहचानते ! या फिर जानबूझ कर इनके पर कुतर देना चाहते हैं ताकि ये खुले आसमान में उड़ान ही न भर सकें ! अब स्वदेशी नहीं विदेशी सामान मगाएंगे , उनकी टेक्नोलॉजी खरीदने में पूरा देश बेच देंगे ! खुद पर भरोसा जो नहीं है !

हम विदेशियों पर जब तक आश्रित रहेंगे , तब तक तरक्की नहीं कर सकेंगे कभी ! पंगु ही रहेंगे !

हम विदेशों से सामान खरीदते हैं , विदेश हमारी प्रतिभाओं को खरीदकर हमारा दिमाग खरीद लेता है !

Irony 

Sunday, June 29, 2014

भारतीय प्रतिभाएं और सरकारों की विदेशी गुलामी


भारतवर्ष में प्रतिभाओं का अनमोल खजाना भरा पड़ा है ! इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज के तीन छात्र अभेन्द्र, सौरभ और अभिषेक ने अपने कॉलेज के सामने के नाले से निकलने वाली मीथेन गैस पर गैस-प्लांट लगा दिया !

इस कॉलेज के सामने चाय बेचने वाले चार-पांच गरीब दुकानदारों को प्रतिमाह एलपीजी की जगह मीथेन इस्तेमाल करने के कारण उनका एक हज़ार रुपया बच रहा है ! अब ४००० की जगह ५००० की मासिक आमदनी हो गयी है उनकी ! मिटटी में खेलते अपने बच्चों को भी स्कूल में दाखिला दिला दिया !

काश हमारी सरकारें भी इन छोटी छोटी बचत पर ध्यान दें तो एलपीजी इतनी महँगी न करने पड़े ! गरीबों की आमदनी भी बढे और हमारी भारतीय प्रतिभाएं भी विदेशों को पलायन न करें !

स्वदेशी अपनाओ ! विदेशी कंपनियों की गुलामी को नकारो !

Zeal (Divya)

Thursday, June 26, 2014

मलाई तो मौकापरस्त ही खाएंगे






हिन्दू जाग भी गया और एकजुट भी हो गया लेकिन मलाई तो मुल्ले ही खाएंगे !

Monday, June 23, 2014

लिख डालो इतिहास , ये तारीख तुम्हारी है ...

जिनके घर कांच की दीवारों के बने होते हैं वे दूसरों की खिड़कियों पर पत्थर नहीं फेंका करते ! और कांच के घर सिर्फ नेताओं के होते हैं ! इसलिए चुनाव जीते हुए नेता ही सबसे ज्यादा डर में जीते हैं ! उन्हें ये डर लगातार सताता रहता है की पता नहीं कौन कब उनकी पोल खोल देगा ! कौन पुराना वीडियो लेकर प्रकट हो जाएगा ! सत्ता में बैठा नेता यदि कुछ अच्छा भी करना भी चाहता है तो अन्य दुसरे नेता उसे धमका कर उसकी बोलती बंद कर देते हैं! डरा हुआ सत्ताधारी अपने बढे हुए क़दमों को पीछे खींच लेता है ! ये सिलसिला चलता रहता है और बदलाव कभी आ नहीं पाता ! सब एक ही थैली के चट्टे बट्टे निकलते हैं !

हवाओं के रुख को मोड़ दे वो सिर्फ और सिर्फ एक सत्यवादी ही हो सकता है ! सत्य की राह पर चलने वाला कभी किसी से डरता नहीं है और कुछ भी खो देने का भय नहीं होता है उसे ! अतः सत्ता में बैठे नेताओं से मेरा निवेदन है की जो भी देशहित में उचित लगे , उसे लागू कर दो ! विरोधियों से डरो मत ! आज की तारीख तुम्हारी है, यदि आज नहीं लिखा इतिहास तो दोबारा ये मौक़ा मिले ना मिले !

