अखिलेश यादव का दिमाग खराब हो गया है। गर्मियों में जब शाम को लोग निकलते हैं, बाज़ार-हाट करते हैं , तो इस मूर्ख ने व्यापारियों को मजबूर कर दिया है सांझ होते ही दुकानें बंद रखने को। इस बिजली कटौती से आम इंसान गर्मी में छटपटा रहा है। वहीँ दुकानें बंद रहने के कारण आम दुकानदार की आमदनी पर गाज गिर रही है। अगर इन गलीज नेताओं को भी अनुभव हो पाता की बिजली कटने पर आम जनता किन मुश्किलों से गुज़र रही है तो शायद ये अपनी मूर्खतापूर्ण योजनाओं को न बनाते।
मुल्ला समर्थक , श्रीकृष्ण के वंशज, इस यादव सरकार ने भगवान् श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में दंगों , क़त्ल और आगजनी का जो तांडव उपस्थित किया किया है उसके लिए इस बददिमाग और बदमिजाज अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की जनता लाखों बददुआएं देगी।
जिसकी सरकार में आजम खान जैसे आतंकी हों , उनसे अपेक्षा ही क्या कर सकते हैं। इससे बेहतर तो मायावती ही थी। कम से कम हिन्दू-विरोधी तो नहीं थी।बस पैसों की लालची थी थोड़ी।
अखिलेश यादव मुर्दाबाद !