Tuesday, May 27, 2014

लोकतंत्र के प्रहरी

वो कहते हैं न की जो निठल्ले घर से नहीं निकलते वोट डालने के लिए , उन्हें कोई अधिकार भी नहीं होता सरकार पर उंगली उठाने के लिए ! और जिसने वोट डाला है उसे पूरा अधिकार है की लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रधानमन्त्री के निर्णयों की समीक्षा करता चले ! जो अनुचित लगे उसका विरोध करे ! प्रधानमन्त्री समेत प्रत्येक सांसद को ये सनद रहे की एक -एक वोट उन पर कर्ज है ! ये लोग अपनी अपनी कुर्सियों पर बैठकर देश की सेवा करें ! हम अपनी कलम से "लोकतंत्र" की रक्षा करेंगे !
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कलम बिकाऊ नहीं है ! वन्दे मातरम !


Friday, May 23, 2014

सही व्यक्ति को ही श्रेय मिलना चाहिए

राष्ट्रगान 'जन गण मन' की मौलिक धुन सुभाष चन्द्र बोस जी द्वारा लिखित कविता से ली गयी हैं जो उन्होंने 'आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना के बाद लिखी थीं और उनकी धुन बनायी थी कैप्टन राम सिंह' ने अतः इसका श्रेय उसके सही हकदारों को ही मिलना चाहिए ! राष्ट्रगान इस धुन पर १९५० के बाद से गाया जा रहा है ! इसके पहले इसे मात्र एक कविता पाठ के रूप में गाया जाता रहा है !इस धुन का श्रेय कैप्टन राम सिंह को जाता है ,जिनका कहीं उल्लेख नहीं मिलता !

सुभाष चन्द्र बोस द्वारा लिखित मौलिक गान नीचे लिखा है !
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सब सुख चैन की बरखा बरसे, भारत भाग है जागा
पंजाब सिंध गुजरात मराठा द्रविड़ उत्कल बंग
चंचल सागर विंध्य हिमालय नीला जमुना गंगा
तेरे नित गुण गाएं, तुझसे जीवन पाएं
पाएं सब तन आशा
सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा
जय हो जय हो जय हो
जय जय जय जय हो
भारत नाम सुभागा

सब के दिल मे प्रीत बसाए, तेरी मीठी बानी
हर सूबे के रहने वाले, सब मजहब के प्राणी
सब भेद और फर्क मिटा के, सब गोद मे तेरी आ के
गूंधे प्रेम की माला
सूरज बन कर जग पर बरसे, भारत नाम सुभागा
जय हो जय हो जय हो
जय जय जय जय हो
भारत नाम सुभागा

सुबह सवेरे पंख पखेरू, तेरे ही गुण गाएं
बास भरी भरपूर हवाएं, जीवन मे रुत लाएं
सब मिलकर हिन्द पुकारे, जय आज़ाद हिन्द के नारे
प्यारा देश हमारा
सूरज बन कर जग पर चमके, भारत नाम सुभागा
जय हो जय हो जय हो
जय जय जय जय हो
भारत नाम सुभागा

Sunday, May 18, 2014

दिव्या की आ गयी सरकार

जनता ने है दम दिखलाया, 
कांग्रेस को दिया नकार !
आज दिवाली-होली है, 
आ गयी अपनी मोदी सरकार !!
झूमो-- नाचो-- गाओ --यार, 
भाग गए अब दिन बेकार ,
लड्डू खाओ ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्जमकर चार 
दिव्या की आ गयी सरकार  

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मोदी सरकार आने पर वादे के अनुसार पारिवारिक मित्रों को पार्टी देने का वादा पूरा हुआ ! 