Thursday, June 19, 2014

निर्मम समाज

डार्विन की थ्योरी है "सर्वोत्तम की उत्तरजीविता" अर्थात 'सर्वाइवल ऑफ़ द फिट्टेस्ट' ! जो थपेड़ों से लड़कर आगे निकल जाता है वही बचता है, कमज़ोर टहनियां लचक जाती है!

बलात्कार , छेड़छाड़ , मानसिक प्रताड़ना, घरेलू हिंसा आदि को देखते हुए यही लगता है की स्त्री को यदि इस समाज में सर्वाइव करना है तो उसे बेहद कठोर , साहसी , निडर , निर्भीक , शारीरिक और मानसिक रूप से बेहद दृढ बनना होगा !

उपरोक्त गुण पुरुषों से ही ग्रहण करने होंगे ! पुरुषों की निर्दयता से निपटने के लिए पुरुषोचित गुणों को ही धारण करना होगा ! उन्हीं के हथियार से उनपर विजय हासिल होगी ! आँसुओं से कुछ हासिल नहीं होता !

घर हो अथवा दफ्तर , या हो फेसबुक ! सभी जगहों पर स्त्री के साथ हो रही निर्ममता का जवाब , पुरुषोचित निर्ममता से ही देना होगा तभी आपकी उत्तरजीविता बनी रहेगी अन्यथा आप समय के साथ इसी तरह कुचले जाते रहेंगे! 


हर व्यक्ति ममता का अधिकारी नहीं होता !

Sunday, June 15, 2014

विलुप्त होता आयुर्वेद


अथर्ववेद के उपवेद "आयुर्वेद" का निरंतर हश्र हो रहा है ! सृष्टि की उत्पत्ति के समय ब्रम्हा जी के मुख से निकली और वेदों में वर्णित इस चिकित्सा पद्धति को निरंतर तिरस्कृत किया जा रहा है ! सरकार चाहे कितनी भी क्यों न बदल जाएँ , आयुर्वेद को नहीं उठाया जाता ! सभी को मात्र २०० वर्ष पुरानी एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति का ही विकास करना होता है ! बड़े बड़े अस्पताल AIIMS जैसे अस्पताल खुलेंगे हर राज्य में , इसकी घोषणा होती है , लेकिन आयुर्वेद के उत्थान के लिए कोई सरकार नहीं सोचती ! ऐलोपैथिक के नाम पर बड़ी बड़ी मल्टीनेशनल कम्पनियाँ जनता को लूटती हैं और ऐलोपैथिक डॉक्टर, इन महंगे मल्टी-फैसिलिटी अस्पतालों के नाम पर रोगियों को बुरी कदर लूटते हैं और जनता त्राहि त्राहि कर उठती है !

विलुप्त होते बाघों को तो बचाया जाएगा लेकिन विलुप्ति की कगार पर खड़ी इस सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा पद्धति को संरक्षित करने , शोध करने , विकास करने और इनके अस्पताल खुलवाने के बारे में कोई नहीं सोचता !

यदि आयुर्वेद के साथ इतना ही सौतेला व्यवहार करना है तो इसे पूर्णतयः बंद कर देना चाहिए ! हज़ारों प्रतिभावान क्षात्र क्षात्राएं आयुर्वेद पढ़कर प्रतिवर्ष बेरोजगार हो रहे हैं ! उन्हें नौकरी के लिए चंद शहरों में स्थित आयुर्दिक मेडिकल कॉलेज में यदि लेक्चरर की नौकरी मिल गयी तो ठीक वरना आयुर्वेदिक अस्पातालों के ना होने के कारण एक आयुर्वेदिक डॉक्टर को अपनी एक दुरूह प्राइवेट प्रैक्टिस के लिए मजबूर होना पड़ता है जिसमें संघर्षों और अवरोधों के साथ अपनी परिवार का पालन भी ठीक तरह से नहीं कर पाता !

