बेशरम , नंगे आमिर खान की बेहूदा फिल्मों को मत देखिये ! हिन्दुस्तान के नपुंसक-सेक्युलर बनकर समाज के इन कलंकों को बढ़ावा मत दीजिये ! जो हिन्दू धर्म , हमारी आस्था और हमारे देवी देवताओं का किसी भी प्रकार से अपमान करे , उसका सम्पूर्ण बहिष्कार होनाचाहिए! सेंसर बोर्ड , सरकार और कानून से न्यायकी उम्मीद मत कीजिये ! अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए, हिंदुत्व काअपमान करने वाली इस "पी के " फिल्म का बहिष्कार करिये !ये लोग हमारे देश को लूटने , हमारी संस्कृति को बर्बाद करने और हिंदुत्व का अपमान करने के लिए ही इस देश में डटे हैं !
विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है भारत देश का ! लेकिन कि इस लोकतंत्र कि रक्षा का दायित्व उठाने वाले मात्र मुट्ठी भर हैं ! जनता जब मतदान करती है तो राष्ट्रहित में करती है, किसी व्यक्ति विशेष कि उपासक होकर नहीं ! नेतृत्व में आस्था उस नेता का सम्बल होता है , लेकिन अंधभक्तों द्वारा नेताओं का चरण-चुम्बन उस नेता का नुक्सान करता है और देश में गुंडाराज ला देता है !
उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में बसपा से त्रस्त जनता ने अखिलेश यादव कि लहर को बना दिया ! जनता ने सोचा था कि अखिलेश इस राज्य को बेहतर बनाएगा ! शायद वो बेहतर बना भी पाता, लेकिन उसके अंधभक्त और अज्ञानी समर्थकों ने उसे पूरा बर्बाद कर दिया ! प्रदेश में गुंडाराज आ गया और अखिलेश यादव कि नेतृत्व-क्षमता और ऊर्जावान सोच ही समाप्त हो गयी !
इसी प्रकार इस बार लोकसभा चुनावों में जनता के बड़े हिस्से ने मोदी को जिताया है ! किन्तु एक बड़ा वर्ग आ भी आज भी उनके साथ नहीं है जो ये सिद्ध करता है कि देश में लोकतंत्र है ! सभी उपासक नहीं हैं किसी एक ही व्यक्ति विशेष के ! किन्तु भय एक बात का है कि कहीं मोदी-उपासक इस सरकार को भी बर्बाद न कर दें ! गुंडाराज न ला दें !मेरी पोस्टों पर आने वाले कुछ लोग मोदी के अंध-भक्त हैं जो देशहित में ना लिखकर पूर्वागहों से ग्रसित होकर टिप्पणी करते हैं , जिसमें वे अत्यंत खूंखार होकर दुराग्रह पर उत्तर आते हैं ! व्यक्तिवाद उचित नहीं है ! यदि वे इस तरह से काम करेंगे तो अखिलेश यादव के गुंडों और मोदी के गुंडों में कोई अंतर नहीं रह जाएगा !
निस्वार्थ होकर राष्ट्रहित में लिखिए , व्यक्तिवाद (किसी एक ही व्यक्ति कि उपासना) मत करिये तभी लोकतंत्र बहाल रहेगा !
उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में बसपा से त्रस्त जनता ने अखिलेश यादव कि लहर को बना दिया ! जनता ने सोचा था कि अखिलेश इस राज्य को बेहतर बनाएगा ! शायद वो बेहतर बना भी पाता, लेकिन उसके अंधभक्त और अज्ञानी समर्थकों ने उसे पूरा बर्बाद कर दिया ! प्रदेश में गुंडाराज आ गया और अखिलेश यादव कि नेतृत्व-क्षमता और ऊर्जावान सोच ही समाप्त हो गयी !
इसी प्रकार इस बार लोकसभा चुनावों में जनता के बड़े हिस्से ने मोदी को जिताया है ! किन्तु एक बड़ा वर्ग आ भी आज भी उनके साथ नहीं है जो ये सिद्ध करता है कि देश में लोकतंत्र है ! सभी उपासक नहीं हैं किसी एक ही व्यक्ति विशेष के ! किन्तु भय एक बात का है कि कहीं मोदी-उपासक इस सरकार को भी बर्बाद न कर दें ! गुंडाराज न ला दें !मेरी पोस्टों पर आने वाले कुछ लोग मोदी के अंध-भक्त हैं जो देशहित में ना लिखकर पूर्वागहों से ग्रसित होकर टिप्पणी करते हैं , जिसमें वे अत्यंत खूंखार होकर दुराग्रह पर उत्तर आते हैं ! व्यक्तिवाद उचित नहीं है ! यदि वे इस तरह से काम करेंगे तो अखिलेश यादव के गुंडों और मोदी के गुंडों में कोई अंतर नहीं रह जाएगा !
निस्वार्थ होकर राष्ट्रहित में लिखिए , व्यक्तिवाद (किसी एक ही व्यक्ति कि उपासना) मत करिये तभी लोकतंत्र बहाल रहेगा !