Tuesday, May 13, 2014

प्यार इसी को कहते हैं

मातृ दिवस पर बेटे सुयश से ये पीला कुर्ता उपहार मिला है और बेटी अदिति ने माचिस की डिब्बी से बनाकर ये ड्रेसिंग टेबिल उपहार दिया है ! पहली बार मैंने कुछ सीखा अपने बच्चों से ! हम तो व्यस्तता भरी इस ज़िन्दगी में उनके जन्मदिन के उपहार और उनके दोस्तों को पार्टी आदि मशीनीकृत होकर एक रूटीन की तरह कर देते हैं ! लेकिन बच्चों ने अपनी माँ को सरप्राईज़ देने के लिए अपने डैडी के साथ जाकर छोटे छोटे सजावट के सामान खरीदे फिर तकरीबन दो घंटे की अथक मेहनत से ये 'वैनिटी बॉक्स' तैयार किया ! दिन भर किचन में मुझे कोई काम भी नहीं करने दिया ! प्यार इसी को कहते हैं !हमने कहा--क्या रोज नहीं मिल सकता ये स्नेह ? उन दोनों ने कहा -- बहुत महँगा पडेगा हमें , इतने में ही दो महीने की सेविंग खर्च हो गयी  



Thursday, May 8, 2014

जीवन का सबसे नायाब तोहफा


कल चिड़ियों के लिए पानी रखने के लिए 'मिटटी का कोसा' खरीदा , फिर एक छोटी सी गगरी भी खरीद ली, जिनके मूल्य क्रमशः ३५ रूपए और ३० रूपए थे! वहीँ मुझे एक छोटा सा 'मीठी नीम' का पौधा रखा दिखा , हमने पूछा क्या ये भी बेच रहे हो ? उसने कहा नहीं ! हमने कहा दे दो , जो दाम हो ,ले लेना ! उसने मना कर दिया ! हम लोग गगरी आदि लेकर गाड़ी में बैठ गए! चलने ही वाले थे की अदिति ने कहा -"डैडी रुकिए, वो पौधा लेकर आ रहा है" ! हमने दरवाजा खोला उसने मुस्कुराते हुए हमें वो पौधा पकड़ा दिया ! फिर पतिदेव ने बहुत चेष्टा की उसे दाम देने की , कहा की नाम मात्र के लिए ही ले लो कम से कम , लेकिन वो मुस्कराता रहा पर रूपए नहीं लिए उसने ! फिर हम घर की और चले दिए!

अदिति बोली - " डैडी गरीब लोगों का दिल कितना बड़ा होता है" इन्होने कहा --" बेटा गरीब लोगों का ही दिल बड़ा होता है "

अब ये नन्हा सा 'तोहफा' मेरी बगिया की शोभा बढ़ा रहा है जो उत्तरोत्तर बड़ा होता जाएगा और मेरे साथ रहेगा !

मेरा अपने पाठकों से निवेदन है की भले ही फ्रिज का पानी क्यों न पीते हो वे हर गरमी में कुम्हार की दूकान से एक घड़ा /मटका/ गगरी अवश्य खरीदें ! ये ही इनकी जीविका का साधन है ! और मटके का पानी स्वास्थ्य के लिए भी उत्तम है !







Sunday, May 4, 2014

कांग्रेस कराती है दंगे

राहुल गांधी ने कहा है कि यदि मोदी सरकार आई तो २२ हज़ार लोगों की मौत हो जायेगी !!
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राहुल कान खोल कर सुन लो , अपनी बेहूदा बयानबाजी बंद करो ! कांग्रेस ने ८४ के दंगे कराये और पकड़ी गयी , २००२ में गुजरात दंगे भी कांग्रेस ने कराये और आरोप लगाया मोदी पर ! अब असम में दंगे भी कांग्रेस करवा रही है और कपिल सिब्बल नामक चप्पलखोर मोदी को बदनाम कर रहा है !

राहुल तुम २२ हज़ार लोगों की मौत किस आधार पर कह रहे हो ? क्या तुम लोगों की दंगे की साजिश में ये भी तय कर लिया गया है की कितने लोगों को मौत के घाट उतारना है ?  राहुल तुम अपनी जबान को लगाम दो , अब खून की होली और नहीं खेलने दी जायेगी कांग्रेस को ! समझ लो पप्पू , अब और नहीं बर्दाश्त करेंगे तुम्हें !