Saturday, June 7, 2014

शिक्षा एवं लोकतंत्र

लोकतंत्र बहाल रहे इसके लिए ज़रूरी है समाज में हर तरह की विचारधारा को स्थान मिले! और विभिन्न विचार सुरक्षित रहे समाज में इसके लिए हर तरह के स्वर उठने चाहिए , उनका दमन नहीं किया जाना चाहिए ! आवाज़ दो तरह से उठती है , एक सड़कों पर उत्तर कर क्रान्ति आती है , दूसरा लेखन के माध्यम से आवाज़ उठाई जाती है ! लेखन चिरकालीन है ! सदियों पुरानी घटनाएं भी लेखन के माध्यम से ही सुरक्षित रहती हैं ! सड़कों पर हुयी क्रांन्ति भी लेखन के माध्यम से ही संजोयी जाती हैं !यदि कोई लिखने वाला ही नहीं होगा और समसामयिक विषयों और मुद्दों पर वैचारिक मतभेदों को उजागर करने वाला ही नहीं होगा तो समाज में मोनोपोली हो जायेगी ! आने वाली संतति को सही और गलत को समझने की विभेदक बुद्धि नहीं मिलेगी ! समाज का सर्वांगीण विकास न होकर एकांगी विकास होगा और लोकतंत्र का एक बहुत बड़ा हिस्सा अपना दम तोड़ देगा ! समाज भी शरीर में होने वाले पक्षाघात (पैरालिसिस) की तरह ही अपाहिज हो जाएगा !
लोकतंत्र में शिक्षा का सबसे बड़ा योगदान है ! जैसी जिसकी शिक्षा वैसी ही उसकी समझ और वैसा ही उसका लेखन ! बुद्धिजीवियों से एक विशेष आग्रह है की अपनी सोच को परिष्कृत कर समाज में सकारात्मक योगदान करें ! समाज में उठने वाली किसी भी विचार अथवा आइडियोलॉजी को दबाने की कुचेष्टा न करें ! आपकी प्रतिक्रियाएं दुराग्रहों से भरी हुयी ना होकर एक स्वस्थ प्रतिक्रिया होनी चाहिए ! पूर्वाग्रहों से रहित स्वस्थ विचार लिखें ! आपकी प्रतिक्रिया आपकी शिक्षा, संस्कार, पारिवारिक और सामाजिक परिवेश को उजागर करती है !

जय शारदे ! जय लोकतंत्र !

ज़रुरत है एक विदेशी प्रधानमन्त्री की

ज़रुरत है एक विदेशी प्रधानमन्त्री की 
(कृपया टेंडर भरिये)
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हम गरीब हैं 
हम लाचार हैं 
हमारे पास पैसा नहीं है 
हमारे पास संसाधन नहीं है 
हमारे देश से प्रतिभाएं विदेश पलायन कर जाती हैं 
हम क्या करें , हम मजबूर हैं विदेशियों से मदद लेने के लिए 
विदेशियों आओ , हमें बचाओ, हमारी भुखमरी मिटाओ 
अपनी कम्पनियाँ लाओ , धान उगाओ , हथियार बनाओ
कुछ भी करो , लेकिन हमें बचाओ
हो सके तो विदेशी कंपनियों के साथ एक विदेशी प्रधानमन्त्री भी निवेश कर दो !

जय विदेश ! ! जय विदेश !

"मृगतृष्णा"

क्या वास्तव में भारत "कांग्रेस मुक्त " हो सकेगा या ये भी महज एक "मृगतृष्णा" है! केजरीवाल ने बिजली पानी और जन लोकपाल के मन लुभावन वादे किये और भाग खड़ा हुआ ! शीला दीक्षित के खिलाफ ३७० पन्ने के सबूत होने की बात कही , लेकिन जब कार्यवाई करने का वक़्त आया तो मुकर गया ! अब वही काम मोदी भी कर रहे हैं ! बड़ी बड़ी रैलियां कीं ! शहजादे , वाड्रा और सोनिया के भ्रष्टाचार का पुराण खोला ! पाकिस्तान के खिलाफ ज़हर उगलकर जनता का वोट बटोरा ! अब जब सत्ता हाथ आ गयी तो वाड्रा समेत नवाज़ शरीफ को भी माफ़ कर दिया ! प्यार एवं भाईचारा बरसने लगा ! पाकिस्तान से अमरीका तक , काठमांडू से कांग्रेस तक सभी अपने हो गए !

