इमादारी के बदले मिला- नौ फ्रैक्चर और क्षतिग्रस्त हुयी किडनी । जयपुर, RTI [Right to information] के ६५ वर्षीय कार्यकर्ता दूधराम ने राजस्थान के ग्रामीण विकास कार्यों की एक पयोजना 'MGNREGA' में १२ करोड़ के घोटाले को सामने लाने का प्रयास किया तो उसे बुरी तरह मारा गया। आज वह ICU में भर्ती है और मौत से जूझ रहा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाना भी एक गुनाह हो गया है अब। सरकार, दलितों के घर चूरमा-बाटी खाने में व्यस्त है और इमानदार अधिकारी बुरी कदर पीटे जा रहे हैं।
10 comments:
क्या करें इन कानूनों का?
क्या करें RTI का?
क्या करें Right to Reject का?
क्या करें Right to Recall का?
और क्या करें जन लोकपाल का???
अब इन्हें कानूनों से नहीं, अपने बाहुबल से मारना होगा। धर्म से लड़ने वालों के साथ धर्म युद्ध होता है किन्तु कुटिलता से लड़ने वालों के साथ कूट युद्ध किया जाता है।
लोगों की चुप्पी न जाने कब टूटेगी..
imaandaari ka yahi hashr ho gaya hai..bahut hee durbhagya purn hai
RTI to bana diya par usame suraksha ke baare mein kuch nahi kaha hain...
ye chor hain sab
बड़ा ही क्रूर वार्ताव हुआ है।
अफसोस....
बादजूद इसके जंग जारी रहेगी....हम न हों न सही...तुम न हो न सहीं....पर हम एक के जाने से सौ और आगे आएंगे...तमाम कोशिश के बाद भी भ्रष्ट्राचार के खिलाफ एकमात्र कारगर हथियार है जनता के पास .इसलिए वो इस्तेमाल करती रहेगी
कोई रास्ता न रहेगा तो दिवस की कही बात धरती का सत्य बनेगी.
एक विशेष पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं.
MEGHnet.
इस चुनाव में कोई लैपटॉप बाँट रहा है...किसी को मुस्लिम मतदाताओं का ख्याल आ रहा है...असल मुद्दा लोकपाल और भ्रष्टाचार को चुनाव होने तक भुला देने का है...
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