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Thursday, November 1, 2012

हिन्दू, सिक्ख और इसाई गंवारा नहीं है पाकिस्तान को

हिन्दू, सिक्ख और इसाई गंवारा नहीं है पाकिस्तान को --भगतसिंह के नाम पर चौक का फैसला रोका !

लाहौर में जहाँ शादमन चौक है , वहां पहले सेन्ट्रल जेल होती थी !  इसी जेल में मार्च 1931 को अंग्रेजों ने भगत सिंह को फांसी पर चढ़ा था! जिला प्रशासन ने पिछले महीने इसका नाम 'भगत सिंह चौक' रखने का एलान किया था, लेकिन जमात उद दावा और कट्टरपंथी मुसलामानों को हिन्दू स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर चौक होना गंवारा नहीं अतः उन्होंने चेतावनी दी है ! प्रशासन ने चौक का नाम सरदार भगत सिंह के नाम पर रखने की योजना निरस्त कर दी !

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अकृतज्ञ लोग हैं ये ! जिसने आजादी दिलाई उसके लिए इनके मन में कोई श्रद्धा नहीं है ! इनको जन्नत में हूर नहीं, नरक मिलेगा नरक !

Zeal

Monday, April 9, 2012

शिखण्डी बन गया जेंटलमैन

मोदी जी जैसे गर्वीले, निष्ठावान, देशभक्त नेता के होते हुए मनमोहन सिंह जैसे अकर्मण्य लोग प्रधानमन्त्री बने बैठे हैं, जिनका ईमान मर गया है और स्वाभिमान खो गया है काश मनमोहन सिंह ने इतिहास पढ़ा होता तो वे जानते की देश के लिए जान देने वाले नेता ( नेताजी बोस, सरदार पटेल, विवेकानंद, बिस्मिल , भगत सिंह ,अशफाक उल्ला और चन्द्र शेखर आज़ाद) जैसे होते हैं। इन्होने तो अपनी शिक्षा-दीक्षा पर भी बट्टा लगा लिया। शिखण्डी बनने से क्या फायदा भला ?

Sunday, February 19, 2012

बापू- भगत सिंह

मैं कोई राजनेता अथवा नेत्री तो नहीं जो वीर शहीद सरदार भगत सिंह को "राष्ट्र पिता" घोषित कर दूं, लेकिन वे ही असली हक़दार हैं "बापू" कहलाने के। वे किसी करेंसी-नोट पर छापे जाएँ अथवा नहीं , लेकिन आने वाली अनेक सदियों के दिलों में अंकित होता रहेगा इस अमर शहीद का देशभक्त चेहरा।

मेरे बापू--मेरे भगत सिंह

वन्दे मातरम्