कांग्रेस कोई पार्टी नहीं , महज़ एक मानसिकता है ! जिसका अर्थ है जनता को उल्लू बनाकर चुनाव जीत लेना फिर मनमाने तरीके से शासन करना ! जनता की भावनाओं और अपेक्षाओं का ध्यान नहीं रखा जाता जिसने बड़ी उम्मीद से चुन कर भेजा होता है इन्हें !सत्ता के नशे में जिसका सबसे ज्यादा अपमान होता है वो है मासूम जनता ! वो ही ठगी जाती है हर बार !

बीजेपी हो या कोई भी अन्य पार्टी , सत्ता में आने के बाद ये भी अपने आचार विचार और व्यवहार से "कांग्रेस " बन जाती है !

चुनावी मुद्दों को दरकिनार कर मनमानी करना ही भारतीय राजनीतिक पार्टियों का एजेंडा है ! सब एक जैसी हैं ! सत्ता में आने के बाद इन लीडरों का आई क्यु (IQ) और विज़न एक जैसा हो जाता है!

वन्दे मातरम !

Monday, June 2, 2014

प्रजातंत्र

विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है भारत देश का ! लेकिन कि इस लोकतंत्र कि रक्षा का दायित्व उठाने वाले मात्र मुट्ठी भर हैं ! जनता जब मतदान करती है तो राष्ट्रहित में करती है, किसी व्यक्ति विशेष कि उपासक होकर नहीं ! नेतृत्व में आस्था उस नेता का सम्बल होता है , लेकिन अंधभक्तों द्वारा नेताओं का चरण-चुम्बन उस नेता का नुक्सान करता है और देश में गुंडाराज ला देता है !

उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में बसपा से त्रस्त जनता ने अखिलेश यादव कि लहर को बना दिया ! जनता ने सोचा था कि अखिलेश इस राज्य को बेहतर बनाएगा ! शायद वो बेहतर बना भी पाता, लेकिन उसके अंधभक्त और अज्ञानी समर्थकों ने उसे पूरा बर्बाद कर दिया ! प्रदेश में गुंडाराज आ गया और अखिलेश यादव कि नेतृत्व-क्षमता और ऊर्जावान सोच ही समाप्त हो गयी !

इसी प्रकार इस बार लोकसभा चुनावों में जनता के बड़े हिस्से ने मोदी को जिताया है ! किन्तु एक बड़ा वर्ग आ भी आज भी उनके साथ नहीं है जो ये सिद्ध करता है कि देश में लोकतंत्र है ! सभी उपासक नहीं हैं किसी एक ही व्यक्ति विशेष के ! किन्तु भय एक बात का है कि कहीं मोदी-उपासक इस सरकार को भी बर्बाद न कर दें ! गुंडाराज न ला दें !मेरी पोस्टों पर आने वाले कुछ लोग मोदी के अंध-भक्त हैं जो देशहित में ना लिखकर पूर्वागहों से ग्रसित होकर टिप्पणी करते हैं , जिसमें वे अत्यंत खूंखार होकर दुराग्रह पर उत्तर आते हैं ! व्यक्तिवाद उचित नहीं है ! यदि वे इस तरह से काम करेंगे तो अखिलेश यादव के गुंडों और मोदी के गुंडों में कोई अंतर नहीं रह जाएगा !

निस्वार्थ होकर राष्ट्रहित में लिखिए , व्यक्तिवाद (किसी एक ही व्यक्ति कि उपासना) मत करिये तभी लोकतंत्र बहाल रहेगा !

Tuesday, May 27, 2014

लोकतंत्र के प्रहरी

वो कहते हैं न की जो निठल्ले घर से नहीं निकलते वोट डालने के लिए , उन्हें कोई अधिकार भी नहीं होता सरकार पर उंगली उठाने के लिए ! और जिसने वोट डाला है उसे पूरा अधिकार है की लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रधानमन्त्री के निर्णयों की समीक्षा करता चले ! जो अनुचित लगे उसका विरोध करे ! प्रधानमन्त्री समेत प्रत्येक सांसद को ये सनद रहे की एक -एक वोट उन पर कर्ज है ! ये लोग अपनी अपनी कुर्सियों पर बैठकर देश की सेवा करें ! हम अपनी कलम से "लोकतंत्र" की रक्षा करेंगे !
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कलम बिकाऊ नहीं है ! वन्दे मातरम !


Friday, May 23, 2014

सही व्यक्ति को ही श्रेय मिलना चाहिए

राष्ट्रगान 'जन गण मन' की मौलिक धुन सुभाष चन्द्र बोस जी द्वारा लिखित कविता से ली गयी हैं जो उन्होंने 'आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना के बाद लिखी थीं और उनकी धुन बनायी थी कैप्टन राम सिंह' ने अतः इसका श्रेय उसके सही हकदारों को ही मिलना चाहिए ! राष्ट्रगान इस धुन पर १९५० के बाद से गाया जा रहा है ! इसके पहले इसे मात्र एक कविता पाठ के रूप में गाया जाता रहा है !इस धुन का श्रेय कैप्टन राम सिंह को जाता है ,जिनका कहीं उल्लेख नहीं मिलता !

सुभाष चन्द्र बोस द्वारा लिखित मौलिक गान नीचे लिखा है !
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सब सुख चैन की बरखा बरसे, भारत भाग है जागा
पंजाब सिंध गुजरात मराठा द्रविड़ उत्कल बंग
चंचल सागर विंध्य हिमालय नीला जमुना गंगा
तेरे नित गुण गाएं, तुझसे जीवन पाएं
पाएं सब तन आशा
सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा
जय हो जय हो जय हो
जय जय जय जय हो
भारत नाम सुभागा

सब के दिल मे प्रीत बसाए, तेरी मीठी बानी
हर सूबे के रहने वाले, सब मजहब के प्राणी
सब भेद और फर्क मिटा के, सब गोद मे तेरी आ के
गूंधे प्रेम की माला
सूरज बन कर जग पर बरसे, भारत नाम सुभागा
जय हो जय हो जय हो
जय जय जय जय हो
भारत नाम सुभागा

सुबह सवेरे पंख पखेरू, तेरे ही गुण गाएं
बास भरी भरपूर हवाएं, जीवन मे रुत लाएं
सब मिलकर हिन्द पुकारे, जय आज़ाद हिन्द के नारे
प्यारा देश हमारा
सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा
जय हो जय हो जय हो
जय जय जय जय हो
भारत नाम सुभागा

Sunday, May 18, 2014

दिव्या की आ गयी सरकार

जनता ने है दम दिखलाया, 
कांग्रेस को दिया नकार !
आज दिवाली-होली है, 
आ गयी अपनी मोदी सरकार !!
झूमो-- नाचो-- गाओ --यार, 
भाग गए अब दिन बेकार ,
लड्डू खाओ ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्जमकर चार 
दिव्या की आ गयी सरकार  

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मोदी सरकार आने पर वादे के अनुसार पारिवारिक मित्रों को पार्टी देने का वादा पूरा हुआ ! 








Tuesday, May 13, 2014

प्यार इसी को कहते हैं

मातृ दिवस पर बेटे सुयश से ये पीला कुर्ता उपहार मिला है और बेटी अदिति ने माचिस की डिब्बी से बनाकर ये ड्रेसिंग टेबिल उपहार दिया है ! पहली बार मैंने कुछ सीखा अपने बच्चों से ! हम तो व्यस्तता भरी इस ज़िन्दगी में उनके जन्मदिन के उपहार और उनके दोस्तों को पार्टी आदि मशीनीकृत होकर एक रूटीन की तरह कर देते हैं ! लेकिन बच्चों ने अपनी माँ को सरप्राईज़ देने के लिए अपने डैडी के साथ जाकर छोटे छोटे सजावट के सामान खरीदे फिर तकरीबन दो घंटे की अथक मेहनत से ये 'वैनिटी बॉक्स' तैयार किया ! दिन भर किचन में मुझे कोई काम भी नहीं करने दिया ! प्यार इसी को कहते हैं !हमने कहा--क्या रोज नहीं मिल सकता ये स्नेह ? उन दोनों ने कहा -- बहुत महँगा पडेगा हमें , इतने में ही दो महीने की सेविंग खर्च हो गयी  



Thursday, May 8, 2014

जीवन का सबसे नायाब तोहफा


कल चिड़ियों के लिए पानी रखने के लिए 'मिटटी का कोसा' खरीदा , फिर एक छोटी सी गगरी भी खरीद ली, जिनके मूल्य क्रमशः ३५ रूपए और ३० रूपए थे! वहीँ मुझे एक छोटा सा 'मीठी नीम' का पौधा रखा दिखा , हमने पूछा क्या ये भी बेच रहे हो ? उसने कहा नहीं ! हमने कहा दे दो , जो दाम हो ,ले लेना ! उसने मना कर दिया ! हम लोग गगरी आदि लेकर गाड़ी में बैठ गए! चलने ही वाले थे की अदिति ने कहा -"डैडी रुकिए, वो पौधा लेकर आ रहा है" ! हमने दरवाजा खोला उसने मुस्कुराते हुए हमें वो पौधा पकड़ा दिया ! फिर पतिदेव ने बहुत चेष्टा की उसे दाम देने की , कहा की नाम मात्र के लिए ही ले लो कम से कम , लेकिन वो मुस्कराता रहा पर रूपए नहीं लिए उसने ! फिर हम घर की और चले दिए!

अदिति बोली - " डैडी गरीब लोगों का दिल कितना बड़ा होता है" इन्होने कहा --" बेटा गरीब लोगों का ही दिल बड़ा होता है "

अब ये नन्हा सा 'तोहफा' मेरी बगिया की शोभा बढ़ा रहा है जो उत्तरोत्तर बड़ा होता जाएगा और मेरे साथ रहेगा !

मेरा अपने पाठकों से निवेदन है की भले ही फ्रिज का पानी क्यों न पीते हो वे हर गरमी में कुम्हार की दूकान से एक घड़ा /मटका/ गगरी अवश्य खरीदें ! ये ही इनकी जीविका का साधन है ! और मटके का पानी स्वास्थ्य के लिए भी उत्तम है !







Sunday, May 4, 2014

कांग्रेस कराती है दंगे

राहुल गांधी ने कहा है कि यदि मोदी सरकार आई तो २२ हज़ार लोगों की मौत हो जायेगी !!
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राहुल कान खोल कर सुन लो , अपनी बेहूदा बयानबाजी बंद करो ! कांग्रेस ने ८४ के दंगे कराये और पकड़ी गयी , २००२ में गुजरात दंगे भी कांग्रेस ने कराये और आरोप लगाया मोदी पर ! अब असम में दंगे भी कांग्रेस करवा रही है और कपिल सिब्बल नामक चप्पलखोर मोदी को बदनाम कर रहा है !

राहुल तुम २२ हज़ार लोगों की मौत किस आधार पर कह रहे हो ? क्या तुम लोगों की दंगे की साजिश में ये भी तय कर लिया गया है की कितने लोगों को मौत के घाट उतारना है ?  राहुल तुम अपनी जबान को लगाम दो , अब खून की होली और नहीं खेलने दी जायेगी कांग्रेस को ! समझ लो पप्पू , अब और नहीं बर्दाश्त करेंगे तुम्हें !

Wednesday, April 23, 2014

कांग्रेस का असली चेहरा

कांग्रेस भ्रष्टाचार का विरोध इसलिए नहीं करती क्योंकि पर्त दर पर्त इनकी खादानी बखिया उधड़ती चली जायेगी ! स्विस पत्रिका (नवम्बर १९९१) में छपे तत्कालीन खाताधारकों में 'राजीव गांधी' की तस्वीर देखिये ! राजीव गांधी की तस्वीर के नीचे लिखा है उस समय (१९९१) का इनका बैंक बैलेंस जो है '2.5 billion Swiss Francs' अर्थात 13,200 करोड़ रूपए !
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